ब्रिटेन पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को सोमवार यानी 19 सितंबर को विंडसर कैसल में दफना दिया जाएगा. इसके लिए सेंट जॉर्ज चैपल को चुना गया है, जो विंडसर कैसल के परिसर में स्थित है. महारानी को उनके पति प्रिंस फिलिप के बगल में दफनाया जाएगा, जिनकी मौत 99 साल की उम्र में 2021 में हुई थी. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) शाही परिवार की आठवीं सदस्य होंगी, जिन्हें सेंट जॉर्ज चैपल में दफनाया जाएगा. मध्य लंदन से 40 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है विंडसर. यहीं पर खड़ा हुआ विंडसर कैसल (Windsor Castle), जो शाही परिवार के तमाम आधिकारिक घरों में से एक है. शाही परिवार के सदस्य 12वीं सदी से अपने निवास के लिए इसका इस्तेमाल करते आ रहे हैं. 13 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला विंडसर कैसल थेम्स (Thames) नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है. विंडसर पैलेस के सेंट जॉर्ज चैपल में होने वाले महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम क्रिया कर्म में शामिल होने के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी लंदन पहुंच चुके हैं.
ब्रिटिश शाही परिवार के लिए क्यों खास है विंडसर कैसल
विंडसर कैसल में दो चतुर्भुज आकार की इमारतें हैं, जिन्हें 'कोर्ट्स' भी कहा जाता है. इन दो इमारतों को बीच में खड़ा गोलाकार टावर अलग करता है. टावर के पश्चिम में स्थित इमारतों को सामूहिक तौर पर 'लोअर वार्ड' कहा जाता है. पूर्वी तरफ स्थित इमारतों को 'अपर वार्ड' कहते हैं. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को जिस सेंट चैपल में दफनाया जाएगा, वह 'लोअर वार्ड' का हिस्सा है. शाही परिवार के सदस्य जिस 'अपर वार्ड' में रहते हैं, वहां एक विशालकाय रिसेप्शन हॉल समेत शाही पुस्तकालय, वॉटरलू चैंबर और मेहमानों के लिए अपार्टमेंट्स बने हैं. विंडसर कैसल चारों तरफ से हरे-भरे पार्कों से घिरा हुआ है. सबसे बड़ा 'ग्रीन पार्क' कैसल के दक्षिण में स्थित है और 1800 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है. इसी पार्क में 5 किमी लंबा हरियाली से आच्छादित एवेन्यू है, जिसे 'लांग वॉक' कहते हैं. 'वर्जीनिया वॉटर' के नाम से एक कृत्रिम झील भी यहीं पर स्थित है. विंडसर कैसल के बेहद छोटे हिस्से को आम जनता के लिए खोला जाता है, जो ब्रिटेन का बेहद लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. शेष हिस्सा शाही परिवार, उनके मेहमानों और कर्मचारियों के लिए सुरक्षित है.
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किसने बनवाया था विंडसर कैसल
ब्रिटेन के शाही सम्राटों और विंडसर कैसल का संबंध 1086 से है, जब विलियम द क्वांक्वर्र ने इसका निर्माण कराया. विंडसर कैसल का निर्माण लंदन के पश्चिमी अग्रभाग की सुरक्षा के लिहाज से किया गया ताकि शहर को विदेशी आक्रमण से बचाया जा सके. चूंकि विंडसर कैसल थेम्स नदी और लंदन के पास था, तो विलियम द क्वांक्वर्र के उत्तराधिकारी हैनरी प्रथम ने कैसल के अंदर रिहायशी इमारतों को बनवाया. हालांकि हैनरी द्वितीय ने कैसल को शाही महल में तब्दील किया. उनके उत्तराधिकारी हैनरी तृतीय ने एक बड़े चैपल का और निर्माण कराया. साथ ही निजी अपार्टमेंट्स को नया रंग-रूप दिया. सदियों बाद 1570 में एलिजाबेथ प्रथम ने उत्तरी टैरेस की तरफ मुख किए एक लंबे गलियारे का निर्माण कराया. 20वीं सदी में इस गलियारे को शाही पुस्तकालय से जोड़ दिया गया. 1796 में जॉर्ज तृतीय ने म्यूजिक रूम और नए डाइनिंग रूम का निर्माण कराया. फिर उनके उत्तराधिकारी जॉर्ज चतुर्थ ने 168 मीटर लंबे गलियारे का निर्माण कराया, जो बाद में 'ग्रांड कॉरिडोर' के नाम से विख्यात हुआ. 1815 में नेपोलियन बोनापार्ट की हार का प्रतीक वॉटरलू चैंबर का निर्माण 1830 में कराया गया. विंडसर कैसल का वॉटरलू चैंबर भी खासा प्रसिद्ध है.
सेंट जॉर्ज चैपल का क्या है महत्व
लोअर वार्ड में स्थित सेंट जॉर्ज चैपल कई शाही शादियों का गवाह है. इनमें प्रिंस हैरी और मेघन मार्केल की शादी भी शामिल है. चैपल में हालिया शाही शादी अक्टूबर 2018 में प्रिंसेस इयुजिनी और जैक ब्रूक्सबैंक की हुई थी. एडवर्ड चतुर्थ के कार्यकाल में 1528 में बना सेंट जॉर्ज चैपल शाही सम्राटों की जिंदगियों पर रोशनी डालने में मदद करता है. हैनरी षष्ठम, एडवर्ड चतुर्थ, हैनरी अष्टम और जेन सियमोर, चार्ल्स प्रथम, एडवर्ड सप्तम और जॉर्ज पंचम चैपल के नीचे ही मृत्योपरांत दफनाए गए. लोअर वार्ड में एक और चैपल अल्बर्ट मेमोरियल भी स्थित है, जिसका निर्माण हैनरी सप्तम ने कराया था. यहां जॉर्ज तृतीय, जॉर्ज चतुर्थ और विलियम चतुर्थ को दफनाया गया है.
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1992 में आग से हुआ था आशिंक नुकसान
विंडसर कैसल के एक निजी चैपल में 20 नवंबर 1992 को एक परदे में आग लग गई, जो देखते ही देखते अन्य कमरों तक फैल गई. इस अग्निकांड में 115 कमरे बर्बाद हुए, जिनमें 9 स्टेट रूम्स थे. हालांकि बेशकीमती पेंटिंग्स, किताबें, कलाकृतियां और कला के अन्य नमूनों को सहेजे शाही पुस्तकालय को इस अग्निकांड में जरा भी नुकसान नहीं पहुंचा. अग्निकांड में शाही पुस्तकालय का अप्रभावित रहना इसलिए भी चर्चा का विषय बना, क्योंकि आग इसके बगल के कमरों तक फैल आई थी.
कैसल में प्रदर्शन के लिए रखीं बेशकीमती वस्तुएं
विंडसर कैसल में कई बेशकीमती चीजें लोगों के देखने के लिए हैं. इनमें भी एंथोनी वेन डिक द्वारा तैयार किया गया सम्राट चार्ल्स प्रथम का पोट्रेट, 1953 में ताजपोशी के समय पहनी गई महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की पोशाक, लियोनार्डो द विंची, माइकलएंजेलो, राफल्स, हैन्स होलबिन समेत तमाम युवा चित्रकारों की तमाम बेशकीमती पेंटिंग्स भी यहां प्रदर्शन के लिए उपलब्ध हैं.
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महारानी का अंतिम क्रिया-कर्म
चार दिन तक चलने वाली लाइंग इन स्टेट रस्म के बाद सोमवार 19 सितंबर को विंडसर कैसल के सेंट जॉर्ज चैपल में एक छोटी सी कमिटल सर्विस होगी. इस सर्विस के बाद महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को उनके 73 साल तक पति रहे प्रिंस फिलिप के बगल में दफना दिया जाएगा. महारानी के परिजन जिनमें 1952 में मरे उनके पिता सम्राट जॉर्ज षष्ठम, 2002 में मौत को प्राप्त हुईं उनकी मां महारानी एलिजाबेथ प्रथम और उसी साल आकस्मिक मौत को प्राप्त हुईं बहन प्रिंसेस मार्गेट को भी विंडसर कैसल में दफनाया गया है.
HIGHLIGHTS
- ब्रिटेन के शाही सम्राटों और विंडसर कैसल का संबंध 1086 से है
- महारानी शाही परिवार की आठवीं सदस्य होंगी, जिन्हें दफनाया जाएगा
- लोअर वार्ड में स्थित सेंट जॉर्ज चैपल कई शाही शादियों का गवाह है