दुनिया की जनसंख्या ( World Population Day 2022 ) जल्द ही यानी इस साल के खत्म होने से पहले आठ अरब को पार कर लेगी. धरती पर फिलहाल ज्ञात संसाधनों के मुकाबले इसे चार गुना ज्यादा बोझ बताया जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रखंड के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग द्वारा ‘विश्व जनसंख्या संभावना 2022’ नाम की रिपोर्ट में कहा गया कि वैश्विक जनसंख्या 15 नवंबर, 2022 तक आठ अरब के आंकड़े पर पहुंच जाएगी. दुनिया की आबादी ने साल 2011 में सात अरब के आंकड़े को पार किया था. विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर पूरी दुनिया में इस जनसंख्या विस्फोट को लेकर चिंता जताई जा रही है.
रिपोर्ट में एशिया महादेश में चीन और भारत ( China and India ) की आबादी को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. चीन ने जहां जनसंख्या नियंत्रण की दिशा ने अहम कामयाबी हासिल की है. वहीं, भारत में इसको लेकर सख्त कदमों की महज वकालत ही की जा रही है. भारत ने जनसंख्या के मामले में एक अरब 40 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है. हालांकि कोरोना महामारी के सुरक्षा उपायों की वजह से साल 2021 की जनगणना के आंकड़े सामने नहीं आए हैं. फिर भी माना जा रहा है कि 3-4 साल के भीतर ही भारत विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा. इसके बाद अगले कई सालों तक भारत इस मामले में नंबर वन बना रहेगा.
जनसंख्या पर काबू करने में चीन ने दिखाया दम
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ( World Economic Forum) की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस सदी के अंत तक भारत और चीन दोनों देशों की आबादी में काफी गिरावट आएगी. इसके बावजूद साल 2100 में भारत की आबादी 1.09 अरब होगी. इसके साथ ही भारत विश्व की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला देश बना रहेगा. अफ्रीकी देश नाइजीरिया की आबादी विश्व में दूसरे स्थान पर होगी. वहीं आबादी के मामले में चीन विश्व में तीसरे स्थान पर होगा. रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने जिस तरह जनसंख्या नियंत्रण की नीतियों को सख्ती से लागू किया है उससे वहां की आबादी अगले तीस साल में ही घटकर लगभग आधी हो सकती है.
दशकों तक भारत में रहेगी सबसे ज्यादा आबादी
संयुक्त राष्ट्र ( United Nations) की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले 30 वर्षां में विश्व की आबादी तकरीबन 2.2 अरब बढ़ जाएगी. इस जनसंख्या विस्फोट में अफ्रीका का आधा योगदान होगा. वहां की आबादी इस दौरान 1.2 अरब और बढ़ जाएगी. नाइजीरिया इस मामले में वहां सबसे बड़ी आबादी वाला देश हो जाएगा. इस मामले में सबसे अच्छी बात यह है कि विश्व में फिलहाल युवा आबादी सबसे ज्यादा है. विश्व की आधी आबादी से भी ज्यादा युवा मौजूद हैं. दुनिया में 30 से कम उम्र वाले लोगों की आबादी 50 प्रतिशत से भी ज्यादा है.
दुनिया में तेज गति से बढ़ती आबादी की 5 वजह
दुनिया में इतनी तेज गति से बढ़ती आबादी के पीछे कई कारण हैं. जनसंख्या के आंकड़ों की विश्लेषण करने वाली कई वैश्विक एजेंसियों ने पांच कारणों पर सहमति जताई है. इन एजेंसियों ने बताया कि दुनिया की आबादी 19वीं सदी की शुरूआत में ही एक अरब हो गई थी. इसे दो अरब तक पहुंचने में करीब 123 साल लगे. वहीं 2023 तक यानी लगभग 220 साल में यह बढ़कर आठ अरब पार कर रही है. आबादी के इस तेज गति से बढ़ने के पीछे जन्म दर में बढ़ोतरी ( High Birth Rate), बढ़ती जीवन प्रत्याशा (Life Expentency), मृत्यु दर में कमी ( low Death Rate), प्रजनन निरोधकों की जानकारी का अभाव और नवजात की मृत्यु दर में कमी को वजह बताया गया है.
जनसंख्या से जुड़ी कुछ बेहद जरूरी बातें -
1. दुनिया के अधिकतर देशों में मौजूदा समय में जन्म दर का आंकड़ा मृत्यु दर से दोगुना से ज्यादा है.
2. साल 1987 में 11 जुलाई को ही दुनिया की आबादी 5 अरब तक पहुंच गई थी.
3. दुनिया भर में आज हर एक मिनट में 270 बच्चे जन्म लेते हैं. साल भर में 13 करोड़ होते हैं. दुनिया की आबादी साल 2100 तक 11 अरब पर पहुंच सकती है.
4. विश्व के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर टोक्यो यानी जापान की राजधानी में 3.7 करोड़ लोग रहते हैं. दूसरे नंबर पर भारत की राजधानी दिल्ली है. यहां 2.9 करोड़ लोग रहते हैं. वहीं तीसरे नंबर पर चीन के शहर शंघाई में 2.6 करोड़ लोग रहते हैं.
5. यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (UNDP) की गवर्निंग काउंसिल ने साल 1989 में 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया. अगले साल 1990 में दुनिया के 90 देशों में पहली बार 'विश्व जनसंख्या दिवस' मनाया गया. तबसे यह सिलसिला जारी है.
6. विश्व जनसंख्या दिवस, 2022 का थीम '8 अरब लोगों की दुनिया : हर किसी के लिए बेहतर भविष्य तय करने की ओर बढ़ते कदम, जहां अवसर हों, अधिकार हों और सब के पास अपनी पसंद का विकल्प हो' है.
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HIGHLIGHTS
- सदी के अंत तक भारत और चीन की आबादी में गिरावट आएगी
- अगले 30 वर्षां में विश्व की आबादी तकरीबन 2.2 अरब बढ़ जाएगी
- दुनिया में 30 से कम उम्र वालों की आबादी 50 फीसदी से ज्यादा है