विश्व के कहीं अधिक परिपक्व आम प्रतिनिधियों की उपलब्धियों को जानने-समझने के लिए 21 अगस्त को वर्ल्ड सीनियर सिटिजंस डे मनाया जाता है. विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस हमें वरिष्ठ नागरिकों के समर्पण, उपलब्धियों और जीवनपर्यंत की गई सेवाओं की सराहना करने का एक अवसर प्रदान करता है. यही वजह है कि अन्य नेताओं की तरह ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी इस साल रविवार को पड़े वर्ल्ड सीनियर सिटिजंस डे पर ट्वीट कर बेहद भावप्रवण संदेश लिखा. नवीन पटनायक ने लिखा, 'वरिष्ठ नागरिक अपनी सूझबूझ, ज्ञान और अनुभव की बदौलत हमारे सामज को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ऐसे में विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर उनके द्वारा झेली गई कठिनाइयों को स्वीकार कर उन्हें प्यार, देखभाल और सम्मान देने का संकल्प करें, जिसके वे हकदार हैं.' गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी लोगों से सूझबूझ और प्यार करने के लिए वरिष्ठ नागरिकों के प्रति आभार जताने का आह्वान किया.
इतिहास
19 अगस्त 1988 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने 21 अगस्त को वर्ल्ड सीनियर सिटिजंस डे बतौर मनाने की घोषणा की थी. उसके बाद से हर साल वैश्विक स्तर पर इस दिन वरिष्ठ नागरिकों के लिए तरह-तरह के आयोजन किए जाते हैं.
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इस दिवस का महत्व
अगले तीन दशकों में वैश्विक स्तर पर उम्रदराज लोगों की संख्या दोगुनी हो जाने का अनुमान जताया गया है. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2050 तक दुनिया भर में 1.5 बिलियन लोग वरिष्ठ नागरिकों की श्रेणी में होंगे. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि कोरोना महामारी ने वैश्विक स्तर पर मौजूदा असामानताओं को बढ़ाने का भी काम किया है. बीते तीन सालों में सामाजिक-आर्थिक की खाई बढ़ी हैं तो पर्यावरण समेत स्वास्थ्य और जलवायु संबंधी प्रभाव उम्रदराज लोगों के पर कहीं अधिक पड़ा है. ऐसे में वर्ल्ड सीनियर सिटिजंस डे एक अवसर उपलब्ध कराता है कि हम इ, बारे में जागरूकता फैला उनकी उपलब्धियों और जीवन में उठाई चुनौतियों का सम्मान करें.
HIGHLIGHTS
- 19 अगस्त को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने की थी घोषणा
- उसके बाद से हर साल वैश्विक स्तर पर मनाते हैं वर्ल्ड सीनियर सिटिजंस डे