15 August: स्वाधीनता दिवस (independence day)के अवसर पर सरकार ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है. क्योंकि खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार के कुछ आतंकी आजादी के जश्न में खलल डालने की कोशिश में है. इसलिए सरकार ने अलर्ट जारी किया है. सूत्रों के मुताबिक सरकारी सुरक्षा एजेंसियों (security agencies) से मिले इनपुट के आधार पर सभी प्रदेशों को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही सोशल मीडिया (social media) के भी हर कमेंट पर अब पहरा होगा. यदि किसी ने भी जश्न में खलल डालने जैसा कोई पोस्ट किया तो उसकी खैर नहीं होगी. रविवार को ही बाटला हाऊस (Batla House)के पास से गिरफ्तार (isis)होना इसका सबूत है. आपको बता दें कि दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) सहित वेस्ट यूपी के 6 बड़े जिलों की लगभग तीन करोड़ आबादी सोशल साइट्स पर एक्टीव है.
यह भी पढ़ें : NIA की बड़ी कार्रवाई, बाटला हाउस में ISIS के सक्रिय सदस्य को दबोचा
आपको बता दें कि अरब और आसपास के कई देशों के स्टूडेंट्स दिल्ली और मेरठ के प्राइवेट कॅालेजों में पढ़ाई कर रहे हैं. खुफिया एजेंसी ऐसे स्टूडेंट्स की सोशल साइट्स पर काफी करीब से नजर रखे हुए है. बताया जा रहा है कि ये सोशल साइट्स पर निगरानी का ही नतीजा है. कि देश की बड़ी सुरक्षा एजेंसी NIA ने दिन निकलते ही ISIS के सक्रिय सदस्य को धर दबोचा. जो कुछ बड़ा करने की फिराक में था. सूत्रों का दावा है कि सोशल मीडिया पर कुछ असमाजित तत्वों का जत्था है. जो देश विरोधी बाते लिखकर देश के युवाओं को भड़काता रहता है. बाद में जब आईडी की खोज की जाती हैं तो सभी आईडी फर्जी पाई जाती हैं. सोशल मीडिया का साहरा लेकर ये आतंकी कोडवर्ड में अपनी संदेश एक दूसरे तक पहुंचाते रहे हैं. इसका उदाहरण कुछ सालों पहले मेरठ के केंट क्षेत्र से पकड़ा हुआ आतंकी है. जिसने अपने इंडियन आर्मी को अपना कोड वर्ड भी बताया था.
पहले भी हुई आतंकी गतिविधियां
खबरों के अनुसार दिल्ली से सटा वेस्ट यूपी पहले आतंकियों की शरणस्थली रहा है. कुछ साल पहसे अब्दुल करीब टूंडा तीन पाक आतंकियों के साथ बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया था. यही नहीं सन 2008 में सेना की खुफिया जानकारी पाक आर्मी को देने वाला शख्स मेरठ से गिरफ्तार किया गया था. साथ ही जनवरी 2015 को मेरठ के गंगानगर में एक फर्जी एक्सचेंज भी मिला था. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पर चौकसी बरती जा रही है. ऐसे में यदि कोई भी देश विरोधी गतिविधि करता हुआ पाया गया तो पुलिस उसको धर दबोचेगी. यही नहीं घनी आबादी वाले स्थानों पर भी तीसरी आंख का पहरा बढ़ा दिया गया है.
विदेशी स्टूडेंट्स पर भी नजर
सूत्रों का दावा है कि दिल्ली व आसपास के इलाकों में जमा विदेशी स्टूडेंट्स का भी डाटा तैयार किया जा रहा है. साथ ही उनकी हर गतिविधि पर सुरक्षा एजेंसियां नजर रखे हुए हैं. बताया जा रहा है कि प्राइवेट स्कूल-कॅालेज वालों से ऐसे स्टूडेंट्स की सूचि सौंपने के लिए कहा गया है. साथ ही वे किस हॅास्टल अथवा घर में रहते हैं इसकी जानकारी देने के लिए भी कहा गया है.
HIGHLIGHTS
- सरकार ने सोशल मीडिया पर बढ़ाई चौकसी
- आज आईएनए ने गिरफ्तार किया isis का सक्रिय सदस्य
खुफिया नजर में आपका हर कमेंट, आजादी के जश्न पर खतरे का अलर्ट
15 August: स्वाधीनता दिवस (independence day)के अवसर पर सरकार ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है. क्योंकि खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार के कुछ आतंकी आजादी के जश्न में खलल डालने की कोशिश में है.
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15 August: स्वाधीनता दिवस (independence day)के अवसर पर सरकार ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है. क्योंकि खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार के कुछ आतंकी आजादी के जश्न में खलल डालने की कोशिश में है. इसलिए सरकार ने अलर्ट जारी किया है. सूत्रों के मुताबिक सरकारी सुरक्षा एजेंसियों (security agencies) से मिले इनपुट के आधार पर सभी प्रदेशों को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही सोशल मीडिया (social media) के भी हर कमेंट पर अब पहरा होगा. यदि किसी ने भी जश्न में खलल डालने जैसा कोई पोस्ट किया तो उसकी खैर नहीं होगी. रविवार को ही बाटला हाऊस (Batla House)के पास से गिरफ्तार (isis)होना इसका सबूत है. आपको बता दें कि दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) सहित वेस्ट यूपी के 6 बड़े जिलों की लगभग तीन करोड़ आबादी सोशल साइट्स पर एक्टीव है.
यह भी पढ़ें : NIA की बड़ी कार्रवाई, बाटला हाउस में ISIS के सक्रिय सदस्य को दबोचा
आपको बता दें कि अरब और आसपास के कई देशों के स्टूडेंट्स दिल्ली और मेरठ के प्राइवेट कॅालेजों में पढ़ाई कर रहे हैं. खुफिया एजेंसी ऐसे स्टूडेंट्स की सोशल साइट्स पर काफी करीब से नजर रखे हुए है. बताया जा रहा है कि ये सोशल साइट्स पर निगरानी का ही नतीजा है. कि देश की बड़ी सुरक्षा एजेंसी NIA ने दिन निकलते ही ISIS के सक्रिय सदस्य को धर दबोचा. जो कुछ बड़ा करने की फिराक में था. सूत्रों का दावा है कि सोशल मीडिया पर कुछ असमाजित तत्वों का जत्था है. जो देश विरोधी बाते लिखकर देश के युवाओं को भड़काता रहता है. बाद में जब आईडी की खोज की जाती हैं तो सभी आईडी फर्जी पाई जाती हैं. सोशल मीडिया का साहरा लेकर ये आतंकी कोडवर्ड में अपनी संदेश एक दूसरे तक पहुंचाते रहे हैं. इसका उदाहरण कुछ सालों पहले मेरठ के केंट क्षेत्र से पकड़ा हुआ आतंकी है. जिसने अपने इंडियन आर्मी को अपना कोड वर्ड भी बताया था.
पहले भी हुई आतंकी गतिविधियां
खबरों के अनुसार दिल्ली से सटा वेस्ट यूपी पहले आतंकियों की शरणस्थली रहा है. कुछ साल पहसे अब्दुल करीब टूंडा तीन पाक आतंकियों के साथ बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया था. यही नहीं सन 2008 में सेना की खुफिया जानकारी पाक आर्मी को देने वाला शख्स मेरठ से गिरफ्तार किया गया था. साथ ही जनवरी 2015 को मेरठ के गंगानगर में एक फर्जी एक्सचेंज भी मिला था. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पर चौकसी बरती जा रही है. ऐसे में यदि कोई भी देश विरोधी गतिविधि करता हुआ पाया गया तो पुलिस उसको धर दबोचेगी. यही नहीं घनी आबादी वाले स्थानों पर भी तीसरी आंख का पहरा बढ़ा दिया गया है.
विदेशी स्टूडेंट्स पर भी नजर
सूत्रों का दावा है कि दिल्ली व आसपास के इलाकों में जमा विदेशी स्टूडेंट्स का भी डाटा तैयार किया जा रहा है. साथ ही उनकी हर गतिविधि पर सुरक्षा एजेंसियां नजर रखे हुए हैं. बताया जा रहा है कि प्राइवेट स्कूल-कॅालेज वालों से ऐसे स्टूडेंट्स की सूचि सौंपने के लिए कहा गया है. साथ ही वे किस हॅास्टल अथवा घर में रहते हैं इसकी जानकारी देने के लिए भी कहा गया है.
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