26 जनवरी को देश का 70वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा. इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में देश की महिला शक्ति अपने करतब का प्रदर्शन करेगी. देश की महिला सीआरपीएफ की जवान नए-नए करतबों से आपको हैरत में डाल देंगी. भारत की बेटियां गणतंत्र दिवस के मौके पर अपनी जांबाजी और बहादुरी की परिचय देंगी. इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में महिला जवान अपने करतब का हुनर दिखाएंगी. महिला सीआरपीएफ की डेयरडेविल्स टीम पहली बार राजपथ पर 26 जनवरी के मौके पर मोटरसाइकिल के जरिए अलग-अलग करतब दिखाएगी. आपको बता दें कि महिला जवानों की ये टोली 9 अलग-अलग तरीकों के करतबों से इस दिन आपको हैरत में डाल देंगी.
देश की 65 सीआरपीएफ की जांबाज कमांडो गणतंत्र दिवस की परेड के बाद दिल्ली के राजपथ पर मोटरसाइकिल पर अपने करतब दिखाने वाली हैं. CRPF से मिली जानकारी के मुताबिक ये महिला कमांडर्स बाइकों पर सवार होकर पिस्टल पोजीशन, पिरामिड पोजीशन, राइफल पोजीशन, बीम पोजीशन, सहित संयुक्त मोटरसाइकिल पोजीशन को दिखाएंगी. ये करतब दिखाने के लिए इन महिला जवानों जमकर प्रैक्टिस की है अब आने वाले गणतंत्र दिवस पर इनकी प्रैक्टिस की परीक्षा होगी इनके सामने गणतंत्र दिवस को बड़ा चैलेंज है.
यह भी पढ़ें-वजाहत हबीबुल्ला और भीम आर्मी प्रमुख ‘सीएए’ के खिलाफ पहुंचे उच्चतम न्यायालय
आपको बता दें कि महिला डेयरडेविल दस्ते का नेतृत्व कर रही सीमा नाग ने एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान बताया कि उनकी टीम इस बार अद्भुत करतब दिखाने वाली है जब उनसे टीम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस टीम का स्थापना साल 2014 में की गई थी. इसके अलावा इस टीम ने इससे पहले स्टेचू ऑफ यूनिटी की परेड में भी इन महिला कमांडरों ने बेहतरीन करतब कर के दिखाए थे जिसके बाद इन महिला जवानों की जमकर तारीफ की गई थी. सीमा नाग ने बताया कि उनकी टीम ने राजपथ पर जमकर प्रैक्टिस की है यह टीम काफी सशक्त और दमदार है.
यह भी पढ़ें-Shaheen Bagh CAA Protest: भीम ऑर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने तोड़ी जमानत की शर्तें, हो सकते हैं गिरफ्तार
वहीं सीआरपीएफ के डीआईजी भारत भूषण वैद्य ने इन महिलाओं के बारे में पूछने पर बताया कि उनकी टीम में काफी सशक्त महिलाएं हैं जो किसी भी तरीके से ऐसा काम करने में पीछे नहीं हैं. इस महिला बटालियन में अलग-अलग राज्यों से तैनात महिलाओं को शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि इस टीम में कई महिलाएं जम्मू-कश्मीर के आतंकी प्रभावित क्षेत्रों से हैं तो कई महिलाएं उत्तर पूर्व के राज्यों से हैं इनके अलावा कुछ महिलाएं नक्सल प्रभावित राज्यों से भी हैं.