अफगानिस्तान (Afghanistan) और पाकिस्तान (Pakistan) में सक्रिय आतंकवादी संगठन आईएसआईएस खुरासान (ISIS Khorasan) भारत में बड़ा धमाका कर सकता है. खुफिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि आईएसआईएस खुरासान हिंदुस्तान को दहलाने की साजिश रच रहा है. इसे लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट भी जारी किया है. आतंकवादी संगठन ISISK के प्रशिक्षित आतंकी अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे सकते हैं. जानकारी की मानें तो ISIS खुरासान के अफगानिस्तान और पाकिस्तान में मौजूद हैंडलर्स ने भारत में अपने स्लीपर सेल (sleeper cell) से संपर्क किया है. यहां मौजूद आतंकवादियों को IED और छोटे हथियारों के लिए फंड का भरोसा आईएसआईएस खुरासान की तरफ से दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ISIS खुरासान के 3 बड़े आतंकी असलम फारूकी अखुंदज़ादा, मुंसिब और एजाज़ अहंगर लश्कर और जैश के संपर्क में हैं. आईएसआईएस खुरासान कश्मीर को लेकर बड़ी साजिश रच रहे हैं.
तालिबान राज आने के बाद अफगानिस्तान से निकले आतंकवादी
बताया जा रहा है कि ISIS खुरासान ने लश्कर और जैश के साथ मिलकर कश्मीरी युवाओं को भड़काना शुरू किया है. जानकारी की मानें तो अफगानिस्तान में तालिबान राज आने के बाद आतंकवादियों को छोड़ दिया गया है. जो अब भारत अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने की फिराक में हैं. तीन आतंकवादी जो इसमें मदद कर रहा है. उसमें पहला नाम आतंकी एजाज का है.
आतंकी एजाज अहंगर अफगानिस्तान से फरार भारत में आया!
आतंकी एजाज कश्मीर का रहने वाला है. यह जम्मू कश्मीर के वांछित आतंकियों में से एक है. इसके बारे में कहा जाता है कि यह फिदायीन तैयार करने में माहिर है. बम बनाने में महारथ हासिल कर रखा है. कई सालों तक घाटी में सक्रीय रहा है. इतना ही नहीं आतंकी साजिश रचने के आरोप में कई बार इसे गिरफ्तार किया जा चुका है.
आतंकी एजाज को कई बार पकड़ा गया
1992 में पहली बार हुई एजाज की गिरफ्तारी
1995 में दूसरी बार हिरासत में लिया गया
1996 में जेल से छूटने के बाद से भूमिगत
गायब होने के बाद बांग्लादेश के रास्ते पाकिस्तान पहुंचा. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने एजाज को पनाह दी. इसके बाद अल कायदा से जुड़कर कई आतंकी हमले को अंजाम दिया. अल कायदा के बाद आईएसआईएस की सदस्यता ली. ISIS ने एजाज को ISIS-K की जिम्मेदारी सौंपी. काबुल हमले के आरोप में 2020 में कंधार से गिरफ्तार किया गया. 2021 में अफगान पर तालिबान के कब्जे के बाद जेल से फरार है.
आतंकी मुंसिब हुआ सक्रिय
दूसरा बड़ा आतंकवादी मुंसिब है. यह पाकिस्तान का रहने वाला है. आईएसआईएस खुरासान का सोशल मीडिया हैंडलर है. कई भारतीयों को सोशल मीडिया से ISIS में जोड़ा है. ISIS खुरासान के सोशल मीडिया, मुखपत्र और टेलीग्राम चैनल चलाता है. जेल से आजाद होने के बाद फिर एक्टिव हो गया है.
असलम फारूकी है खतरनाक आतंकी
तीसरा आतंकवादी है, असलम फारूकी. यह पाक-अफगान बॉर्डर का रहने वाला है. फारूकी 10 साल से आतंकी संगठन में सक्रिय है. आतंकी फारूकी कश्मीरी युवाओं को बरगलाकर आतंकी बनाने का काम करता है.1 साल से अफगान जेल में बंद था. अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशायल ने काबुल गुरुद्वारा हमले के आरोपी और ISKP के अमीर मावलवी अब्दुल्ला उर्फ असलम फारूकी को 4 अप्रैल 2020 को गिरफ्तार किया. फारूकी के पहले लश्कर-ए-तैयबा के साथ रिश्ते थे. काबुल और जलालाबाद में हक्कानी नेटवर्क के साथ मिलकर फारूकी आतंक का नेटवर्क चलाता था. असलम फारुकी ने अप्रैल 2019 में मावलवी जिया-उल-हक उर्फ अबु उमर खुरासानी की जगह ली और ISKP प्रमुख बन गया.
अफगानिस्तान में क्या होगी वर्चस्व की लड़ाई
बता दें कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बम ब्लास्ट करने की जिम्मेदारी आईएसआईएस खुरासान ने ही ली थी. काबुल ब्लास्ट में एक दर्जन अमेरिकी सैनिकों समेत 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. ISIS के खुरासान मॉडल की जड़े पाकिस्तान से ही जुड़ी हुई हैं.इसके साथ ही यह साफ हो गया है कि अब अफगानिस्तान तालिबान और आईएसआईएस के अफगान चैप्टर के बीच वर्चस्व की लड़ाई का केंद्र बनेगा. इसे आतंकी संगठन को आईएस-खुरासान प्रांत के नाम से भी जाना जाता है.
आईएस-केपी से भारत कनेक्शन
खुफिया सूत्र बताते हैं कि आईएस-केपी ने अपने शिखर के दिनों केरल से लगभग 100 युवकों का ब्रेन वॉश कर उन्हें जिहादी बनाया था. काबुल गुरुद्वारे पर आतंकी हमला करने वाला आतंकी केरल का ही रहने वाला था, जिसे सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया था. आईएस-केपी का यही भारत कनेक्शन भारतीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है.
HIGHLIGHTS
- भारत को आतंकी दहलाने की साजिश रच रहे हैं
- ISIS खुरासान की कश्मीर को लेकर बड़ी साजिश
- अफगानिस्तान से फरार आतंकवादी भारत पहुंचे
Source : Rummanullah