भारतीय वायुसेना प्रमुख ( Indian Airforce Chief) एयर चीफ मार्शल विवेकराम चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के तहत अग्निवीरों ( Agniveer) की भर्ती प्रक्रिया 24 जून से शुरू कर दी जाएगी. इस बीच देश के कई राज्यों में भारतीय सेना की अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं का उग्र प्रदर्शन जारी है. बिहार, राजस्थान, हरियाणा के बाद प्रदर्शन की आंच मध्य प्रदेश तक पहुंच गई है. उग्र विरोध प्रदर्शन के चलते सरकारी संपत्तियों के नुकसान, रेलगाड़ियों में आगजनी, सवरियों के साथ बदसलूकी, बीजेपी दफ्तरों और उनके घरों तक घेराव-प्रदर्शन वगैरह तेज हो गया है.
अग्निपथ योजना के सामने आने के तुरत बाद विरोध को लेकर केंद्र सरकार ने इसके लाभ गिनाने की शुरुआत कर दी. रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय की ओर से इस बारे में की बयान जारी किए गए. केंद्र की ओर से कई सरकारी नौकरियों की भर्ती में अग्निवीरों को वेटेज देने की घोषणा की गई. सरकार ने इसके साथ ही कॉरपोरेट सेक्टर से भी ऐसा करने की अपील की. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने भी राज्य पुलिस समेत कई नौकरियों में अग्निवीरों को वरीयता देने का ऐलान किया. इसके बाद भी सड़कों पर प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है.
आइए, जानते हैं कि सरकार ने अग्निपथ योजना से देश के युवाओं को किस प्रकार और कितना लाभ होने का दावा किया है.
अग्निपथ योजना के लाभ और विशेषताएं-
भारत सरकार द्वारा अग्निपथ योजना 14 जून 2022 लॉन्च की गई है. इस योजना को शुरू करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीनों सेना के प्रमुखों की ओर से प्रजेंटेशन भी दिया गया था. इस योजना को आरंभ करने की घोषणा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं सेना के तीनों अंगों के प्रमुख द्वारा की गई है. अग्निपथ योजना को मंजूरी सूक्ष्म मामलों की मंत्रिमंडल समिति की बैठक में प्रदान की गई है.
इस योजना के माध्यम से वह सभी देश के युवा जो भारतीय सेना में हिस्सा लेना चाहते हैं वह अपना सपना पूरा कर सकते हैं. यह योजना देश में रोजगार के अवसर को बढ़ाने में भी कारगर साबित होगी. इस योजना के संचालन से देश की सुरक्षा को भी मजबूत बनाया जा सकेगा.
इस योजना के माध्यम से भारतीय सेना की तीनों शाखाओं थलसेना, नौसेना और वायु सेना में बड़ी संख्या में भर्ती की जाएगी. अग्निपथ योजना के अंतर्गत सैनिकों की भर्ती 4 साल के लिए की जाएगी. भर्ती किए गए नौजवानों को अग्निवीर कहा जाएगा.
इस योजना के संचालन से देश के युवा सशक्त और आत्मनिर्भर बनेंगे. साथ ही उनके जीवन स्तर में भी सुधार आएगा. दुनिया भर में हुए सर्वेक्षण के मुताबिक कम अवधि की नौकरी से सैनिकों के मनोबल पर असर नहीं पड़ता है.
अग्निपथ योजना के पैकेज में शामिल बाकी लाभ-
कुल वार्षिक पैकेज– पहले वर्ष में 4.76 लाख एवं चौथे वर्ष में 6.92 लाख रुपए दिए जाएंगे.
भत्ता – अग्निवीर को वे सभी भत्ते प्रदान किए जाएंगे जो सेना को प्रदान किए जाते हैं.
सेवा निधि– प्रत्येक अग्निवीर को अपने मासिक वेतन का 30 फीसदी का योगदान देना होगा. सरकार द्वारा भी समान राशि का योगदान किया जाएगा. 4 वर्ष पूरे होने के पश्चात अग्निवीर को 11.71 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी जो आयकर से मुक्त होगी.
मृत्यु पर मुआवजा– अग्निवीरों को 44 लाख का गैर अंशदायी जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाएगा. अगर अग्निवीर की सेवा के दौरान मृत्यु हो जाती है तो इस स्थिति में 44 लाख की अतिरिक्त अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी. इसके अलावा सेवा निधि घटक समय 4 साल तक के हिस्से का भुगतान किया जाएगा.
दिव्यांगता की स्थिति में मुआवजा– चिकित्सा अधिकारियों द्वारा निर्धारित दिव्यांगता के प्रतिशत के आधार पर मुआवजा प्रदान किया जाएगा. दिव्यांगता के लिए 44/25/15 लाख रुपए की एकमुश्त अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी.
कार्यकाल पूरा होने पर– कार्यकाल पूरा होने के पश्चात उम्मीदवार सेवा निधि प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा प्राप्त कौशल का प्रमाण पत्र और उच्चतर शिक्षा के लिए क्रेडिट का प्रावधान भी किया जाएगा.
अग्निपथ योजना के कुछ विशेष लाभ -
अग्निपथ योजना के माध्यम से देश के सभी नागरिकों को समान अवसर प्रदान किया जाएगा. अग्निवीरों का चयन एक पारदर्शी तरीके से किया जाएगा.
टेक इंस्टिट्यूट के माध्यम से भी अग्निवीरों का चयन किया जाएगा.
अग्निवीरों को 4 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद एक प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा.
नागरिकों को एक अच्छा वित्तीय पैकेज प्रदान किया जाएगा.
दूसरे देशों की समान योजना से अग्निपथ की तुलना -
अग्निपथ योजना के अंतर्गत उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए अग्निवीरों को प्रोत्साहित किया जाएगा.
समय सीमा पूर्ण होने के समय अग्निवीरों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. इसके अलावा शिक्षा पूर्ण करने के लिए क्रेडिट सुविधा भी प्रदान की जाएगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय इसके लिए तीन साल का विशेष डिग्री पाठ्यक्रम की व्यवस्था बनाने में लगा है. इग्नू भी इस दिशा में विचार कर रहा है.
अन्य देशों में प्रशिक्षण अवधि इस योजना की तुलना में कम रखा गया है. अग्निपथ योजना के अंतर्गत अगर अग्निवीर स्थायी हो जाता है तो उस स्थिति में स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग भी प्रदान की जाएगी.
इस योजना के अंतर्गत मल्टिपल एनरोलमेंट मॉडल लागू कर अग्निवीरों का चयन किया जाएगा.
अग्निपथ योजना में आवेदक की पात्रता -
इस योजना के लिए आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए. उनकी आयु 17.5 से 21 वर्ष के बीच होनी चाहिए. उम्मीदवार को 10वीं या 12वीं पास होना चाहिए. इसके साथ ही उनको सभी चिकित्सा मानदंडों को पूरा करना होगा.
HIGHLIGHTS
- भारतीय सेना की अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं का उग्र प्रदर्शन
- विरोध के बाद केंद्र ने की अग्निपथ योजना के लाभ गिनाने की शुरुआत
- दुनिया में कम अवधि की नौकरी से सैनिकों के मनोबल पर असर नहीं