समाज के एक वर्ग में महिलाओं को लेकर भले ही लोगों की सोच बदल रही हो, लेकिन हमारी आबादी का एक बड़ा हिस्सा अब भी ऐसा है जिसे अपनी सोच बदलने की ज़रूरत है। भारतीय समाज में अब भी महिलाओं को लेकर रुढ़ीवादी सोच बरकरार है। समय-समय पर देश में ऐसी महिलाओं ने अपनी उपस्थिती दर्ज़ कराई है।
इन महिलाओं ने न केवल अपने लिए बल्कि पूरे देश की महिलाओं के लिए लोगों का नज़रिया बदलने में बड़ी भूमिका निभाई है। फूलन देवी, संपत पाल, चारू खुराना और मधु श्रीवास्तव जैसी कई महिलाओं ने समाज के खिलाफ लड़ाई लड़ी और महिलाओं को देखने का नज़रिया बदला।
Source : News Nation Bureau