सम्राट चार्ल्स अपनी मां और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद ब्रिटेन का सिर्फ तख्त-ओ-ताज ही नहीं संभालेंगे, बल्कि उनकी निजी संपत्ति के भी वारिस होंगे. खास बात यह कि सम्राट चार्ल्स (Charles) को इस संपत्ति पर विरासत कर भी नहीं अदा करना होगा. यूं तो ब्रिटिश राजशाही के तहत सम्राट या सम्राज्ञी को अपनी निजी संपत्ति का खुलासा करने की जरूरत नहीं है. फिर भी संडे टाइम्स की रिच लिस्ट 2022 के मुताबिक महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth II) द्वितीय की निजी संपत्ति 426 मिलियन डॉलर के आसपास थी. बीते वित्तीय साल की तुलना में इसमें 5 मिलियन पौंड का इजाफा दर्ज किया गया था. जाहिर है सम्राट चार्ल्स के ताज संभालते ही उन्हें यह संपत्ति भी मिल जाएगी. इस शाही संपत्ति में राजशाही के तहत आने वाली जमीन-जायदाद, कला संग्रह, आभूषण, शाही महल और शाही अभिलेखागार आते हैं, जिन पर सम्राट या सम्राज्ञी का हक होता है. इस तरह चार्ल्स को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की निजी संपत्ति समेत 3 बिलियन पौंड कीमत वाले शाही आभूषण भी मिल जाएंगे, जिन पर अभी तक सांकेतिक रूप में महारानी का हक था.
करोड़ों-अरबों की जमीन जायदाद भी
यही नहीं, सम्राट चार्ल्स को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की निजी संपत्ति भी मिलेगा, जो सेलिब्रिटी नेटवर्थ के मुताबिक लगभग 100 मिलियन डॉलर के लगभग होगी. तुलनात्मक रूप से देखें तो प्रिंस फिलिप अपने निधन के बाद 10 मिलियन पौंड की विरासत छोड़ गए थे. इसमें 3 हजार के लगभग कलाकृतियों का संग्रह भी शामिल था, जिसे परिवार और मित्रों को बांट दिया गया था. 2021 में अदालत ने प्रिंस फिलिप की वसीयत को 90 सालों के लिए सील करने का आदेश दिया था. बतौर सम्राट चार्ल्स को डची ऑफ लैंकस्टर की संपत्ति भी विरासत में मिलेगी. इसमें मध्यकाल के दौर से व्यावसायिक, कृषि और आवासीय संपत्ति सम्राट या सम्राज्ञी के हिस्से आती है, जो इस संपत्ति से होने वाली आय खासकर आधिकारिक खर्च के लिए इस्तेमाल कर सकता है. 2021-22 के वित्तीय वर्ष में इस संपत्ति से 24 मिलियन पौंड की अधिक आय हुई थी. हालांकि चार्ल्स को दक्षिण-पश्चिमी इंग्लैंड में स्थित प्राइवेट एस्टेट डची ऑफ कॉर्नवैल से हाथ धोना पड़ेगा, जिस परअब उनके बड़े बेटे प्रिंस विलियम का हक होगा. उत्तराधिकारी की क्रम में अब प्रिंस विलियम ही अगले सम्राट होंगे. इस संपत्ति से विगत साल 23 मिलियन पौंड की अतिरिक्त कमाई हुई थी. डची ऑफ कॉर्नवेल की स्थापना एडवर्ड तृतीय ने अपने बेटे और उत्तराधिकारी प्रिंस एडवर्ड के लिए की थी.
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अनुदान और लाभ
चार्ल्स को सम्राट बतौर ब्रिटिश खजाने से सालाना संप्रभु अनुदान भी मिलेगा. इसके तहत राजशाही की जमीन-जादाद से होने वाले लाभ का 15 फीसदी हिस्सा सम्राट को दिया जाता है. 1760 में राजशाही की जमीन जायदाद को ब्रिटिश सरकार के हवाले कर दिया गया था. उसके बाद से इस संपत्ति से होने वाले लाभ का 15 फीसदी हिस्सा सम्राट या सम्राज्ञी को दिया जाता है. संप्रभु अनुदान के तहत सम्राट और अन्य शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के आधिकारिक क्रियाकलापों पर खर्च, उनके स्टाफ के वेतन-भत्तों समेत शाही महल की देखरेख से जुड़े खर्च आते हैं. 2020-22 में यह राशि 86.3 मिलियन पौंड थी. इसमें बकिंघम पैलेस की साज-सुधार का खर्च भी शामिल था. क्राउन एस्टेट पोर्टफोलियो में कॉमर्शियल और रिटेल संपत्ती, मध्य लंदन में प्राइम लोकेशंस समेत ग्रामीण और तटीय इलाकों में जमीन-जायदाद और इंग्लैंड और वेल्स की संपत्ति शामिल है. इस तरह देखा जाए तो ब्रिटिश राजशाही के पास यूरोप का सबसे बड़ा प्रॉपर्टी साम्राज्य है. ऑफशोर विंड पॉवर जेनरेशन समेत कई अन्य तरह की व्यावसायिक गतिविधियों को इसके तहत अंजाम दिया जाता है. मार्च 2022 तक इस मद से 312.7 मिलियन पौंड का शुद्ध मुनाफा हुआ था. गौरतलब है कि विरासत में मिलने वाली जमीन-जायदाद पर 40 फीसदी का टैक्स लगता है, लेकिन 1993 में नए नियम-कायदों की वजह से महारानी एलिजाबेथ से मिलने वाली संपत्ति पर चार्ल्स को एक पौंड भी विरासत कर नहीं देना पड़ेगा.
HIGHLIGHTS
- महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की संपत्ति पर नहीं देना होगा विरासत कर
- महारानी के निधन के बाद ब्रिटेन के अगले सम्राट होंगे प्रिंस चार्ल्स
- चार्ल्स के बाद बतौर उत्तराधिकारी प्रिंस विलियम का नाम आया आगे