कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर बहस के दौरान लोकसभा को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष को विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया. कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने निर्मला सीतारमण के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस सौंपा, जिस पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि यह उनके पास विचाराधीन है. वेणुगोपाल ने निर्मला पर दो मसलों पर सदन को गुमराह करने और राहुल गांधी के उठाए सवालों का जवाब देने के बजाय अनर्गल बातों में उलझाकर सदन का समय बर्बाद करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, 'निर्मला सीतारमण ने सदन को बताया कि हिंदुस्तान एरोनॉटिकल्स लिमिटेड (एचएएल) को एक लाख करोड़ मूल्य के ऑर्डर दिए गए, जो सरासर गलत है.'
वेणुगोपाल ने कहा, 'राफेल सौदे पर शुक्रवार को अपने जवाब में भी उन्होंने यह दावा कर सदन को गुमराह किया कि सर्वोच्च न्यायालय ने विमान की कीमत पर सरकार के रुख का अनुमोदन किया है और उद्देश्यपूर्ण ढंग से सदन को यह नहीं बताया कि दरअसल अदालत ने कहा है कि वह विमान की कीमत का ब्यौरा मांगना उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता, इसलिए वह इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगा.'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने निर्मला सीतारमण पर एचएएल को ठेका दिए जाने के संबंध में झूठ बोलने का आरोप लगाया और उनसे संसद में अपने दावों का साबित करने या इस्तीफा देने की मांग की.
हालांकि निर्मला ने संसद में दिए उनके बयान को अशुद्ध और भ्रामक बताया और इसको लेकर राहुल गांधी की आलोचना की. उन्होंने स्पष्ट किया कि एचएएल से इस बात की पुष्टि की गई है कि 2014 से लेकर 2018 के दौरान एचएएल को 26,570 करोड़ रुपये के ठेके मिले और तकरीबन 73,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर पाइपलान में है.
और पढ़ें- सवर्ण आरक्षण को कांग्रेस का साथ लेकिन टाइमिंग को लेकर सरकार की मंशा पर उठाया सवाल
याद रहे कि राहुल गांधी नवंबर में बेंगलुरू स्थित एचएएल के दफ्तर गए थे. उन्होंने वहां के अधिकारियों व कर्मचारियों से बात कर सारी बातें और उनकी समस्याएं सुनी थीं. राहुल इसीलिए दावे के साथ कह रहे हैं कि रक्षामंत्री झूठ बोलकर सदन को गुमराह कर रही हैं.
Source : IANS