Year Ender 2020-Coronavirus (Covid-19): साल 2020 को कोरोना वायरस महामारी की वजह से भविष्य में हमेशा याद किया जाएगा. कोरोना का प्रकोप अभी पूरी दुनिया झेल रही है. आपको बता दें कि कोविड-19 को महामारी घोषित हुए करीब 10 महीने हो चुके हैं और हमें अभी भी पूरी दुनिया में कोरोना की वैक्सीन लगाने का इंतजार है. कोरोना महामारी की वजह से दुनियाभर की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी गंभीर नकारात्मक असर पड़ा है. कुछ कारोबार के लिए तो कोरोना काल बनकर सामने आया है वे कारोबार पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं. हालांकि जानकार कोरोना वैक्सीन की प्रगति और मौजूदा स्थितियों को देखते हुए उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले कुछ महीनों में सबकुछ ठीक होने लग जाएगा.
यह भी पढ़ें: दाराशिकोह की कब्र मिलने का क्या है सच, हुमायूं मकबरे का फिर दौरा करेगी मंत्रालय की कमेटी
भारत में अबतक 1 करोड़ से ज्यादा लोग हो चुके हैं संक्रमित
आपको बता दें कि पिछले साल चीन से निकले कोरोना वायरस ने पिछले एक साल में भारत में जहां 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को संक्रमित किया है. वहीं अगर पूरी दुनिया की बात करें तो साढ़े सात करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. भारत में अब तक करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत कोरोना वायरस महामारी की वजह से हो चुकी है, जबकि पूरी दुनिया में 17 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. गौरतलब है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश होने के बावजूद भारत ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में काफी सराहनीय प्रयास किया है. बता दें कि शुरुआत में पूरी दुनिया में कोरोना वायरस को लेकर हाहाकर मचा हुआ था और अमेरिका जैसे सबसे शक्तिशाली देश में तो जून में 1 लाख से ज्यादा केस आ गए थे. उस समय भारत में संक्रमण के बेहद कम मामले सामने आए थे और अभी भी भारत सरकार संक्रमण की रोकथाम के लिए काफी तेज प्रयास कर रही है.
यह भी पढ़ें: बंगाल चुनाव में अपने-अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ेंगे कांग्रेस-लेफ्ट
30 जनवरी 2020 को आया था भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला
भारत में सबसे पहले कोरोना वायरस से संक्रमण का मामला 30 जनवरी 2020 को दक्षिण भारत के केरल में सामने आया था. वायरस से संक्रमण का पहला शिकार 20 साल की युवती थी. दरअसल, वह युवती 25 जनवरी 2020 को चीन के वुहान शहर से लौटी थी. आपको बता दें कि वुहान ही वह शहर है जहां से इस खतरनाक वायरस की शुरूआत मानी जाती है. जानकारी के मुताबिक वह युवती तीन साल से वुहान में चिकित्सा की पढ़ाई कर रही थी. आपको बता दें कि वुहान में 31 दिसंबर 2019 को कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आया था. उस युवती ने बताया था कि वुहान से भारत आने पर पहले कोलकाता एयरपोर्ट और फिर कोच्चि एयरपोर्ट पर उसकी थर्मल स्क्रीनिंग हुई थी और उस समय वह पूरी तरह से स्वस्थ थी.
Update on Novel #Coronavirus: one positive case reported in Kerala. The patient is stable and is being closely monitored.
— PIB India (@PIB_India) January 30, 2020
Details: https://t.co/bLcJGpH4g9@MoHFW_INDIA
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी का मिशन यूथ, 65 फीसद युवा आबादी है लक्ष्य
हालांकि अगले ही दिन बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास से उन्हें एक एडवाजरी प्राप्त हुई थी जिसमें उन्हें अपना मेडिकल टेस्ट कराने की सलाह दी गई थी. उसके बाद उन्होंने सरकारी अस्पताल में टेस्ट भी कराया था. हालांकि दो दिन बाद 27 जनवरी को उनके गले में परेशानी शुरू हो गई. वह दोबारा अस्पताल पहुंची और इस बार उन्हें एडमिट कर लिया गया. इसके अलावा उनका कोरोना टेस्ट भी हुआ और वह पॉजिटिव आ गया. भारत सरकार ने भी उस समय इस बात की पुष्टि की थी कि चीन के वुहान विश्वविद्यालय से आए एक छात्र में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं.
यह भी पढ़ें: जानें कौन हैं 1971 के युद्ध में वॉर ऑफ मूवमेंट की रणनीति बनाने वाले जैकब
12 मार्च, 2020 को हुई थी कोरोना संक्रमण से पहली मौत
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से पहली मौत 12 मार्च, 2020 को हुई थी. बता दें कि कोविड 19 के कारण भारत में पहली मौत कर्नाटक के कलबुर्गी में हुई थी. 76 साल के ये व्यक्ति सऊदी अरब से भारत वापिस लौटे थे. सऊदी अरब से लौटने के बाद उन्हें सांस लेने में परेशानी, खांसी और निमोनिया की शिकायत हुई थी. 6 मार्च को एक स्थानीय डॉक्टर ने उनके घर पर ही उनका इलाज किया.
#CoronaVirusUpdate:
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) March 12, 2020
Death of a 76 year old male from #Karnataka is confirmed to be caused due to co-morbidity and he has also tested positive for #COVID19.
The details are here: pic.twitter.com/6Vou8iVOo9
हालांकि स्वास्थ्य बिगड़ने की वजह से 9 मार्च को उस व्यक्ति को कलबुर्गी में एक निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया था और शुरुआती जांच में उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था. 10 मार्च को उनकी मौत हो गई थी.