प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को राज्यसभा में कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता और राज्यसभा (Rajya Sabha) में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के विदाई भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भावुक नजर आए. उन्होंने गुलाम नबी आजाद की जमकर तारीफ भी की. पीएम मोदी ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार गुजरात के कुछ यात्रियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया, 8 लोग उसमें मारे गए. सबसे पहले गुलाम नबी जी का मुझे फोन आया. उनके आंसू रुक नहीं रहे थे. वह काफी भावुक थे. गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म हो रहा है. उनके साथ ही जम्मू और कश्मीर से गुलाम नबी आजाद के अलावा पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के दो अन्य सांसद नजीर अहमद लावे का कार्यकाल 10 फरवरी और मीर मोहम्मद फैयाज का कार्यकाल 15 फरवरी को पूरा हो रहा है. इनके अलावा बीजेपी के शमशेर सिंह मन्हास का कार्यकाल भी 10 फरवरी को खत्म हो रहा है.
कब-कब भावुक हुए
बेलूर मठ - मई-2015
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने पहली बार बेलूर मठ का दौरा किया. बेलूर मठ स्थित रामकृष्ण मठ और मिशन का दौरा काफी भावुक क्षण लेकर आया.
मठ में जब खासतौर पर उनके लिए स्वामी विवेकानंद का कमरा खोला गया तो मोदी काफी भावुक हो गए. मोदी जब अपनी युवावस्था में साधु बनना चाहते थे तब इसी मठ ने 3 बार उनकी अपील को नामंजूर कर दिया था. प्रधानमंत्री मोदी ने मठ में स्वामी विवेकानंद के कक्ष में उनकी पादुकाओं के करीब 15 मिनट तक रहे और ध्यान लगाया.
नोटबंदी का जबाव - 2016
नोटबंदी पर विपक्ष के हमले का जवाब देने के लिए बुलाई गई बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर भावुक हो गए. पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी को सर्जिकल स्ट्राइक ना कहा जाए. 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बैन करने का फैसला गरीबों की मदद के लिए किया गया है। पीएम ने कहा कि विपक्ष गलत जानकारी फैला रहा है. उन्होंने भाजपा सांसदों से कहा कि वे इस बारे में जनता को जागरूक करें और इस कदम के फायदे बताएं.
गोवा - 2016
8 नवंबर 2016 को विमुद्रीकरण के फैसले के बाद पहली बार 13 नवंबर को गोवा में लोगों को संबोधित करते वक्त मोदी भावुक हो गए थे. वह कालेधन रखने वालों पर खूब बरसे. सख्त लहजे में उन्होंने कहा किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, 'घोटालेबाज़ 4000 रुपये बदलने के लिये लाइन में खड़े हैं, जिन्हें राजनीति करनी है वो करें, देश के युवाओं का जीवन अंधकार में नहीं रखना चाहिये.' इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने... घर-परिवार... सब देश के लिए छोड़ दिया..., यह बोलते वक्त मोदी को बहुत मुश्किल से अपने आंसू जज्ब करने पड़े थे.
बाबासाहेब भीमराव आम्बेडर यूनिवर्सिटी (BBAU) - जनवरी 2016
लखनऊ में बाबासाहेब भीमराव आम्बेडर यूनिवर्सिटी (BBAU) के दीक्षांत समारोह के दौरान छात्र रोहित वेमुला की मौत का जिक्र करते वक्त भी पीएम काफी भावुक हो गए थे. उन्होंने कहा कि एक मां ने अपना बेटा खोया है, इसका दर्द वह महसूस कर सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर हो रही राजनीति पर अपनी खामोशी तोड़ी और कहा कि रोहित की मां ने अपना लाल खोया है. मां भारती के लिए इससे बड़ा नुकसान कुछ नहीं हो सकता। मैं एक मां की पीड़ा को महसूस करता हूं.
सितंबर 2015 - फेसबुक हेडक्वॉर्टर
2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने अमेरिका दौरे पर सिलिकॉन वैली का भी दौरा किया. इस दौरान वह फेसबुक और गूगल के ऑफिस भी गए. पीएम मोदी ने फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग के साथ टाउनहॉल में हिस्सा लिया। उन्होंने वहां जुकरबर्ग समेत कई लोगों के सवालों के जवाब दिए. मोदी फेसबुक हेडक्वॉर्टर में मार्क जकरबर्ग के सवालों का जवाब दे रहे थे, तब अपनी मां पर एक सवाल का जवाब देते वक्त उनकी आंखें भर आई. अपनी मां के संघर्ष के बारे में बताते-बताते मोदी काफी भावुक हो गए थे.
संविधान चर्चा पर मोदी हुए भावुक
पीएम मोदी लोकसभा में संविधान चर्चा के भी भावुक हो गए थे. पीएम बोल रहे थे कि भारत काफी विविधता वाला देश है. यहां के लिए कानून बनाना एक बहुत बड़ा काम था. बाबा साहेब अबेंडकर ने खुद जहर पीया और हमारे लिए अमृत छोड़कर गए. यह बोलते-बोलते मोदी भावुक हो उठे.
संसद का सेंट्रल हॉल
2014 में बीजेपी के संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद संसद के सेंट्रल हॉल में स्पीच देते वक्त बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के बयान (नरेंद्र भाई ने कृपा की) का जिक्र करते हुए मोदी की आंखों से आंसू छलक पड़े थे। उन्होंने रूंधे गले से कहा था कि वह (आडवाणी) कृपा शब्द का प्रयोग न करें। मां की सेवा कभी कृपा नहीं होती, मेरे लिए बीजेपी मां के समान है और मैं उसकी सेवा करना चाहता हूं।
गुजरात विधानसभा
प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी के लिए गुजरात विधानसभा में विशेष सत्र का आयोजन किया गया था। इसमें मोदी ने फेयरवेल स्पीच में विपक्ष की तारीफ की थी। जब विपक्ष के नेता उनको भविष्य के लिए शुभकामनाएं दे रहे थे, तब मोदी भावुक हो गए थे।
16 जनवरी - कोरोना वैक्सीनेशन अभियान
16 जनवरी 2021 को कोरोना काल के शुरुआती वक्त को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा 'कोरोना से हमारी लड़ाई आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की रही है.' उन्होंने कहा कि 'इस मुश्किल लड़ाई से लड़ने के लिए हम अपने आत्मविश्वास को कमजोर नहीं पड़ने देंगे, ये प्रण हर भारतीय में दिखा.' हेल्थ वर्कर्स को याद कर पीएम मोदी की आंखें डबडबा गईं. उन्होंने कहा, 'सैकड़ों साथी ऐसे भी हैं जो कभी घर वापस... लौटे नहीं. उन्होंने एक-एक जीवन को बचाने के लिए अपना जीवन आहूत कर दिया. इसलिए आज कोरोना का पहला टीका स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को लगाकर एक तरह से समाज अपना ऋण चुका रहा है.'
Source : News Nation Bureau