भारतीय सेना (Indian Army) में भर्ती के लिए एक नए प्रयोग की तैयारी चल रही है. डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स ने एक ऐसा प्रस्ताव तैयार किया है, जिसके तहत भविष्य में शॉर्ट टर्म भर्तियों को सेना में लागू किया जाएगा. हालांकि सरकार इस तरह के भर्तियों को अन्य मंत्रालय में भी लाना चाहती है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक इसकी शुरुआत भारतीय सेना से होगी. टूर ऑफ ड्यूटी के नाम वाले इस प्रस्ताव के तहत 3 साल की निर्धारित समय अवधि के लिए सैनिकों (Soldiers) की भर्ती की जाएगी. हालांकि प्रस्ताव कहता है कि प्रयोग के तौर पर टूर ऑफ ड्यूटी को अभी इंप्लीमेंट किया जाएगा और सफल होने पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा.
वेतन-पेंशन का बोझ हो सकेगा कम
माना जा रहा है कि सैलरी और पेंशन के बढ़ते बोझ को इसके जरिए सेना में काफी हद तक कम किया जा सकता है. भारतीय सेना फिलहाल 13 लाख की स्ट्रांग फोर्स के साथ देश की सीमाओं की सुरक्षा करती है. यह प्रस्ताव सबसे पहले 2020 में अस्तित्व में आया था. उस वक्त के प्रस्ताव के मुताबिक न सिर्फ सैनिकों, बल्कि अधिकारियों की भर्ती भी निश्चित समय अवधि के लिए किए जाने का इरादा था. यह अलग बात है कि शार्ट सर्विस कमीशन के तहत सैन्य अधिकारियों की नियुक्ति का एक अलग विंडो है. लिहाजा टूर ऑफ ड्यूटी के तहत फिलहाल सिर्फ सेना के जवानों की भर्ती का प्रस्ताव आगे बढ़ाया गया है.
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हजार सैनिकों पर बचेंगे 11000 करोड़ रुपए
इस प्रस्ताव को तत्कालीन सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने हरी झंडी दी थी. यह कहते हुए कि मंत्रालय पर बढ़ते पेंशन की बोझ को इससे काफी हद तक कम किया जा सकेगा और रक्षा बजट को कम करने में भी इससे मदद मिलेगी. एक अनुमान के मुताबिक 1000 जवानों पर इसके जरिए 11000 करोड रुपए की बचत हो सकेगी और इस राशि को आर्मी के आधुनिकिकरण में इस्तेमाल किया जा सकेगा. गौरतलब है कि कोविड़ की वजह से पिछले 2 साल में आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में कोई भर्ती नहीं हुई है.
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रेगुलर भर्तियां भी रहेंगी जारी
आंकड़ों की बात करें तो सिर्फ आर्मी में इसके चलते तकरीबन डेढ़ लाख सैनिकों की कमी बताई जा रही है. हालांकि टूर ऑफ ड्यूटी के तहत सेना की भर्ती को सरकार एक तरफ आगे बढ़ाएगी, वहीं दूसरी तरफ रेगुलर भर्ती भी जारी रहेगी. टूर ऑफ ड्यूटी के प्रस्ताव में यह भी है कि 3 साल के बाद इन सैनिकों को सरकार पैरा मिलिट्री और पुलिस जैसी भर्तियों में वरीयता देगी. साथ ही प्राइवेट सेक्टर में भी इन्हें इस्तेमाल किया जाएगा ताकि इनका भविष्य सुरक्षित रह सके.
HIGHLIGHTS
- महज 3 साल के लिए युवा भर्ती हो सकेंगे भारतीय सेना में
- रक्षा मंत्रालय इसे बतौर पायलट प्रोजेक्ट जल्द करेगा शुरू
- सरकार पर बढ़ते वेतन और पेशन का बोझ होगा कम
Source : Madhurendra Kumar