दिल्ली के बाटला हाउस (Batla House) में शनिवार को तलाशी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट (IS) के सदस्य 22 वर्षीय मोहसिन अहमद (Mhosin ahmed) जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (Jamia milia islamia university) के द्वितीय वर्ष के इंजीनियरिंग का छात्र (Engineering student) हैं. सूत्रों का कहना है कि मूल रूप से बिहार (Bihar) का रहने वाला अहमद दो साल पहले इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए कोटा आया था. इस दौरान वह मध्य पूर्व और सीरिया (Seria) में IS के गुर्गों के संपर्क में रहा. सूत्रों ने आगे कहा, वह समूह के सदस्यों के साथ नियमित संपर्क में था और कट्टरपंथी हो गया. कट्टरपंथी प्रशिक्षण के दौरान अहमद एक 28 वर्षीय महिला कार्यकर्ता के संपर्क में था जिसने उसे जिहाद के लिए धन इकट्ठा करने और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से सीरिया में अलहोल शिविर भेजने के लिए कहा था. अलहोल कैंप में महिला जिहादी लड़ाकों को प्रशिक्षण दिया जाता है. फिहला अदालत ने मोहसिन को 9 दिन के लिए NIA की हिरासत में भेज दिया है जिससे आगे की पूछताछ की जाएगी.
जिहादी लव के जरिये पैसे इकट्ठा करना है मकसद
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान अहमद ने कहा कि उसे महिला से प्यार हो गया, जिसे वे जिहादी लव कहते हैं. सूत्रों का दावा है कि अलहोल कैंप की महिलाएं जिहादी प्रेम के जरिए दुनिया भर में पैसा इकट्ठा करती हैं. अहमद ने कहा कि IS के लिए बड़ी फंडिंग अफगानिस्तान में ड्रग्स कारोबार से आती है. बाटला हाउस में बैठकर अहमद ने क्राउडफंडिंग के लिए दुनिया भर के कई लोगों से संपर्क में आए जिनमें सीरिया, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया, मलेशिया, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देश शामिल है. उन्होंने क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू की और मुख्य रूप से बिटकॉइन में कारोबार किया. वह क्रिप्टोकरंसी के जरिए पैसा इकट्ठा कर रहा था. सूत्र ने बताया कि भारत में उन्होंने UPI के जरिए करीब 4 लाख रुपये जमा किए. NIA वजीरएक्स और अन्य क्रिप्टो वॉलेट की भी जांच कर रही है. सूत्रों ने कहा, अहमद बेहद कट्टरपंथी है. हम विश्वविद्यालय और कोटा में उसके सहयोगियों की जांच कर रहे हैं. स्वतंत्रता दिवस से पहले यह एक बड़ी गिरफ्तारी है.'
ये भी पढ़ें : क्या है One China Policy? जानें भारत और दुनिया के अन्य देशों का रुख
स्वतंत्रता दिवस से पहले बड़ी कामयाबी
NIA ने महाराष्ट्र सहित सात राज्यों में 13 स्थानों पर छापेमारी की और 48 लोगों को हिरासत में लिया. इस महीने 1 अगस्त को 13 और 31 जुलाई को 35 आईएस से संबंध रखने वाले लोगों को हिरासत में लिया गया जो भारत के खिलाफ "कुछ बड़ा" करने की योजना बना रहे थे जिसे विफल कर दिया गया. शीर्ष खुफिया सूत्रों के अनुसार, ज़ुफ़री जौहर दामोदी से पूछताछ का परिणाम था, जिसे अगस्त 2021 में कर्नाटक के भटकल से आईएस से कथित संबंध के लिए गिरफ्तार किया गया था. सूत्र ने बताया कि दामोदी से मिली जानकारी के साथ ही एजेंसी पिछले एक साल से भारत केंद्रित आईएस पत्रिका वॉयस ऑफ हिंद पर नजर रख रही थी. एजेंसी ने देखा कि पत्रिका में भारत में जमीनी स्थिति का बहुत ही सूक्ष्म विवरण था, जो स्थानीय संसाधनों के बिना संभव नहीं हो सकता था. इसके चलते वे आईएस से जुड़े 48 लोगों तक पहुंचे. एजेंसी के सूत्र ने कहा कि 48 लोग वॉयस ऑफ हिंद और अन्य आईएसकेपी-संबंधित समूहों के लिए सामग्री तैयार कर रहे थे.