Who is The Next CM of Karnataka: कर्नाटक में आज विधानसभा चुनाव के नतीजों का दिन है. सुबह 8 बजे से मतगणना जारी है. अब तक के रुझानों में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ आगे बढ़ रही है. कांग्रेस पार्टी 130 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, भाजपा 68 सीटों पर है. कर्नाटक में ताजा रुझानों में कांग्रेस भले ही जीत हासिल करने की ओर बढ़ रही हों, लेकिन ग्रैंड ओल्ड पार्टी वाली कांग्रेस में मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर चर्चा भी शुरू हो चुकी है. मुख्यमंत्री की रेस में दो नाम सबसे आगे है. सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार हैं. कर्नाटक के कनकपुरा सीट से शिवकुमार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 1 लाख मतों से हराकर चुनाव जीत लिया है. वहीं, सिद्धारमैया वरुणा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के वी सोमन्ना से 50 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं. वरुणा विधानसभा मैसूर क्षेत्र के तहत आता है और यह लिंगायत का गढ़ माना जाता है. इस बीच सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपने पिता के नाम का दावा किया है. उन्होंने कहा कि उनके पिता के दम पर कांग्रेस कर्नाटक का किंग बनी है.
यतींद्र ने आगे कहा कि कर्नाटक के हित के लिए मेरे पिता को मुख्यमंत्री का पद मिलना चाहिए. वहीं, डी के शिवकुमार ने कहा कि यह अखंड कर्नाटक की जीत है. मतदाताओं और जनता ने कांग्रेस पर भरोसा जताया है. हम उनके पैरों में गिरकर आशीर्वाद मांग रहे हैं और समर्थन देने के लिए दिल से धन्यवाद कर रहे हैं. जनता से किए वादों को कांग्रेस पूरा करेगी. वर्षों बाद कांग्रेस की प्रचंड जीत ने कर्नाटक से बीजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया है. निश्चित तौर पर इसका श्रेय शिवकुमार और सिद्धारमैया की जोड़ी को जाता है. हालांकि,सीएम के चेहरे पर अभी स्थिति साफ नहीं हुई है. विधायक दल की बैठक के बाद ही तस्वीर साफ होगी.
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सिद्धारमैया और शिवकुमार पर आलाकमान करेगा फैसला
दरअसल, सिद्धरमैया दक्षिण में कांग्रेस का बड़ा नाम और चेहरा हैं. वह मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. वहीं, शिवकुमार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हैं. चुनाव के दौरान दोनों ने जमकर पसीना बहाया है, जिसका नतीजा आज परिणामों में दिख रहा है. ऐसे में कांग्रेस के सामने दोनों में से किसी एक को चुनना मुश्किल भरा काम है. फिर भी एक से दो दिनों के भीतर सीएम के नाम का ऐलान हो जाएगा. पार्टी आलाकमान के फैसले के बाद सीएम के नाम की घोषणा हो जाएगी.
सिद्धारमैया
गांधी परिवार के भरोसेमंद और पार्टी के वफादार नेता सिद्धारमैया मुख्यमंत्री के नाम के लिए सबसे अधिक चर्चा में हैं. कुरुबा समुदाय से ताल्लुक रखने वाले सिद्धारमैया ने 2023 के चुनावों को अपना आखिरी चुनाव बताकर एक नया दांव भी चल दिया दिया. 12 अगस्त 1948 में मैसूर में जन्मे सिद्धारमैया के सियासी दांव के कई मायने हैं. उनके बेटे यतींद्र ने विधायक दल की बैठक से पहले ही अपने पिता को मुख्यमंत्री बनने का दाव खेल दिया है. चुनाव से पहले सिद्धारमैया ने भी अपनी इच्छा जताई थी. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि सीएम पद के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए. अगर मैं सीएम पद की इच्छा रखता हूं, इसमें भी कुछ गलत नहीं है. आखिरकार, मुख्यमंत्री पद का फैसला पार्टी आलाकमान ही करेगा. यानी सिद्धारमैया चाहते हैं कि वह सीएम बने और इसी के साथ उनका राजनीतिक सफर हमेशा के लिए ठहर जाए.
डी के शिवकुमार
गांधी परिवार के नजदीकी और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के सूत्रधारों में एक डी के शिवकुमार इस समय कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. गांधी परिवार का भरोसा शिवकुमार पर उस वक्त और बढ़ा था, जब 2017 में अहमद पटेल को राज्यसभा चुनाव का कठिन सामना करना पड़ा था. उस वक्त शिवकुमार ने अहमदाबाद के होटल में सभी विधायकों को एकजुट करने में सफल हुए थे. सीएम की कुर्सी के लिए सिद्धारमैया के साथ उनकी लड़ाई के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व एकजुट है और पार्टी कार्यकर्ता हमारे संदेश को जमीन और पर जुटाने में सक्रिय हैं और कांग्रेस विधानसभा चुनाव 140 सीट जीतने जा रही हैं. उन्होंने कहा था कि मेरे लिए पार्टी पहले आती है और मुख्यमंत्री बाद में आता है. पार्टी जो भी फैसला करेगी मैं उसका पालन करूंगा.
Source : News Nation Bureau