छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान खत्म हो चुका है. फिर भी घोषणाओं का दौर जारी है. मुख्यमंत्री भूपेश बेघल ने महिला मतदाता को लुभाने के लिए बड़ा दांव चला है.सीएम ने दिवाली के दिन छत्तीसगढ़ गृह लक्ष्मी योजना का ऐलान किया. इस योजना के तबत महिलाओं के खाते में हर साल 15 हजार रुपये दिए जाएंगे. भूपेश बघेल के इस दांव को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फॉर्मूले के तौर पर देखा जा रहा है. क्योंकि मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए लाडली योजना की शुरुआत की है. इसके तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1250 रुपये दिए जा रहे हैं.
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने इसी साल मार्च में महिलाओं के लिए लाडली योजना शुरू की थी. इस स्कीम के तहत महिलाओं को सरकार हर महीने 1250 रुपये खाते में दिए जा रहे हैं. यानी हर साल 15000 हजार रुपये महिलाओं के खाते में जाएंगे. मध्य प्रदेश बीजेपी ने अपने मैनिफिस्टो में लाडली बहनों को मुफ्त आवास भी देने का वादा किया है. मध्य प्रदेश में इस योजना से बीजेपी को अच्छा रिस्पॉन्स मिलने लगा. इसके बाद छत्तीसगढ़ में सीएम बघेल ने एक हजार रुपये देने का ऐलान किया. लेकिन अब सूबे के मुखिया भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़िया लोगों को हर साल 15000 रुपये का वादा किया है.
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शिवराज सिंह चौहान के फॉर्मूले पर भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती है तो महिलाओं को हर साल 15000 रुपये दिए जाएंगे. बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म x (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया. अगर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में बरकरार रहती है तो महिलाओं के खाते में 15 हजार रुपये मिलेंगे. इसके लिए ना फॉर्म भरने की जरूरत है और ना ही लाइन में लगने की आवश्यकता है.
बीजेपी के लिए महिला साइलेंट मतदाता
बघेल के इस ऐलान से चर्चा शुरू हो गई है कि पहले चरण के चुनाव खत्म होने और दूसरे चरण के चुनाव से ठीक पांच दिन पहले आखिर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को ऐसी घोषणा क्यों करनी पड़ी. तो बता दें कि मुख्यमंत्री बघेल की घोषणा बीजेपी की घोषणा पत्र आने के बाद हुई है. बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में महिलाओं को 12 हजार रुपये देने का वादा की है. साथ ही बीजेपी महिला आरक्षण को भी चुनावी मुद्दा बनाकर जनता के बीच जा रही है. जिसका रिस्पॉन्स अच्छा मिल रहा है. महिला मतदाताओं को बीजेपी का साइलेंट मतदाता भी कहा जाता है. क्योंकि बीजेपी को महिला मतदाताओं का अच्छा खासा वोट पड़ता है. ऐसे में भूपेश बघेल ने समय रहते इस बात को भांप लिया कि अगर बीजेपी ने महिला वोटों को अपने पक्ष में कर लिया तो कांग्रेस को भारी नुकसान होगा. क्योंकि छत्तीसगढ़ में पुरुषों से ज्यादा महिला मतदाता है.
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या ज्यादा
कांग्रेस के इस फॉर्मूले का एक और कारण है सूबे में पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या है. राज्य में कुल 2 करोड़ 3 लाख 60 हजार से अधिक वोटर हैं. इनमें पुरुष वोटरों की संख्या 1 करोड़ 1 लाख 20 हजार है. जबकि महिला मतदाताओं की तादाद 1 करोड़ 2 लाख 39 हजार है. यानी पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाता 1 लाख 18 हजार से अधिक है. ऐसे में कांग्रेस, बीजेपी और अन्य दलों की नजर महिलाओं पर है.
छत्तीसगढ़ में 20 सीटों में 16 पर महिला वोटरों की तादाद अधिक
छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 20 सीटों पर हुए मतदान में महिला मतदाताओं की तादाद ज्यादा है. 16 सीटों पर महिला मतदाताओं का दबदबा रहा. बस्तर संभाग के बस्तर, कांकेर, कवर्धा, मानपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंडागांव, राजनांदगांव, जगदलपुर और बीजापपुर समेत करीब 16 सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक थी.
Source : News Nation Bureau