Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में मचा घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी किसकी है और एनसीपी पर पावर किसी पवार का है इसको लेकर 5 जुलाई बुधवार को हलचलें तेज हैं. मुंबई में एक तरफ अजित पवार शक्ति प्रदर्शन के लिए बैठक कर रहे हैं तो दूसरी तरफ शरद पवार खेमे में भी बैठकों का दौर जारी है. दोनों के बीच इस बात का दावा किया जा रहा है कि ज्यादा विधायक किसके साथ हैं. इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है. शक्ति प्रदर्शन के बीच अजित पवार को बड़ा झटका लगा है. दरअसल दो विधायक यू टर्न लेकर शरद पवार खेमे में आ गए हैं.
दो विधायकों ने अजित को दिया झटका
एनसीपी पर वर्चस्व को लेकर अजित और शरद पवार दोनों खेमों ने बुधवार को अलग-अलग बैठक बुलाई. इन दोनों ही नेताओं ने बकायदा व्हीप जारी कर विधायकों को बैठक में पहुंचने को कहा. इस बीच खबर आई है कि अजित पवार को समर्थन देने वाले दो विधायक एक बार फिर शरद पवार की शरण में आ गए हैं.
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क्यों बदला पाला
शरद पवार के खेमे में लौटे दोनों विधायकों का कहना है कि उन्हें ये बताया नहीं गया था कि उनसे किस कागज पर हस्ताक्षर करवाए जा रहे हैं. लिहाजा जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी लगी कि वे शरद पवार से अलग हो रहे हैं तो उन्होंने वहां से निकलना जरूरी समझा. इनमें एक नेता अमोल कोल्हे भी है. इनका कहना है कि अभी और भी विधायक शरद पवार के खेमे में लौटेंगे.
हलफनामे पर हो रहे साइन
उधर अजित पवार का गुट अपनी ताकत बढ़ाने और खेमे को मजबूत करने के लिए बैठक में ही विधायकों से हलफनामे पर हस्ताक्षर करवा रहा है. अजित पवार के निवास नीलगिरी पर सुबह से ही नेताओं का जुटना शुरू हो गया था. वहीं बैठक स्थल पर जब विधायक पहुंचने लगे तो उनसे हलफनामे पर साइन करवाना शुरू कर दिए गए ताकि आगे चलकर दिक्कत ना हो.
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आंकड़ों पर एक नजर
मौजूदा स्थिति में शरद पवार और अजित पवार दोनों ही विधायकों को अपनी-अपनी ओर करने में जुटे हैं. लेकिन आंकड़ों की बात की जाए तो फिलहाल अजित पवार को 24 विधायकों का साथ मिलता दिख रहा है जबकि शरद पवार के पाले में 14 एमएलए हैं, लेकिन अभी भी 15 विधायक ऐसे हैं जो कोई निर्णय नहीं ले पाए हैं. इन विधायकों की नजर वेट एंड वॉच की है.
शरद पवार ने किया EC का रुख
दूसरी तरफ शरद पवार जो राजनीति के चाणक्य माने जाते हैं इतनी जल्दी हार मानने के मूड में नहीं हैं. यही वजह है कि उन्होंने एनसीपी के वर्चस्व को लेकर अपना अगला कदम बढ़ा दिया है. शरद पवार ने इलेक्शन कमीशन में एक कैविएट दाखिल की है. इसमें कहा गया है कि चुनाव आयोग किसी भी तरह के निर्णय से पहले उनकी बात सुने. यही नहीं शरद पवार ने चुनाव आयोग को उन 9 विधायकों की जानकारी भी दी है जिन्होंने शिंदे सरकार में शपथ ली है. ऐसे में अजित पवार के लिए आगे की राह इतनी आसान नहीं होगी. माना जा रहा है कि अजित पवार भी बुधवार को ही चुनाव आयोग का रुख कर सकते हैं.
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र में चल रहा सियासी घमासान
- एनसीपी में वर्चस्व की लड़ाई चुनाव आयोग तक पहुंची
- शक्ति प्रदर्शन के बीच अजित पवार को लगा झटका