देश के राजनीतिक गलियारों में हवाओं का रुख बदल रहा है और तैयारियां अगले लोकसभा चुनाव की होने लगी हैं. अगले लोकसभा के चुनाव में अभी वक्त तीन साल का है, लेकिन अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में चुनाव होने हैं, जिनके होते हुए सीधा रास्ता केंद्र में सत्ता तक जाता है. यही कारण है कि विपक्षी नेताओं ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है, जिसके लिए बड़ी पहल सबसे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने की है. मंगलवार यानी आज शरद पवार विपक्षी एकता के लिए कदम उठाने जा रहे हैं. शरद पवार के घर आज तमाम विपक्षी दलों के नेताओं का जमावड़ा लगेगा.
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राष्ट्र मंच के बैन तले होगी बैठक
शरद पवार ने विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई है. पहले दौर में पवार आज शाम को नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर कुछ राजनीतिक दलों के नेताओं और विभिन्न क्षेत्रों के अन्य प्रमुख विशेषज्ञों से मुलाकात करेंगे. शाम चार बजे शरद पवार के आवास पर यह बैठक राष्ट्र मंच के बैन तले होने वाली है. बताया जा रहा है कि बैठक में आम आदमी पार्टी, सीपीआई, नेशनल कॉन्फ्रेंस, सपा के नेता पहुंचेंगे. राजद समेत कई और विपक्षी दलों के नेता भी हिस्सा ले सकते हैं. हालांकि महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना और कांग्रेस को लेकर स्थिति साफ नहीं है.
तीसरे मोर्चे की कवायद तेज
शरद पवार की इस बैठक के मायने निकाले जा रहे हैं कि यह तीसरे मोर्चा की कवायद हो सकती है. गैर बीजेपी और गैर कांग्रेस की जगह अब कोई नया गठबंधन बनाया जा सकता है. कहा जा रहा है कि गैर बीजेपी और गैर कांग्रेसी दल साथ मिलकर 2024 में देश को एक विकल्प देना चाहते हैं. इसकी वजह यह है कि राज्यों में कांग्रेस कमजोर पड़ती जा रही है और चुनाव में क्षेत्रीय दलों से ही मुकाबले के चलते विपक्ष के बाकी दलों का उससे मोह भंग हो रहा है. ऐसे में कांग्रेस को किनारे कर विपक्ष के अन्य दलों को नए मंच पर लाने के लिए कोशिश हो सकती है.
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मोदी के विरोधियों को गोलबंद करने की कोशिश
इसके अलावा बैठक को लेकर अटकलें ऐसी हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ 'एकजुट' होने के संभावना तलाशने के लिए विपक्षी पाटियों को बुलाया गया है. इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधियों को गोलबंद करने की कोशिश से जोड़ा जा रहा है, जिसके लिए भूमिका शरद पवार निभा रहे हैं. महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार गठन के बाद से शरद पवार को एक ऐसे नेता के तौर पर देखा और बताया जाता है जो राष्ट्रीय स्तर पर नरेंद्र मोदी और बीजेपी का विकल्प तैयार कर सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी अलायंस की अटकलों को बल शरद पवार और प्रशांत किशोर की मुलाकात से भी मिला, जो बीते दिन हुई.
पक रही सियासी खिचड़ी
बहरहाल, इस बैठक को इतना तूल इसीलिए दिया जा रहा है, क्योंकि ये शरद पवार के घर हो रही है और ये तर्क बेवजह नहीं है. इस मुलाकात को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन यह तय है कि बैठक के जरिए सियासी खिचड़ी जरूर पकाई जा रही है.
HIGHLIGHTS
- शरद पवार ने बुलाई विपक्षी नेताओं की बैठक
- शाम 4 बजे पवार के आवास पर बैठक होगी
- मुलाकात के निकाले जा रहे सियासी मायने