छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जंगल शनिवार को एक बार फिर से गोलियों की तड़ताहड़ से गूंज उठे. 3 अप्रैल को मां भारतीय ने एक बार फिर से अपने वीर सपूतों को खो दिया. 3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में देश के 23 बहादुर जवान शहीद हो गए. जानकारी के मुताबिक इस हमले में 200 से 300 नक्सली शामिल थे. इस हमले में सुरक्षाबलों के 22 जवान शहीद हुए हैं, जबकि कई घायल हो गए हैं. करीब 15 नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है. अब इस हमले का एक वीडियो भी सामने आ चुका है. ये वीडियो घटना के बाद का है. वीडियो में सुरक्षाबल के जवान पूरे इलाके की तलाशी करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
ये भी पढ़ें- अमित शाह का बड़ा बयान, बोले- नक्सलियों के खात्मे के लिए तेज होगा ऑपरेशन
इस घटना के बाद मोदी सरकार अब बड़े एक्शन की तैयारी कर रही है. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि अपने असम के दौरे को रद्द करके CRPF के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की. माना जा रहा है कि इस बैठक में किसी बड़ी कार्रवाई की योजना बनाई गई है. बैठक में गृह सचिव, सीआरपीएफ के अधिकारी, खुफिया विभाग के अधिकारी और ज्वाइंट सेक्रेटरी के भी शामिल होने की खबर है. जानकारी के मुताबिक नक्सलियों पर अब जल्द ही कोई बड़े ऑपरेशन हो सकता है.
10 साल में 3 हजार से ज्यादा नक्सली हमले हुए
ये पहली बार नहीं है कि छत्तीसगढ़ की मिट्टी जवानों के खून से लाल हुई है. ऐसी घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं. सरकार के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 8 जिले नक्सल प्रभावित हैं. इनमें बीजापुर, सुकमा, बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर, नारायणपुर, राजनंदगांव और कोंडागांव शामिल हैं. सुरक्षाबल या पुलिस जब भी नक्सलियों को पकड़ने जाती है, तो ये नक्सली उन पर हमला कर देते हैं. गृह मंत्रालय की सालाना रिपोर्ट और लोकसभा में दिए जवाब के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 10 साल में यानी 2011 से लेकर 2020 तक छत्तीसगढ़ में 3 हजार 722 नक्सली हमले हुए. इन हमलों में हमने 489 जवान खो दिए.
ये भी पढ़ें- कांग्रेस को फिर मिला राफेल का 'सहारा', बिचौलिए को लेकर मोदी सरकार पर बोला हमला
झारखंड में छत्तीसगढ़ से कम हमले हुए
ये आंकड़े इसलिए भी हैरान करने वाले हैं. क्योंकि छत्तीसगढ़ से ज्यादा नक्सल प्रभावित झारखंड है. यहां 13 जिले नक्सल प्रभावित हैं. उसके बावजूद झारखंड में नक्सली हमले छत्तीसगढ़ की तुलना में कम होते हैं. अगर देखा जाए तो पिछले 10 साल में छत्तीसगढ़ में जहां 3 हजार 722 नक्सली हमले हुए. तो वहीं इसी दौरान झारखंड में 3 हजार 256 हमले हुए.
2013 में 9 कांग्रेसी नेताओं की हत्या हुई
नक्सलियों का छत्तीसगढ़ में इतना ज्यादा प्रभाव है कि वे बेलगाम हो चुके हैं. सरकार चाहे बीजेपी की हो या कांग्रेस की, नक्सलियों पर लगाम लगाने में दोनों ही सरकारे नाकाम नहीं हैं. साल 2013 में केंद्र में यूपीए की सरकार थी और राज्य में बीजेपी की. और इसी साल नक्सलियों ने कांग्रेस पार्टी नेताओं के एक दल पर हमला कर दिया था. इस हमले में 17 लोग मारे गए थे, इनमें 9 कांग्रेस नेता भी शामिल थे. नक्सलियों ने घात लगाकर ये हमला उस वक्त किया था जब कांग्रेस नेता परिवर्तन यात्रा निकाल रहे थे.
HIGHLIGHTS
- 10 साल में 3 हजार से ज्यादा नक्सली हमले हुए
- 10 साल में हुए नक्सली हमले में 489 जवान शहीद हुए
- झारखंड में छत्तीसगढ़ से कम नक्सली हमले हुए