उत्तर प्रदेश के एटा जिले से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक पाकिस्तान मूल की महिला को ग्राम प्रधान बना दिया गया. इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि 2015 में इस पाकिस्तानी महिला ने यहां पंचायत चुनाव भी लड़ा था और जीत हासिल की थी. मामले का खुलासा तब हुआ जब उस ग्राम पंचायत के युवक ने इसी महीने महिला के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दी. शिकायत के बाद पहले हफ्ते ही महिला ने प्रधान पद से इस्तीफा दिया है. हालांकि अब इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं.
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यह पूरा मामला एटा जिले के जलेसर इलाके में स्थित गुदाऊ गांव का है. जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से पाकिस्तान के करांची की रहने वाली बानो बेगम 35 साल पहले एटा जिले के इस गांव में अपने रिश्तेदार के यहां आई थी. जिसके बाद वह फिर लौटकर अपने देश नहीं गई. बाद में उसने यहीं पर एक स्थानीय निवासी अख्तर अली से निकाह कर लिया था. तब से यह पाकिस्तानी महिला लॉन्ग टर्म वीजा एक्सटेंशन कराकर यहां रह रही थी.
हालांकि अभी तक बानो बेगम को भारतीय नागरिकता नहीं पाई है. लेकिन इस महिला ने फर्जी तरीकों से भारत में आधार और वोटर कार्ड भी बनवा लिए. इतना ही नहीं, 2015 के चुनाव में बानो बेगम को ग्राम पंचायत सदस्य भी चुना गया था. वहीं इसी साल जनवरी में ग्राम प्रधान शहनाज बेगम के इंतकाल के बाद बानो बेगम को गांव का कार्यवाहक प्रधान बना दिया गया. यानी पाकिस्तानी की रहने वाली बानो बेगम अपने वीजा को बढ़वाते हुए यहीं रहते-रहते ग्राम प्रधान के पद पर बैठ गईं.
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हालांकि इसी ग्राम पंचायत के कुवैदन खान को महिला की असलियत पता चल गई. उसने पुलिस में महिला के खिलाफ शिकायत दी, जिसके बाद में बानो ने भी ग्राम प्रधान के पद से इस्तीफा दे दिया. मामला संज्ञान में आने के बाद जिला पंचायती राज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी ने एटा के जिला मजिस्ट्रेट के सामने इसे रखा. जिसके बाद महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और जांच के आदेश दिए गए हैं.
Source : News Nation Bureau