संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी तीन दिन काफी गहमागहमी भरे रह सकते हैं। विपक्षी दलों के तेवर के बीच मोदी सरकार ट्रिपल तलाक, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) विधेयक 2017 समेत कई प्रमुख बिलों को सदन में पेश करेगी।
प्रमुख बिलों को आसानी से पास कराने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। पार्टी ने सांसदों से कहा है कि वह दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में मौजूद रहें।
मौजूदा शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर को शुरू हुआ था, जो पांच जनवरी तक चलेगा। ऐसे में सरकार के पास मौजूदा सत्र में बिल पास कराने के लिए मात्र तीन दिन बचे हैं।
मोदी सरकार अपने एजेंडे में शामिल मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2017 (ट्रिपल तलाक बिल) लोकसभा में वगैर किसी संशोधन के पास करा चुकी है। अब उसकी परीक्षा राज्यसभा में होगी। जहां वह अल्पमत में है।
गैर बीजेपी दल इस विधेयक की विस्तृत समीक्षा के लिए इसे प्रवर समिति के पास भेजने की मांग कर सकते हैं। विधेयक पर आगे का रुख तय करने के लिए विपक्षी दलों की आज बैठक होगी। सरकार विधेयक को सदन में पारित कराने के लिए कुछ विपक्षी दलों के संपर्क में है।
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कांग्रेस व कुछ अन्य दलों ने लोकसभा में मांग की थी कि विधेयक को स्थायी समिति के पास भेजा जाए लेकिन सरकार ने इस मांग को ठुकरा दिया था। विपक्ष द्वारा विधेयक में सुझाए गए संशोधनों को भी खारिज कर दिया गया था।
वहीं सरकार राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) विधेयक 2017 को भी लोकसभा में पेश कर सकती है। जिसके खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने आवाज उठाई है।
आईएमए ने एनएमसी विधेयक 'जन विरोधी और मरीज विरोधी' करार देते हुए मंगलवार को देशभर के निजी अस्पतालों को 12 घंटे बंद रखने का आह्वान किया है। आईएमए के 2.77 लाख सदस्य हैं, जिसमें देशभर में फैले कॉरपोरेट अस्पताल, पॉली क्लीनिक एवं नर्सिग होम शमिल हैं।
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Source : News Nation Bureau