कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने राफेल मुद्दे पर चर्चा के लिए लोकसभा में आज स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है. वहीं सीपीआईएम सांसद मोहम्मद सलीम ने भी राफेल मुद्दे को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है. इससे पहले शुक्रवार को राफेल विमान सौदा मुद्दा, कावेरी नदी पर बांध समेत कई अन्य मुद्दे को लेकर विपक्ष के हंगामें के बीच सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित की गई थी. विपक्ष ने जहां राफेल सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग की, वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग करते हुए हंगामा किया.
Congress MP Ranjeet Ranjan has given adjournment Motion Notice in Lok Sabha over #Rafale issue.
— ANI (@ANI) December 17, 2018
इससे पहले एक स्थगन के बाद दोपहर में सदन की बैठक जैसे ही शुरू हुई, कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और अन्य विपक्षी सदस्य नारेबाजी व हंगामा करते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के आसन के समीप पहुंच गए.
कांग्रेस के सदस्य जहां राफेल सौदे की जांच के लिए जेपीसी की मांग कर रहे थे, वहीं ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक) के सदस्य कावेरी जल मुद्दे को लेकर विरोध व हंगामा कर रहे थे.
टीडीपी सदस्य आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग कर रहे थे.
हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही संचालित करने की कोशिश की और भारतीय चिकित्सा परिषद (संशोधन) विधेयक, 2018 और केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2018 पेश किया गया.
विधेयक पेश किए जाने के तुरंत बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल सौद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए विपक्ष के आरोपों को लेकर उस पर हमला बोला.
उन्होंने शून्य काल के दौरान कहा, "राजनीतिक लाभ के लिए, राहुल गांधी ने देश को गुमराह करने की कोशिश की और वैश्विक स्तर पर देश की छवि को खराब करने की कोशिश की."
गृहमंत्री ने कहा कि 'रेडी टू फ्लाई' स्थिति में 36 राफेल जेट विमानों की खरीद प्रक्रिया और गुणवत्ता में कोई कमी नहीं है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच राजनाथ ने कहा, "राहुल गांधी को सदन में आकर देश से माफी मांगनी चाहिए. "
विरोध प्रदर्शन के बीच, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्य 'राहुल गांधी चोर है' और 'राहुल गांधी माफी मांगो' नारे लगाते सुने गए. जैसे ही राजनाथ ने अपना भाषण समाप्त किया, महाजन ने सदस्यों से सीटों पर वापस जाने का अनुरोध किया.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बोलने की महाजन से अनुमति मांगी, लेकिन उन्होंने अनुमति नहीं दी. महाजन ने सदस्यों से कहा, "अगर आप चर्चा चाहते हैं, तो आप चर्चा कर सकते हैं. लेकिन, पहले अपनी सीटों पर वापस जाएं."
कांग्रेस और अन्य विपक्षी सदस्यों द्वारा हंगामा जारी रखने पर महाजन ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले, टीडीपी और अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंचकर सरकार विरोधी नारे लगाए.
इस पर संसदीय मामलों के मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उठकर कहा, "अब जब राफले पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ गया है, तो कांग्रेस को देश को गुमराह करने के लिए माफी मांगनी चाहिए."
हंगामा जारी रहने पर सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. पांच राज्यों का विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद अब तक बचाव की मुद्रा में दिख रही सरकार ने न्यायालय का फैसला आने के बाद अचानक से आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है.