बीते साल 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती आतंकी (CRPF Attack) हमले के पीछे पाकिस्तान की ही साजिश थी. पाकिस्तान (Pakistan) हुक्मरानों ने पाकिस्तानी खुफिया संस्था इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (ISI) और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-E-Mohammed) के प्रशिक्षण प्राप्त आतंकवादियों को इस कायराना हमले के लिए भेजा था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे और दोनों देश युद्ध की कगार पर आ खड़े हुए थे. यह जानकारी विस्तृत चार्जशीट का हिस्सा है, जिसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तैयार की है.
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इस महीने के अंत तक पुलवामा पर चार्जशीट
सूत्रों की मानें तो एनआईए इस महीने के अंत में पुलवामा हमले में चार्जशीट दाखिल कर सकती है. चार्जशीट में कहा गया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद ने उच्च प्रशिक्षित आतंकियों को आत्मघाती आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए भारत भेजा था. चार्जशीट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने स्थानीय युवक आदिल अहमद डार का इस्तेमाल किया, ताकि वह सीआरपीएफ के काफिले पर विस्फोटक से लदी गाड़ी को टकरा सके. इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट हिंदुस्तान टाइम्स अंग्रेजी अखबार ने गुरुवार को प्रकाशित की है.
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सीधे तौर पर पाकिस्तान सरकार शामिल
इसके मुताबिक एक अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया, 'मजबूत तकनीकी, दस्तावेज और भौतिक साक्ष्य विशेषज्ञों की रिपोर्टों और विदेशी एजेंसी द्वारा साझा किए गए सबूतों से साफ पता चलता है कि इस हमले में सीधे तौर पर पाकिस्तान सरकार शामिल थी, जिसका उद्देश्य भारत में अशांति पैदा करना था.' 2000 में जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना करने वाला मौलाना मसूद अजहर और उसका छोटा भाई, मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर एनआईए की चार्जशीट में मुख्य आरोपी हैं.
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सात गिरफ्तार बाकी राडार पर
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद से जैश-ए-मोहम्मद के सात आतंकियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें, शाकिर बशीर, मोहम्मद अब्बास, मोहम्मद इकबाल, वैज उल इस्लाम, इंशा जां, तारिक अहमद शाह और बिलाल अहमद आदि शामिल हैं. चार्जशीट में पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद उमर फारूक, जैश का एरिया कमांडर मुद्दसिर खान, आदिल अहमद डार भी शामिल हैं, लेकिन बतौर आरोपी नहीं क्योंकि इन सभी को सुरक्षाबलों द्वारा मौत के घाट उतारा जा चुका है. गृह मंत्रालय ने अजहर और अन्य के खिलाफ एंटी-टेरर लॉ के अंतर्गत चार्जशीट दायर करने की हरी झंडी दे दी है.
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पुलवामा हमला बारिश से टाला भी
अखबार के मुताबिक आतंकियों की पुलवामा हमला करने की योजना फरवरी के पहले सप्ताह में ही थी, लेकिन मौसम खराब होने के चलते सुरक्षाबलों के काफिले का जाना टाल दिया गया था. इसके बाद, आईएसआई और जैश-ए-मोहम्मद ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे से सीआरपीएफ के काफिले के गुजरने का इंतजार किया. दूसरे अधिकारी ने बताया कि एनआईए की चार्जशीट में हमला करने वाले अजहर के भाई समेत मुख्य आरोपियों के ईमेल, टैक्स्ट और सोशल मीडिया की बातचीत आदि का भी विवरण है.