लंदन में सोमवार को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में मोंटी रॉबर्ट्स के रूप में एक असामान्य अतिथि भी मौजूद रहेगा. मोंटी एक अमेरिकी हॉर्स ट्रेनर हैं, जिनका कैलिफोर्निया के सोल्वांग में 100 एकड़ में फैला फार्म हाउस है, जिसमें दुनिया के बेहतरीन नस्ल के तमाम घोड़े हैं. जिंदगी भर अमेरिकी कॉउ ब्वॉय की वेशभूषा में रहे मोंटी आज लंदन (London) में महारानी के अंतिम संस्कार (Queen Elizabeth II Funeral) में 500 से अधिक गणमान्य व्यक्तियों के साथ रहेंगे. इन गणमान्य लोगों में ब्रिटेन और यूरोप के तमाम शाही परिवारों के सदस्यों समेत दुनिया के लगभग हर देश के नेता शिरकत कर रहे हैं. यूएसए टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक मोंटी रॉबर्ट्स को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का बेहद करीबी मित्र माना जाता है.
घोड़ों से लगाव बना महारानी-मोंटी की दोस्ती का आधार
87 वर्षीय मोंटी रॉबर्ट्स महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से अपनी दोस्ती पर कहते हैं, 'मैं उनके साथ दोस्ती का वर्णन करने वाला शख्स नहीं बनना चाहता. हालांकि इतना जरूर कहना चाहूंगा कि हमारे बीच बेहद गहरे आत्मीय संबंध थे.' ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का घोड़ों के प्रति लगाव जगजाहिर. संभवतः घोड़ों का प्रेम ही मोंटी रॉबर्ट्स से उनकी आत्मिक दोस्ती का आधार बना. यूएसए टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन दशकों में मोंटी कम से कम आधा दर्जन बार महारानी को उनके घोड़ों पर सलाह देने के लिए ब्रिटेन गए. यही नहीं, महारानी ने मोंटी को अफ्रीका, एशिया और दक्षिण अमेरिका के 40 देशों की यात्रा पर भेजा ताकि मोंटी वहां घोड़ों के प्रशिक्षण में अपनी विशेषज्ञता को साझा कर सके.
महारानी ने ही प्रेरित किया था मोंटी को किताब लिखने के लिए
मोंटी कहते हैं, 'उन्होंने बहुत कम बार खुद फोन कर मुझसे बात की. हालांकि हमारे बीच एक अलिखित व्यवस्था ऐसी थी कि अधिकांश बार मैंने ही महारानी को फोन किया. कम से कम 200 बार और एक बार भी ऐसा नहीं हुआ कि महारानी ने मेरा फोन अनसुनी कर दिया हो. हालांकि एक बार ऐसा होने की नौबत आ गई थी. उन दिनों महारानी उत्तरी आयरलैंड में थीं, जब मैंने उन्हें कॉल किया. फोन उनकी सहायिका ने उठाया और मुझसे कहा कि महारानी फिलहाल मेरा फोन रिसीव नहीं कर सकती हैं, क्योंकि वह व्यस्त हैं. यह अलग बात है कि इतने में पीछे से महारानी की आवाज आई- कौन मोंटी है? महारानी ने तुरंत फोन लिया और मुझसे कहा कि संयोग से मेरी मीटिंग खत्म हो गई है. इस कारण तुमसे बात कर पा रही हूं' यही नहीं मोंटी कहते हैं महारानी ने ही मुझे घोड़ों के प्रशिक्षण के तौर-तरीकों पर किताब लिखने को प्रेरित किया, जिसका शीर्षक था 'द मैन हू लिसेंस टू हॉर्सेस'. मेरी यह किताब बेस्ट सेलर रही थी.
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बजाय अमेरिकी कॉउ ब्वॉय की वेशभूषा में मोंटी काली पोशाक पहनेंगे आज
महारानी के घोड़ों के प्रति लगाव को ऐसे समझा जा सकता है. 1982 में रोनाल्ड रीगन ब्रिटेन दौरे के दौरान विंडसर कैसल पहुंचे, तो महारानी और रीगन ने काले घोड़ों पर बैठ कर लगभग एक घंटे की सवारी की. महारानी ने घोड़े की सवारी करते हुए रीगन को विंडसर पैलेस की सैर कराई थी. बताते हैं कि मोंटी के घोड़ों के प्रशिक्षण का तारीफ महारानी ने एक लेख में पढ़ी थी. इसके बाद उन्होंने शाही महल के एक हॉर्स ट्रेनर को मोंटी के पास कैलिफोर्निया भेजा. फिर कुछ दिनों बाद महारानी ने मोंटी को ब्रिटेन आने का निमंत्रण दिया. यह तीस साल पहले की बात है इसके बाद तो महारानी-मोंटी की दोस्ती और आत्मीय संबंध और गहराते गए. इन्हीं संबंधों के आधार पर महाराज चार्ल्स तृतीय ने मोंटी को महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने का निमंत्रण भेजा. हालांकि मोंटी रॉबर्ट्स की वेशभूषा अमेरिकी कॉउ ब्वॉय सरीखी ही रही है. चमकीले नीले रंग की शर्ट, गले में लाल रंग का स्कार्फ और सिर पर बीज रंग का कॉउ ब्वॉय हैट. यह अलग बात है कि मोंटी आज महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शोक प्रकट करती काली पोशाक पहन कर शिरकत करेंगे.
HIGHLIGHTS
- महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे में आज
- सम्राट चार्ल्स तृतीय ने उसमें शामिल होने का निमंत्रण भेजा अमेरिकी हॉर्स ट्रेनर को
- बीते 30 सालों से मोंटी रॉबर्ट्स और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की रही आत्मिक दोस्ती