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टेनिस कोर्ट की 'महारानी' जिसे हर चुनौती बाद वापसी करना आता था

रिटायरमेंट के बाद इस साल 25 सितंबर को 41 साल की हो जाने वाली सेरेना अब अपनी व्यावसायिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर पांच साल की बेटी ओलंपिया की परवरिश को प्राथमिकता देना चाहती हैं.

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Nihar Saxena
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अलविदा सेरेना विलियम्स... टेनिस के तमाम जादुई पल देने के लिए.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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टेनिस कोर्ट की 'महारानी' सेरेना विलियम्स ने यूएस ओपेन (US Open) में अपना आखिरी मैच भी किसी महारानी की तरह खेला. 23 ग्रैंड स्लेम जीतने वाली सेरेना शुक्रवार रात भी तीसरे दौर में अजला टॉमलजानोविक के हाथों हारने से पहले 41 मिनट तक जूझती रहीं. उन्होंने कड़ी टक्कर देते हुए पांच प्वाइंट बचाए भी, लेकिन नेट पर शॉट लगते ही वे मैच से बाहर हो गईं. इसी के साथ पहले की घोषणा पर अमल करते हुए उन्होंने पेशेवर टेनिस को अलविदा कह दिया. डबडबाई आंखों के साथ सेरेना (Serena Williams) ने कोर्ट से हाथ जोड़कर टेनिस प्रेमियों का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उन्हें सिर आंखों पर बैठाया. बड़ी बहन वीनस (Venus Williams) के साथ पांच युगल खिताब जीतने वाली सेरेना ने बेहद भावुक अंदाज में उन्हें याद किया. उन्होंने कहा, 'अगर वीनस नहीं होती, तो सेरेना भी नहीं थी'. डब्ल्यूटीए रैंकिंग (WTA Rankings) में सप्ताह दर सप्ताह कई सालों तक शीर्ष पर काबिज रहने वाली सेरेना ने चार ओलंपिक (Olympics) गोल्ड मेडल भी अपने नाम किए. सेरेना ने डब्ल्यूटीए टूर में पहला मैच 14वां जन्मदिन मनाने के महीने भर बाद 28 अक्टूबर 1995 को खेला था. 16 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलियाई ओपन में पहले ग्रैंड स्लैम (Grand Slam) खिताब पर कब्जा जमाया. रिटायरमेंट के बाद इस साल 25 सितंबर को 41 साल की हो जाने वाली सेरेना अब अपनी व्यावसायिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर पांच साल की बेटी ओलंपिया की परवरिश को प्राथमिकता देना चाहती हैं. सेरेना विलियम्स का टेनिस सफर इस कदर सनसनी से भरा हुआ है कि उन पर एक नहीं, बल्कि दर्जनों फिल्में बन सकती हैं. फिर भी सेरेना के पेशेवर टेनिस की कुछ यादें ऐसी हैं, जो 'गोल्डन मोमेंट्स' करार दी जा सकती हैं. एक नजर इन्हीं पर...

1999- पहला ग्रैंड स्लैम खिताब
1994 में वीनस विलियम्स के महिला टेनिस परिदृश्य पर उभरते ही 'चमकता सितारा' बन जाने के बावजूद पिता रिचर्ड बेबाक अंदाज में कहते थे कि उनकी छोटी बेटी सेरेना इससे भी बेहतर निकलेगी. 1999 के यूएस ओपन ने दिखा भी दिया कि रिचर्ड ऐसा क्यों कहते थे. फ्लैशिंग मीडोज़ पर 1997 का फाइनल खेलने वाली वीनस तीसरी, तो सेरेना सातवीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी थीं. इसके बाद 17 साल की सेरेना ने 1999 में अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीत कर वीनस की चकाचौंध का बड़ा हिस्सा अपने लिए 'चुरा' लिया. उस साल सेरेना ने फाइनल तक के सफर को अंजाम तक पहुंचाने के लिए किम क्लिस्टर्स और ग्रैंड स्लेम विजेता कोचिंता मार्टींन्ज, मोनिका सेलेस और तत्कालीन चैंपियन लिंडसे डेवनपोर्ट को हराया. फाइनल में सेरेना का सामना शीर्ष वरीयता प्राप्त मार्टिना हिंगिस से था. जाहिर है किसी को सेरेना से उम्मीद नहीं थी, लेकिन सेरेना के आतिशी शॉट्स हिंगिस पर भारी पड़े और सेरेना 6-3, 7-6(4) से 1975 में ऑर्थर एशे के बाद ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली अश्वेत अमेरिकी खिलाड़ी बन गईं. मार्टिना हिंगिस पर जीत के बाद सेरेना बेहद 'अविश्वास' के साथ दर्शकों का अभिवादन कर रही थीं. दूसरी तरफ उनके पिता रिचर्ड पूरे इत्मीनान के साथ अपनी छोटी बेटी की पहली ग्रैंड स्लैम जीत का ऐतिहासिक पल अपने कैमरे में कैद कर रहे थे. 

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2003- सिर्फ और सिर्फ 'सेरेना स्लैम'
1999 में यूएस ओपन के रूप में सेरेना ने पहला ग्रैंड स्लैम तो जीत लिया, लेकिन बड़ी बहन वीनस ने क्रमशः 2000 और 2001 में दो विंबल्डन और दो यूएस ओपन खिताब अपने नाम कर लिए थे. दोनों बहनों के बीच प्रतिस्पर्धा बड़ी हो चुकी थी और 'दिल में आग लिए' सेरेना ने वह कर दिखाया, जिसकी भविष्यवाणी पिता रिचर्ड सालों पहले कर चुके थे. सेरेना ने 2002 में पहले-पहल फ्रैंच ओपन के फाइनल, फिर विंबल्डन के फाइनल और इसके बाद लगातार तीसरी बार यूएस ओपन के फाइनल में वीनस को हराया. 2003 की शुरुआत में वीनस से बेहतर प्रदर्शन करते हुए सेरेना ने पहले ऑस्ट्रेलियन ग्रैंड स्लैम पर (7-6, 3-6, 6-4) से कब्जा किया. इस तरह सेरेना ने चारों ग्रैंड स्लैम जीत महिला टेनिस इतिहास को एक नया शब्द दिया 'सेरेना स्लैम'. सेरेना की उपलब्धियों की महानता के आगे बड़ी बहन वीनस के प्रति 'प्रेम' कहीं बड़ा था. वह कई बार कह चुकी थीं की वीनस नहीं होती तो उनका कैरियर असंभव था. संभवतः इसी वजह से सेरेना ने ऐतिहासिक महान उपलब्धियों का बड़े पैमाने पर जश्न नहीं मनाया. सेरेना ने अपनी आत्मकथा 'माय लाइफ- क्वीन ऑफ द कोर्ट' में वीनस के लिए वही लिखा, जो कई बार पहले कह चुकी थीं... 'उसने (वीनस) मुझे वहां पहुंचाया, जहां से मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दिखा सकीं.'

2007- ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत के साथ शानदार वापसी
अगर जूनियर विलियम्स के समग्र कैरियर पर निगाह डालें तो विपरीत से विपरीत स्थितियों को झेल कर वापस आने की सेरेना का क्षमता अद्भुत रही. इसे सेरेना ने अपने आठवें ग्रैंड स्लैम खिताब को जीत सिद्ध भी किया. घुटने की चोट के लगातार बिगड़ने की वजह से सेरेना ने 2006 में बहुत कम मैच खेले. इस कारण सेरेना शीर्ष 100 की सूची से भी बाहर हो गईं. इसके बावजूद सेरेना मेलबर्न में ऑस्ट्रेलियन ओपेन में भाग लेने पहुंचीं. उस वक्त उनकी रैंकिंग 81 थी और हरेक की जुबान पर 'फिटनेस पर संशय जाहिर करती बातें थीं'. सेरेना तो सेरेना थीं, उन्होंने महिला टेनिस जगत में 'भविष्य खत्म' सरीखी बात कहने-लिखने वालों को करारा जवाब दिया. फाइनल में सेरेना ने एक बार फिर मारिया शारापोवा को सीधे सेटों में 6–1, 6–2 से करारी शिकस्त दे ग्रैंड स्लैम अपने नाम किया. हार के बाद शारापोवा ने कहा था, 'आपमें से बहुत लोगों की इसकी अपेक्षा नहीं थी कि वह (सेरेना) फाइनल तक पहुंचेगी, लेकिन मुझे शुरू से थी.' इस जीत के साथ ही सेरेना 1978 के क्रिस्टीन ओ नील के बाद बगैर रैंकिंग के ग्रैंड स्लैम जीतने वाली खिलाड़ी बन कर उभरी.

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2012- ओलिंपिक सिंगल गोल्ड
अपनी बड़ी बहन वीनस के साथ सेरेना युगल स्पर्धा में सिडनी और बीजिंग ओलिंपिक में गोल्ड अपने नाम कर चुकी थीं, लेकिन उनका दिल सिंगल गोल्ड के लिए 'मचल' रहा था. पांचवां विंबल्डन खिताब अपने नाम करने के तुरंत बाद सेरेना 2012 ओलिंपिक के लिए लंदन आ गईं. ऑल इंग्लैंड क्लब के लॉन पर खेले जाने वाले टूर्नामेंट में वह सभी की पसंदीदा बनी हुई थीं. सेरेना अपने मचलते दिल की आस पूरी करने के सफर पर चल पड़ी. सिंगल में ओलिंपिक गोल्ड जीतने की लड़ाई में वह सिर्फ 16 गेम हारीं और फाइनल में मारिया शारापोवा को फाइनल में 6-0, 6-1 से पराजित किया. इस ओलिंपिक गोल्ड के साथ सेरेना विलियम्स ने सभी बड़े 'पांच खिताब' अपने नाम कर लिया यानी चारों ग्रैंड स्लैम और ओलिंपिक सिंगल. सेरेना ने बहन वीनस के साथ यगुल में भी गोल्ड पर कब्जा जमाया.

2017- ऑस्ट्रेलियन ओपन और 23वां सिंगल ग्रैंड स्लैम
यह सेरेना का भले ही आखिरी सिंगल ग्रैंड स्लैम खिताब रहा हो, लेकिन संभवतः बेहतरीन था. मेलबर्न में अपनी बहन को हरा ग्रैंड स्लैम अपने नाम करने के सफर में सेरेना ने एक भी सेट नहीं खोया. इसके साथ ही सेरेना ने स्टेफी ग्राफ के 22 ग्रैंड स्लैम सिंगल खिताब के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. इस जीत के साथ 35 साल की उम्र में सेरेना न सिर्फ फिर नंबर एक के पायदान पर जा विराजमान हुईं, बल्कि सिंगल ग्रैंड स्लैम जीतने वाली सबसे उम्रदराज महिला खिलाड़ी भी बन गईं. एक और रोचक बात बाद में पता चली, जो उनके जज्बे को सामने लाती हैं. सेरेना ने जिस वक्त ऑस्ट्रेलियन ओपन के रूप में 23वां सिंगल ग्रैंड स्लैम खिताब जीता, उस वक्त वह गर्भवती थीं. यानी अपने पेट में एलेक्सिस ओलंपिया को लेकर उन्होंने इस ऐतिहासिक उपलब्धि को हासिल किया था. खैर अलविदा सेरेना विलियम्स... टेनिस कोर्ट की महारानी, जिन्होंने दुनिया भर के टेनिस प्रेमियों को तमाम नायाब और कभी भी न भूलने वाली अविस्मरणीय यादों से नवाजा है.

HIGHLIGHTS

  • यूएस ओपन के तीसरे सेट में हार के बाद सेरेना ने टेनिस को अलविदा कहा
  • इस महीने 41 साल की होने जा रही सेरेना का समग्र कैरियर जादुई ही रहा
  • 23 सिंगल ग्रैंड स्लैम, 4 ओलिंपिक गोल्ड और भी कितने खिताब करे नाम
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