Rangbaaz Begum Shaista Parveen and Afshan Ansari : पूर्वांचल के बाहुबली माफिया डॉन अतीक की बेगम शाइस्ता परवीन उमेश पाल की हत्या के बाद अचानक सुर्खियों में आ गई हैं और आती भी क्यों न... शौहर सलाखों में था और गुनाह की सत्ता हाथ से खिसकती जा रही थी फिर भला शाइस्ता शौहर की साजिश में शामिल होकर उसे अंजाम तक कैसे नहीं पहुंचाती... तो आइये अब हम आपको बताते हैं एक खातून की रिवायती सोच के रंगबाज बनने की कहानी...
शाइस्ता परवीन जो लेडी डॉन बनने के रास्ते पर निकल चुकी है. अगर ठेठ यूपी की जुबान कहें तो बेगम रंगबाज बन चुकी हैं, क्योंकि गुनाह की किताब में तो उसका नाम बहुत पहले दर्ज हो चुका था. अभी तो सिर्फ किताब का शीर्षक दिया गया है... जी हां, रंगबाज बेगम. घर की जिम्मेदारी ने शाइस्ता की जिंदगी को घर की दहलीज तक ही महदूद कर दिया, लेकिन शौहर गुनाह की गलियों को आवाद करता रहा... शाइस्ता गुनाह की गलियों की गलियों के उस शोर को घर की दहलीज के अंदर भी सुनती और समझती रही. (Rangbaaz Begum Shaista Parveen and Afshan Ansari)
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लेकिन, गुनाह की गलियों में रंगबाज बेगम की कहानी में शाइस्ता अकेली नहीं हैं, बल्कि जुर्म के उस मुख्तार की बेगम के रुख से भी नकाब हटाने की तैयारी हो रही है. उस दूसरी रंगबाज बेगम की हिजाब पर भी ईनाम का ऐलान है. इंतजार है तो उसके सूरत और सीरत दोनों के बेनकाब होने की... आफशां अंसारी जुर्म के मुख्तार के गुनाह की वो राजदार है जिसका किरदार अब तक सामने नहीं आ पाया था, लेकिन जैसे ही कानून के मुलाजमों ने नकाब की तहें खोलनी शुरू की...बेपर्दा होनी शुरू हो गई. उसकी वो कहानी जो अब तक पर्दे में थी.