26 जनवरी को हमारा देश 70वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. गणतंत्र दिवस के इस राष्ट्रीय महापर्व को मनाने के लिए पूरे राजपथ को सजाया जा रहा है. ज़ाहिर है गणतंत्र दिवस के मौक़े पर हर साल परेड का आयोजन होता है, साथ ही सभी राज्यों की तरफ से झांकी निकाली जाती है. इस शौर्य और पराक्रम का साक्षी बनने के लिए हर साल दूसरे देश के राष्ट्राध्यक्ष या विशेष प्रतिनिधि को भारत में आमंत्रित किया जाता है. इस साल गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि हैं दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रामाफोसा. राष्ट्रपति रामाफोसा के साथ उनकी पत्नी त्सेपो मोत्सेपो भी सामारोह देखने भारत पहुंचेंगी. मुख्य अतिथि बनाने का फैसला भारत के राजनयिक हितों के मद्देनजर तय होता है.
बता दें कि 26 जनवरी पर गणतंत्र दिवस परेड की शुरूआत भारत में संविधान लागू होने के साथ साल 1950 से ही हो गई थी. साल 1950 से 1954 तक गणतंत्र दिवस की परेड क्रमशः इरविन स्टेडियम (नेशनल स्टेडियम), किंग्सवे, लाल किला और रामलीला मैदान में हुआ था. बाद में साल 1955 से गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन राजपथ पर शुरू होने लगा. उस दौरान राजपथ को 'किंग्सवे' के नाम से जाना जाता था.
गणतंत्र दिवस समारोह में हर साल किसी न किसी देश के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति या शासक को विशेष अतिथि के तौर पर सरकार द्वारा बुलाए जाने की परंपरा रही है. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति डॉ. सुकर्णो गणतंत्र दिवस समारोह में देश के पहले विशेष अतिथि बने थे.
वहीं 1955 में राजपथ पर आयोजित पहले गणतंत्र दिवस समारोह में पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद विशेष अतिथि बने थे. वहीं साल 2018 में विशेष अतिथि के तौर पर आसियान देश के सभी 10 सदस्य देशों के प्रतिनिधि को आमंत्रित किया गया था. इन 10 देशों में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम शामिल हैं.
गणतंत्र दिवस समारोह की शुरूआत राष्ट्रपति के आगमन के साथ होती है. राष्ट्रपति अपनी विशेष कार से, विशेष घुड़सवार अंगरक्षकों के साथ आते हैं. ये घुड़सवार अंगरक्षक राष्ट्रपति के काफिले में उनकी कार के चारों तरफ चलते हैं.
राष्ट्रपति जब ध्वाजारोहण करते हैं तो उस वक्त उनके विशेष घुड़सवार अंगरक्षक भी वहीं मौजूद होते हैं और सावधान की मुद्रा में खड़े होकर तिरंगे को सलामी देते हैं. जिसके बाद राष्ट्रगान की शुरूआत होती है. राष्ट्रगान की शुरूआत से खत्म होने के दौरान यानी कि 52 सेकेंड तक 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
भारतीय गणतंत्र दिवस परेड (1950 – 2017) पर मुख्य अतिथियों की सूची
साल | अतिथियों के नाम | देश |
1950 | राष्ट्रपति सुकर्णो | इंडोनेशिया |
1951 | राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह | नेपाल |
1952 | कोई आमंत्रण नहीं | कोई आमंत्रण नहीं |
1953 | कोई आमंत्रण नहीं | कोई आमंत्रण नहीं |
1954 | जिग्मे दोरजी वांगचुक | भूटान |
1955 |
गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद | पाकिस्तान |
1956 | राजकोष के कुलपति आर. ए. बटलर | यूनाइटेड किंगडम |
मुख्य न्यायाधीश कोटारो तनाका | जापान | |
1957 | रक्षा मंत्री जॉर्जिया झुकोव | सोवियत संघ |
1958 | मार्शल ये जियानिंग | चीन |
1959 | एडिनबर्घ के ड्यूक प्रिंस फिलिप | यूनाइटेड किंगडम |
1960 | अध्यक्ष क्लीमेंट वोरोशिलोव | सोवियत संघ |
1961 | महारानी एलिजाबेथ द्वितीय | यूनाइटेड किंगडम |
1962 | प्रधानमंत्री विग्गो कंम्पमन्न | डेनमार्क |
1963 | राजा नोरोडोम सिहानोक | कंबोडिया |
1964 | रक्षा स्टाफ के चीफ लॉर्ड लुईस माउंटबैटन | यूनाइटेड किंगडम |
1965 | खाद्य और कृषि मंत्री राणा अब्दुल हमीद | पाकिस्तान |
1966 | कोई आमंत्रण नहीं | कोई आमंत्रण नहीं |
1967 | राजा मोहम्मद जहीर शाह | अफगानिस्तान |
1968 | अध्यक्ष अलेक्सी कोसिगिन | सोवियत संघ |
राष्ट्रपति जोसीप ब्रोज टिटो | यूगोस्लाविया | |
1969 | प्रधानमंत्री टोडोर झिव्कोव | बल्गेरिया |
1970 | बेल्जियम के राजा बौदौइन | बेल्जियम |
1971 | राष्ट्रपति जूलियस न्येरे | तंजानिया |
1972 | प्रधानमंत्री सीईवोसगुर रामगुलाम | मॉरीशस |
1973 | राष्ट्रपति मोबूतु सेसे सेको | जैरे |
1974 | राष्ट्रपति जोसीप ब्रोज़ टिटो | यूगोस्लाविया |
प्रधानमंत्री सिरिमावो बंडरानाइक | श्रीलंका | |
1975 | राष्ट्रपति केनेथ कौंडा | जाम्बिया |
1976 | प्रधानमंत्री जाक शिराक | फ्रांस |
1977 | प्रथम सचिव एडवर्ड गिरेक | पोलैंड |
1978 | राष्ट्रपति पैट्रिक हिलेरी | आयरलैंड |
1979 | प्रधानमंत्री मैल्कम फ्रेजर | ऑस्ट्रेलिया |
1980 | राष्ट्रपति वैलेरी गिस्कर्ड डी एस्टाइंग | फ्रांस |
1981 | राष्ट्रपति जोस लोपेज पोर्टिलो | मेक्सिको |
1982 | किंग जुआन कार्लोस आई | स्पेन |
1983 | राष्ट्रपति शेहू शागरी | नाइजीरिया |
1984 | किंग जिग्मे सिंग्ये वांगचुक | भूटान |
1985 | राष्ट्रपति राउल अल्फोन्सिन | अर्जेंटीना |
1986 | प्रधानमंत्री एंड्रियास पैपांड्रेउ | ग्रीस |
1987 | राष्ट्रपति एलन गार्सिया | पेरू |
1988 | राष्ट्रपति जे. आर. जयवर्धने | श्रीलंका |
1989 | जनरल सचिव गुयेन वान लिन | वियतनाम |
1990 | प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जुग्नथ | मॉरीशस |
1991 | राष्ट्रपति ममून अब्दुल गयूम | मालदीव |
1992 | राष्ट्रपति मारियो सोरेस | पुर्तगाल |
1993 | प्रधानमंत्री जॉन मेजर | यूनाइटेड किंगडम |
1994 | प्रधानमंत्री गोह चोक टोंग | सिंगापुर |
1995 | राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला | दक्षिण अफ्रीका |
1996 | राष्ट्रपति डॉ. फर्नांडो हेनरीक कार्डोसो | ब्राजील |
1997 | प्रधानमंत्री बासदेव पांडे | त्रिनिदाद एंड टोबैगो |
1998 | राष्ट्रपति जैक शिराक | फ्रांस |
1999 | राजा बिरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव | नेपाल |
2000 | राष्ट्रपति ओलेजगुन ओबासांजो | नाइजीरिया |
2001 | राष्ट्रपति अब्देलजीज बुटीफिला | अल्जीरिया |
2002 | राष्ट्रपति कसम उतेम | मॉरीशस |
2003 | राष्ट्रपति मोहम्मद खटामी | ईरान |
2004 | राष्ट्रपति लुइज इनासिओ लुला दा सिल्वा | ब्राजील |
2005 | किंग जिग्मे सिंग्ये वांगचुक | भूटान |
2006 | किंग अब्दुल्ला बिन अब्दुलअजीज अलसऊद | सऊदी अरब |
2007 | राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन | रूस |
2008 | राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी | फ्रांस |
2009 | राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव | कजाखस्तान |
2010 | राष्ट्रपति ली मयूंग बाक | दक्षिण कोरिया |
2011 | राष्ट्रपति सुसिलो बांम्बांग युधोयोनो | इंडोनेशिया |
2012 | प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनावात्रा | थाईलैंड |
2013 | राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक | भूटान |
2014 | प्रधान मंत्री शिन्जो आबे | जापान |
2015 | राष्ट्रपति बराक ओबामा | संयुक्त राज्य अमेरिका |
2016 | राष्ट्रपति फ्रेंकोइस होलैंड | फ्रांस |
2017 | क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान | संयुक्त अरब अमीरात |
गणतंत्र दिवस 2018 के प्रमुख अतिथि
सुल्तान हसन-अल बोलकिया | ब्रुनेई |
प्रधानमंत्री हुन सेन | कंबोडिया |
राष्ट्रपति जोको विडोडो | इंडोनेशिया |
प्रधानमंत्री थोंग्लौं सिसोलिथ | लाओस |
प्रधानमंत्री नजीब रजाक | मलेशिया |
राष्ट्रपति हतिन क्याव | म्यांमार |
राष्ट्रपति रॉड्रिगो डूटर्ट | फिलीपींस |
राष्ट्रपति हलीमा याकूब | सिंगापुर |
प्रधानमंत्री प्रयुथ चान-ओचा | थाइलैंड |
ग्यूयेन तन जूंग | वियतनाम |
Source : News Nation Bureau