भारत आज अपना 70वां गणतंत्र (Republic Day 2019) दिवस मना रहा है. नई दिल्ली के राजपथ पर आज सेना की तीनों टुकड़ियों के जवानों ने परेड किया. इस परेड में भारतीय सेना के पास मौजूद हथियारों का दम दिखाया गया. परेड में होवित्ज़र तोप और वज्र टैंक का भी पहली बार प्रदर्शन किया गया. आइए जानें वज्र की क्या खासियत..
- इस टैंक की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह टैंक दुश्मन को ढूंढ-ढूंढकर मारेगा.
- अब तक सेना के पास जो टैंक हैं वो एक जगह पर स्थिर होकर वार करते हैं, लेकिन के9 वज्र चारों तरफ घूम-घूमकर हमला करने में सक्षम है.
- 'K-9 वज्र' रेगिस्तानी इलाकों के लिए तैयार किया गया है
यह भी पढ़ेंः Republic Day 2019: 70 साल के इतिहास में पहली बार परेड में दिखा ये अजूबा, ऊपर से देख रहे नेताजी भी होंगे बेहद खुश
- 2017 में एलएंडटी और हानवा टेकविन की साझेदारी में इसका निर्माण शुरू हुआ था.
- इस सौदे की कुल कीमत करीब 4300 करोड़ रुपए है.
- दुश्मन के बंकर और टैंकों को तबाह करने में सक्षम
यह भी पढ़ेंः Happy Republic Day:भारतीय गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के बारे में जानिए 26 दिलचस्प तथ्य
K9 वज्र बेहद दमदार है और डायरेक्ट फायरिंग में एक किलोमीटर दूरी पर बने दुश्मन के बंकर और टैंकों को भी तबाह करने में सक्षम है. इस टैंक को किसी भी वातावरण में चलाने के लिए डिजाइन किया गया है. टैंक का वजन 47 टन है, जबकि टैंक की लंबाई 12 मीटर है और ऊंचाई 2.73 मीटर है. टैंक में चालक के साथ पांच लोग सवार हो सकते हैं. K-9 वज्र 21वीं सदी के किसी भी युद्ध में दुश्मन के दांत खट्टे करने में सक्षम है.
पहली तोप, जिसे इंडियन प्राइवेट सेक्टर ने बनाया
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इस टैंक में 155X39 कैलेबर की वज्र एक सेल्फ प्रोपेलड ट्रेक्ड तोप है. K-9 वज्र एक स्वचालित एंटाल्या प्रणाली से चलता है, जिसकी मारक क्षमता 40 किलोमीटर से 52 किलोमीटर है. इसकी ऑपरेशनल रेंज 480 किमी है.
यह भी पढ़ेंः Happy Republic Day: बच्चों के ही नहीं बल्कि पीएम मोदी के भी सिर चढ़कर बोल रहा यह डॉयलाग
यह पहली ऐसी तोप है जिसे इंडियन प्राइवेट सेक्टर ने बनाया है. यह तोप तीन मिनट में 15 राउंड की भीषण गोलाबारी कर सकती है और 60 मिनटों में लगातार 60 राउंड की फायरिंग भी कर सकती है.
Source : News Nation Bureau