26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस की तैयारी शुरू हो चुकी हैं. इस साल भारत अपना 71वां गणतंत्र दिवस मनाएगा. इस दिन देश का संविधान लागू हुआ था. इस उपल्क्ष्य में देश के राष्ट्रपति राजपथ पर झंडा फहराते हैं. वैसे झंडा 15 अगस्त के दिन भी फहराया जाता है लेकिन दोनों ही दिनों में इसको फहराए जाने के तरीके में काफी अंतर होता है. इसके अलावा दोनों दिनों को मनाने के तरीके में भी काफी अंतर होता है. क्या है वो अंतर आइए जानते हैं-
1. गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी पर झंडा पहले ही ऊपर रहता है बस उसे खोलकर फहराया जाता है जबकि 15 अगस्त के दिन झंडा नीचे रहता है. फिर उसे नीचे बंधी रस्सी से खींचकर ऊपर ले जाया जाता है और फिर खोल कर फहराया जाता है.
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2. गणतंत्र दिवस के दिन झंडा फहराए जाने को झंडा फहराना (Flag Unfurling) कहा जाता है. वहीं स्वतंत्रता दिवस के दिन झंडा फहराए जाने को ध्वजारोहण (Flag Hoisting) कहते हैं
3. 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री जबिक 26 जनवरी के लिए देश के राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि 15 अगस्त पर न तो देश का संविधान लागू हुआ था और न ही राष्ट्रपति ने पदभार ग्रहण किया था. इसलिए 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं. वहीं संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं
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4. स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से और गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर झंडा फहराया जाता है.
5. गणतंत्र दिवस के दिन परेड होती है जिसमें गणतंत्र दिवस पर देश अपनी सैन्य ताकत और सांस्कृति की झलक दिखाता है, हालांकि स्वतंत्रता दिवस पर ऐसा कुछ नहीं होता.
6. गणतंत्र दिवस के दिन विदेशों से मुख्य अतिथि भी आते हैं जबकि स्वतंत्रता दिवस के दिन ऐसा नहीं होता.