लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दूसरे चरण का मतदान पूरा हो चुका है. तीसरे फेज के लिए राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार-प्रसार में ताकत झोक रखी है. भाजपा, कांग्रेस समेत सभी दलों के नेता जमकर एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. जैसे-जैसे मतदान के चरण आगे बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे मुद्दे भी गर्माते जा रहे हैं. इन दिनों आरक्षण के मुद्दे ने सियासी पारा हाई कर दिया है. वैसे आरक्षण भारतीय चुनावों के लिए अहम मुद्दा रहा है. सभी पार्टियां इस मुद्दे पर राजनीतिक रोटियां सेकती रही हैं. फिर चाहे विधानसभाओं का चुनाव हो या फिर आम चुनाव. बीते कुछ वर्षों में इस मुद्दे पर सत्ताधारी पार्टी और विपक्षी दल आमने सामने होते रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या आरक्षण 2024 के चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. क्योंकि इस मुद्दे पर शायद ही कोई दिन होगा जिसपर सत्तापक्ष और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों की ओर से बयान नहीं दिया जा रहा हो. आरक्षण पर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस आर-पार के मूड में है.
OBC आरक्षण पर कांग्रेस झूठ फैला रही- पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ओबीसी आरक्षण पर कांग्रेस झूठ फैला रही है. 29 अप्रैल को चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आरक्षण के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी दागी पृष्टिभूमि के बावजूद देश में सत्ता छीनने का सपना देख रही है. कांग्रेस नहीं चाहती कि दलित, आदिवासी और ओबीसी नेता देश की कमान संभाले. इसलिए वो ओबीसी आरक्षण पर भ्रम फैला रही है. पीएम मोदी ने इंडिया गठबंधन पर भी तंज कसते हुए कहा कि इंडी गठबंधन कह रहा है कि बीजेपी सत्ता में आई तो संविधान बदल देगी. आरक्षण खत्म कर देगी. बाबा साहब आंबेडकर भी चाहें तो आरक्षण खत्म नहीं कर सकते. मोदी तो दूर की बात है.
पीएम मोदी तीसरे चरण के प्रत्याशियों को लिखा खत
आरक्षण के मुद्दे का महत्व इसी बात से समझा जा सकता है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे चरण के मतदान से पहले एनडीए प्रत्याशियों के नाम एक खत लिखा है और आरक्षण के मुद्दे समेत विभाजन और तुष्टिकरण की राजनीति पर विपक्ष की ओर से फैलाए जा रहे झूठ को जनता के सामने लाने की बात कही है.
बीजेपी रिजर्वेशन के खिलाफ- राहुल गांधी
पीएम मोदी के इस बयान पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस को आड़े हाथ लिया. पीएम मोदी के आरोपों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जवाब दिया. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और संघ आरक्षण विरोधी हैं और ये संविधान को बदलने की कोशिश कर रहे हैं. गुजरात के पाटन में सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई तो निश्चित तौर पर जाति जनगणना और आर्थिक सर्वे कराएंगे. ताकि दलित, ओबीसी, आदिवासियों का सही आंकड़ा देश के सामने आ सके. उसके बाद सभी सेक्टरों में उनकी भागीदारी के हिसाब से हिस्सेदारी पर चर्चा की जाएगी.
आरक्षण पर नेताओं की बयानबाजी से बढ़ी सियासत
मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने कहा कि संघ ने हमेशा से संविधान सम्मत आरक्षण का समर्थन किया है. उन्होंने उस दावे को खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा कि आरएसएस आरक्षण विरोध कर रहा है.
अमित शाह
वहीं, उत्तर प्रदेश में एक सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर तंज कसा. शाह ने कहा कि कांग्रेस के चलते अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया में एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण नहीं है. राहुल गांधी झूठ बोल रहे हैं कि भाजपा तीसरी बार सत्ता में आकर पिछड़ों का आरक्षण वापस लेना चाहती है.
संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरक्षण खत्म करने की कोशिश में है. संघ प्रमुख मोहन भागवत और नेता मनमोहन वैद्य कई बार आरक्षण का विरोध कर चुके हैं. मोदी जाति जनगणना का विरोध करते हैं भाजपा जीती तो आरक्षण खत्म करेगी. संविधान खत्म करेगी.
2015 में आरक्षण पर बहस ने बदल दी थी चुनावी दिशा
देश में दो चरण में 190 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. यानी एक तिहाई से ज्यादा सीटों पर मतदान हो चुका है. पांच चरणों में 353 सीटों पर चुनाव होना बाकी है. दोनों ही दल एक-दूसरे पर आरक्षण विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं. आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी और विपक्ष आमने सामने है.
2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान ने चुनाव की दिशा बदल दी थी. ऐसे में इस बार पूरी बहस आरक्षण के इर्द गिर्द घूम रही है. हर कोई आरक्षण समर्थक बताते हुए एक दूसरे पर आरक्षण विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं.
Source : News Nation Bureau