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पुतिन का 'शैतान' जल्द हो जाएगा तैनात, ब्रिटेन-फ्रांस पल भर होंगे खाक

मिसाइल सभी आधुनिक मिसाइल-रोधी रक्षा प्रणालियों को तोड़ सकती है. पश्चिमी सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि सरमत एक ही हमले में ब्रिटेन या फ्रांस के आकार के क्षेत्रों का सफाया करने के लिए आसानी से पर्याप्त है.

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Nihar Saxena
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किसी भी मिसाइल डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम है मिसाइल.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने घोषणा की है कि नवीनतम परमाणु-सक्षम मिसाइल 'सतन-2' इस शरद ऋतु की शुरुआत में तैनात की जाएगी. डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार सरमत (Sarmat) मिसाइल या 'सतन-2' को दुनिया की सबसे लंबी दूरी की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल कहा जाता है, जो 11,200 मील दूर लक्ष्य को भेदने में सक्षम है. पुतिन ने मिसाइल के विकास की सराहना की, जिसका इस सप्ताह की शुरुआत में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था. उन्होंने इसे रूस के रक्षा उद्योग के लिए 'एक बड़ी, महत्वपूर्ण घटना' बताया और कहा कि सरमत 'बाहरी खतरों से रूस की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और उन लोगों को, जो आक्रामक बयानबाजी से हमारे देश को धमकी देने की कोशिश करते हैं, दो बार सोचेंगे.'

एक ही हमले में ब्रिटेन या फ्रांस हो जाएंगे साफ
मिसाइल सभी आधुनिक मिसाइल-रोधी रक्षा प्रणालियों को तोड़ सकती है. पश्चिमी सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि सरमत एक ही हमले में ब्रिटेन या फ्रांस के आकार के क्षेत्रों का सफाया करने के लिए आसानी से पर्याप्त है. हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि रोस्कोस्मोस अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख पुतिन और दिमित्री रोगोजिन द्वारा प्रकट शरद ऋतु लक्ष्य महत्वाकांक्षी है, क्योंकि मॉस्को ने बुधवार को ही अपने पहले परीक्षण-लॉन्च की सूचना दी थी और कहा था कि इस मिसाइल को तैनात करने से पहले और अधिक परीक्षणों की जरूरत होगी.

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सरमत का अर्थ होता है शैतान
रूसी बोलचाल की आम भाषा में सरमत का अर्थ शैतान होता है. ऐसे में अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण रूस की रक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण घटना है. यूक्रेन पर परमाणु हमलों की आशंकाओं के बीच रूस ने इस इंटर कांटीनेंटल मिसाइल का परीक्षण किया है. हालांकि अमेरिका ने रूसी आईसीएम टेस्‍ट को रूटीन बताते हुए बेखौफ अंदाज में कहा है कि इससे कतई कोई खतरा नहीं है.  क्रेमलिन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक आईसीएम सरमत को उत्तरी आर्कान्जेस्क क्षेत्र में मॉस्को से लगभग 800 किमी उत्तर में प्लासेत्स्क कोस्मोड्रोम से दागा गया था.

एक साथ 10 वॉरहेड ले जाने में सक्षम
हालांकि अमेरिका के अलावा कई देशों के विशेषज्ञों ने इसे बेहद खतरनाक मिसाइल करार दिया है. इसे रूस के नेक्सट जेनरेशन की बैलिस्टिक मिसाइल की श्रेणी में रखा जा सकता है. सरमत के सफल परीक्षण के बाद यह भी अब किंझल और अवंगार्ड हाइपरसोनिक मिसाइलों के वर्ग में शामिल हो गई है. परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम सरमत की खास बात यह है कि यह एक साथ 10 वॉरहेड ले जा सकती है. 

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दुनिया का कोई भी देश इसके निशाने से नहीं बचेगा
सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह आधुनिक से आधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम से अपना बचाव करने में सक्षम है. यानी इसे दागने के बाद लक्ष्य को भेदने से कोई नहीं रोक सकता है. इसके दागे जाने के बाद मिसाइल डिफेंस सिस्टम को इसे ट्रैक करने का बेहद कम समय मिलता है और तब तक ये अपने लक्ष्य को तहस-नहस कर चुकी होती है. 200 टन भार की सरमत से दुनिया के किसी भी देश को निशाने पर लिया जा सकता है. 

HIGHLIGHTS

  • फ्रांस और ब्रिटेन के आकार वाले देश सरमत के वार से पल भर में हो जाएंगे खत्म
  • एक साथ 10 न्यूक्लियर वॉरहेड ले जाने में सक्षम, नहीं रोक सकेगा कोई डिफेंस सिस्टम
  • हिरोशिमा-नागासाकी से 1000 गुना ज्यादा तबाही फैलाने में सक्षम है सरमत मिसाइल

Source : Mohit Saxena

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