केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री समेत मोदी सरकार (Modi Government) के तमाम शीर्ष नेता इस बात की प्रबल उम्मीद जता रहे हैं कि इस साल के अंत तक पूरी आबादी को कोरोना टीका लग जाएगा. एक लिहाज से कोविड-19 (COVID-19) टीकाकरण पर चल रही राजनीति के बीच भारत ने 18 साल से ऊपर की उम्र वाली अपनी पूरी आबादी को इस साल दिसंबर माह तक कोरोना टीका लगाने का लक्ष्य रखा है. गणितीय आंकड़ों की बात करें तो इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए टीके की 1.88 अरब खुराकें लगानी होंगी, जिसमें से 1.67 अरब यानी की 89 प्रतिशत खुराकें लगनी अभी भी बाकी हैं. इसका दूसरा अर्थ यह निकलता है कि साल के अंत तक सभी को टीका लगाने के लिए जून से हर महीने 23.8 करोड़ खुराकें लगानी होंगी. ऐसा नहीं हुआ तो भारत टीकाकरण (Vaccination) के अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकता है.
जून से हर माह 35.9 करोड़ खुराक हर रोज
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के हिसाब से 31 मई तक देश में टीके की 21.5 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं, जो कि किसी भी देश में दी गई तीसरी सबसे ज्यादा खुराकें हैं. भारत इस मामले में सिर्फ अमेरिका और चीन से पीछे है. को-विन एप पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक अभी तक भारत ने सबसे ज्यादा तेजी से प्रति दिन 38 लाख लोगों को टीका लगाया गया है. अब अगर साल के अंत तक सभी का टीकाकरण होना है, तो जून माह से इस साल के आखिर तक 2.51 अरब खुराकों की जरूरत है या फिर जून से ही हर महीने 35.9 करोड़ खुराकें लगाई जाएं.
यह भी पढ़ेंः CBSE Board 12th Exam: बिना परीक्षा होंगे पास, ऐसे तैयार होगा रिजल्ट!
केंद्र ने जून के लिए मुहैया कराए 12 करोड़ टीके
केंद्र सरकार के मुताबिक जून माह में 12 करोड़ खुराकें मुहैया कराई जाएंगी. इससे हर दिन लोगों को 40 लाख डोज लगेंगी. हालांकि, इस गति से भारत अगर टीकाकरण करता है तो देश की पूरी व्यस्क आबादी को टीका देने में 23 जुलाई 2022 तक का समय लग जाएगा. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि देश की आबादी को इस साल दिसंबर तक टीका देने की योजना है. इस लिहाज से देखें तो भारत को जून महीने से 23.8 करोड़ खुराकों की जरूरत है. हालांकि इस महीने सिर्फ 12 करोड़ खुराकें ही उपलब्ध होंगी.
टीकों की आपूर्ति पर ही लक्ष्य है संभव
इसका सीधा अर्थ यह भी है कि जुलाई माह में पहले से भी तेजी से टीकाकरण करना होगा और उस समय व्यस्कों में टीकाकरण पूरा करने के लिए हर महीने 25.8 करोड़ लोगों को टीका लगाना होगा. अगर 18 से कम वाली आबादी को भी टीका देना है तो 39.8 खुराकें हर महीने लगानी होगी. ऐसे में अगर एक बार टीके की आपूर्ति बढ़ जाए तो देश में दिसंबर तक टीकाकरण करने का लक्ष्य पूरा किया जा सकता है. आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि अगर अगस्त महीने तक हर माह 27.4 करोड़ खुराकों की आपूर्ति हो तो दिसंबर तक व्यस्क आबादी का टीकाकरण पूरा हो सकता है.
यह भी पढ़ेंः T20 विश्व कप : अब 29 जून को होगा विश्व कप पर फैसला, भारत में होने की संभावना
हर रोज लगानी होगी 91 लाख लोगों को वैक्सीन
सरकार की ओर से मंगलवार को यह बताया गया कि जुलाई और अगस्त महीने में देश में हर दिन 1 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा. अगर भारत को दिसंबर तक पूरी व्यस्क आबादी को टीका लगाना है तो उसे हम दिन 91 लाख से ज्यादा लोगों को टीका देना होगा. इसका अर्थ यह भी है कि अक्टूबर तक टीके की सप्लाई हर महीने बढ़कर 62.6 करोड़ तक पहुंचनी चाहिए.
HIGHLIGHTS
- जून से हर महीने 23.8 करोड़ खुराकें लगानी होंगी लोगों को
- हालांकि सरकार ने इसी माह के लिए दी 12 करोड़ खुराक
- इस तरह तो नहीं हासिल हो सकेगा साल के अंत तक लक्ष्य