पवित्र अक्षय तृतीया ( Akshaya Tritiya 2022 ) पर्व पर तीन मई यानी मंगलवार से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा ( Char Dham Yatra ) की शुरुआत हो रही है. इनमें से गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 3 मई को, केदारनाथ धाम के पट 6 मई को और बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को दर्शन-पूजन के लिए खुलने वाले हैं. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस साल चार धाम यात्रा के लिए 60 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. 30 अप्रैल तक 2 लाख 50 हजार 213 दर्शानार्थी अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. केदारनाथ धाम के लिए सबसे ज्यादा 91,161 तीर्थ यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है.
कोरोना महामारी के प्रकोप से पहले साल 2019 में चार धाम की यात्रा पर 34 लाख तीर्थयात्री दर्शन के लिए पहुंचे थे. साल 2020 में ये संख्या घटकर 4 लाख 34 हजार रह गई. वहीं साल 2021 में केवल 3 लाख 49 हजार तीर्थ यात्री ही चार धाम यात्रा में शामिल हो पाए थे. इस साल 30 अप्रैल तक गंगोत्री के लिए 44 हजार 127 यात्रियों ने, यमुनोत्री के लिए 44,951 ने और बद्रीनाथ के लिए 70 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
24 सेंटर पर चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन की सुविधा
कोरोना महामारी के बाद प्रोटोकॉल्स और नियमों की सख्ती की वजह से चारधाम तीर्थयात्रा के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी किया गया है. वहीं अपनी गाड़ी से जाने वालों के लिए ग्रीन कार्ड बनवाने को भी अनिवार्य किया गया है. इसके लिए राज्य सरकार ने हरिद्वार, देहरादून, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में 24 सेंटर पर यात्रा रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा बनाई है. इसके अलावा चार धाम यात्रा शुरू करने से पहले registrationandtouristcare.uk.gov.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी बताया गया है.
ट्रैकिंग के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
उत्तराखंड सरकार ने ऑफलाइन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा देने के पीछे इमरजेंसी में तीर्थयात्रियों की ट्रैकिंग आसान बनाने को बड़ी वजह बताया है. ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालों को हाईटेक हैंड बैंड दिया जाएगा. वहीं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालों को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एक QR कोड मिलेगा. इसके जरिए श्रद्धालुओं की ट्रैकिंग सुविधाजनक हो जाएगी.
हरिद्वार और ऋषिकेश में गाड़ियों का फिटनेस चेक
रजिस्ट्रेशन के अलावा उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए सुविधा के लिए दूसरे कई उपाय भी किए हैं. इसके तहत अपनी गाड़ी से चार धाम यात्रा पर जाने वालों के लिए गाड़ी का फिटनेस चेक कराना अनिवार्य किया गया है. इसके लिए हरिद्वार के आरटीओ और ऋषिकेश के एआरटीओ ऑफिस में सुविधा बढ़ाई गई है. ज्यादातर तीर्थयात्रियों के लिए चारधाम यात्रा की शुरुआत यहीं से होती है.
सेहत और सुविधा के लिए दी गई ये हिदायत
समुद्र तल से काफी ऊंचाई पर और दुर्गम जगहों पर स्थित बारिश की संभावनाओं से भरे चारों धाम के तीर्थयात्रियों के लिए हेल्थ चेकअप को भी जरूरी बताया गया है. 10 से 15 डिग्री के बीच तापमान और ऊंची चढ़ाई की वजह से हेल्थ चेकअप और सांसों की कठिनाई वालों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की भी हिदायत दी गई है. वहीं सर्दी के हिसाब से गर्म कपड़े, ट्रेकिंग वाले जूते, पानी का बोतल, रेनकोट, छाता और लाठी वगैरह को भी जरूरी बताया गया है.
सुरक्षा के लिए गैर हिंदुओं का होगा वैरिफिकेशन
सरकार ने इस बार कहा है कि चार धाम यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित पड़ोसी राज्यों से उत्तराखंड जाने वाले सभी यात्रियों का वैरिफिकेशन होगा. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले दिनों किसी भी धर्म विशेष का नाम लिए बिना कहा था कि चार धाम यात्रा पर जाने से पहले गैर हिंदुओं का वैरिफिकेशन किया जाएगा. चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं को पहाड़ों में कई किलोमीटर की पैदल यात्रा भी करनी होती है. इसलिए उन्होंने राज्य में सुरक्षा के नजरिए से इसकी शुरुआत की बात कही थी.
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कई सरकारी और प्राइवेट टूर पैकेज उपलब्ध
चार धाम तीर्थ यात्रा के लिए निजी तौर पर जाने के अलावा सरकारी और प्राइवेट विभिन्न तरह के टूर पैकेज भी बुक कराए जा सकते हैं. IRCTC ने 10 रात और 11 दिन के लिए प्रति यात्री 58220 रुपए खर्च वाले टूर पैकेज की पेशकश की है. इसके लिए IRCTC की वेबसाइट irctc.com पर पूरी जानकारी लेकर आगे बढ़ा जा सकता है. वहीं केदारनाथ धाम के लिए हवाई यात्रा की सुविधा का लाभ जीएमवीएन की वेबसाइट gmvnonline.com से बुक करवाकर ली जा सकती है. कई अन्य टूर पैकेज भी गूगल के जरिए आसानी से देखी जा सकती है.
HIGHLIGHTS
- अक्षय तृतीया पर्व पर उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत होगी
- केदारनाथ के लिए सबसे ज्यादा 91,161 तीर्थ यात्रियों का रजिस्ट्रेशन
- उत्तराखंड सरकार की ऑफलाइन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा