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भारत से तनाव की बीच शी ने फिर दोहराया जंग के लिए चीनी सेना तैयार रहे

ऐसा पहला आदेश जनवरी 2018 में जारी किया गया था, जब शी ने उत्तरी चीन के एक शूटिंग रेंज में एक विशाल प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित किया था.

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Nihar Saxena
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Xi Jinping PLA

इसी साल अमल में आया राष्ट्रीय रत्रा कानून.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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भारत से जारी तनाव के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक बार फिर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जवानों से अपने युद्ध कौशल को निखारने और प्रशिक्षण को मजबूत करते हुए हर समय युद्ध के लिए तैयार और चौकस रहने का आदेश दिया है. गौरतलब है कि चीन में सशस्त्र बलों की शक्तियों का विस्तार करने वाला नया संशोधित कानून इस साल के पहले दिन से प्रभाव में आया है. इस क्रम में केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के साथ-साथ सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के प्रमुख शी ने 2021 के लिए आयोग के पहले आदेश पर दस्तखत किए. इसमें पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स के प्रशिक्षण में प्राथमिकताओं को सूचीबद्ध किया गया है. सीएमसी 20 लाख सैन्यकर्मियों की सेना का हाईकमान है.

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शी के नए आदेश में क्या?
आदेश में सशस्त्र बलों को नए युग में चीनी विशिष्टताओं के साथ शी जिनपिंग की समाजवाद की सोच को अपने मार्गदर्शन सिद्धांत के तौर पर लेने तथा सेना एवं सैन्य रणनीतियों की मजबूती के संदर्भ में शी के विचारों पर चलने का निर्देश दिया गया है. सरकारी अखबार चाईना डेली की खबर के अनुसार उसमें कहा गया है कि सीसीपी सेना के प्रशिक्षण पर अपना मार्गदर्शन बढ़ाएगी तथा सेना से अपना युद्ध कौशल निखारने एवं अपने प्रशिक्षण तंत्र में सुधार जारी रखने पर ध्यान देने की भी अपील की गई है.

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पहला आदेश जनवरी 2018 में आया
ऐसा पहला आदेश जनवरी 2018 में जारी किया गया था, जब शी ने उत्तरी चीन के एक शूटिंग रेंज में एक विशाल प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित किया था. हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मोर्निंग पेास्ट के अनुसार सैन्यबलों द्वारा सोमवार को साल का पहला सैन्य प्रशिक्षण एवं अभ्यास शुरू किए जाने के बीच शी ने कहा कि पीएलए को किसी भी क्षण कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए. अखबार ने चीनी राष्ट्रपति के हवाले से कहा, '(पीएलए) को प्रशिक्षण एवं युद्धक तंत्र में नए औजार, नई ऊर्जाशक्ति को शामिल करना चाहिए.'

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सेना हरवक्त रहे तैयार
शी 2012 के आखिर में कमांडर इन चीफ बने थे और तब से उन्होंने सशस्त्र बलों के लिए लड़ाकू तैयारी प्रशिक्षण एवं संयुक्त अभियानों के महत्व पर बार-बार बल दिया है. इस साल अपने आदेश में उन्होंने कहा कि सेना अपने अधिकारियों एंव सैनिकों को असली युद्ध परिदृश्य में प्रशिक्षित करे, युद्ध एवं सैन्य अभियानों के बारे में शोध पर अधिक ध्यान दे, अभ्यास की कारगरता बढ़ाए, आपात स्थिति संबंधी अभ्यास अधिक करे, हाईअलर्ट रहे ताकि सैनिक किसी भी सैन्य कार्रवाई के लिए सदैव तैयार रहे.

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प्रशिक्षण और अभ्यास को प्राथमिकता
आदेश में कहा गया है कि संयुक्त अभियानों के लिए प्रशिक्षण एवं अभ्यास को प्राथमिकता दी जाए तथा सेना समेकित संयुक्त लड़ाकू क्षमता निखारने के लिए अंतरसेवा प्रशिक्षण को तेज करना चाहिए. उसके अनुसार कमांडरों को प्रशिक्षण में वैज्ञानिक एवं तकनीकी का अधिक इस्तेमाल करने तथा उच्च प्रौद्योगिकी हार्डवेयर एवं प्रविधियों को इस्तेमाल करने की अपनी इकाइयों की क्षमता और निखारने की जरूरत है.

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राष्ट्रीय रक्षा कानून अमल में आया
यह साल 2021 चौथा लगातार वर्ष है जब शी ने केंद्रीय सैन्य कमीशन की ओर से साल के पहले निर्देश के तौर पर सेना के लिए प्रशिक्षण आदेश जारी किया है. यह संशोधित राष्ट्रीय रक्षा कानून इस साल एक जनवरी से प्रभाव में आया है जिसमें घरेलू और विदेशों में राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सैन्य एवं असैन्य संसाधनों को लगाने के लिए शी की अगुवाई में सशस्त्र बलों की शक्ति का विस्तार किया गया है.

Source : News Nation Bureau

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