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Year Ender 2022: अगले साल मंदी की आशंका के बीच 2022 के बड़े विलय और अधिग्रहण

अब जब साल 2022 बस चंद घंटों का ही मेहमान है, तो पॉजिटिव साइड अपनाते हुए 2022 में हुए बड़े विलय (Mergers) और अधिग्रहण पर एक नजर डालते हैं. कॉर्पोरेट जगत के ये ऐसे विलय और अधिग्रहण रहे, जो दुनिया भर में चर्चा में रहे.

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Nihar Saxena
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Mergers

2022 भी कई बड़े विलय और अधिग्रहण के लिए याद रखा जाएगा.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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एक तरफ तो तमाम विशेषज्ञ अगले साल मंदी (Recession) की आशंका जता रहे हैं. 2022 में कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनीज (MNC) द्वारा की गई छंटनी के बाद इस आशंका को और बल मिल रहा है. दूसरी ओर इसी साल कई बड़े अधिग्रहण (Acquisitions) भी हुए हैं, जो उम्मीद जता रहे हैं कि आने वाला समय आर्थिक स्तर पर इतना क्रूर साबित नहीं होने वाला है. अब जब साल 2022 बस चंद घंटों का ही मेहमान है, तो पॉजिटिव साइड अपनाते हुए 2022 में हुए बड़े विलय (Mergers) और अधिग्रहण पर एक नजर डालते हैं. कॉर्पोरेट जगत के ये ऐसे विलय और अधिग्रहण रहे, जो दुनिया भर में चर्चा में रहे.

टाटा-एयर इंडिया का विलय
तमाम तरह की वैधानिक मंजूरियों के बाद यह सौदा मार्च 2024 तक अंतिम रूप ले सकेगा. वर्तमान में टाटा समूह की विस्तारा में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष 49 प्रतिशत हिस्सेदारी सिंगापुर एयरलाइंस के पास है. एसआईए की एक विज्ञप्ति के मुताबिक विस्तारा और एयर इंडिया का विलय किया जाएगा और लेनदेन के हिस्से के रूप में एयर इंडिया में 2,058.5 करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी. इसके साथ ही सिंगापुर एयरलाइंस ने पुष्टि की है कि वह अपने आंतरिक नकदी संसाधनों के माध्यम से निवेश की वित्तीय जूरूरतों को पूरा करेगी. 

एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक का  विलय
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एचडीएफसी लिमिटेड को पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एचडीएफसी प्रॉपर्टी वेंचर्स लिमिटेड (एचपीवीएल) को एचडीएफसी बैंक को हस्तांतरित करने की मंजूरी दे दी है. 4 अप्रैल को एचडीएफसी बैंक लगभग 40 बिलियन अमेरिकी डालर के सौदे में सबसे बड़े घरेलू बंधक ऋणदाता का अधिग्रहण करने पर सहमत हुआ था. भारत के कॉर्पोरेट इतिहास में सबसे बड़ा लेनदेन कहे जाने वाले वित्तीय सेवाओं का निर्माण हुआ. विलय का एक बार समझौता हो जाने के बाद मौजूदा एचडीएफसी शेयरधारकों के पास बैंक का 41 प्रतिशत हिस्सा होगा. इससे सार्वजनिक शेयरधारक एचडीएफसी बैंक के एकमात्र मालिक बन जाएंगे.

पीवीआर-आईनॉक्स का विलय
मल्टीप्लेक्स चेन पीवीआर के शेयरधारकों ने 11 अक्टूबर को प्रतिद्वंद्वी आईनॉक्स लेजर के साथ विलय को मंजूरी दे दी थी. गौरतलब है कि मार्च के महीने में आईनॉक्स और पीवीआर के विलय एक एकीकरण योजना को पीवीआर और आईनॉक्स लेजर के निदेशक मंडल ने स्वीकार किया था. इसके बाद पीवीआर ने 11 अक्टूबर को एक बैठक के दौरान आईनॉक्स विलय के लिए इक्विटी शेयरधारकों की मंजूरी का अनुरोध किया था. बैठक में उपस्थित लोगों में से 99.9986 प्रतिशत ने विलय के पक्ष में मतदान किया. महज 0.0014 प्रतिशत ने इस विलय के विरोध में मतदान किया था.

एलन मस्क का ट्विटर सौदा
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क 44 बिलियन डॉलर खर्च कर अब औपचारिक रूप से ट्विटर के मालिक बन चुके हैं. गौरतलब है कि अप्रैल 2022 में मस्क ने ट्विटर को खरीदने के लिए अपनी शुरुआती पेशकश की थी. हालांकि उसके बाद यह सौदा कई उतार-चढ़ावों के दौर से गुजरा. इस सौदे को रद्द करने की बात सामने आई, आरोप-प्रत्यारोप लगे और ऐसे ही कई पेंचों से गुजरते हुए अंततः यह सौदा हुआ. हालांकि सौदा होने के बाद भी विवादों का साथ इस सौदे से नहीं छूटा. ट्विटर पर सोशल एकाउंट के वैरिफिकेशन की प्रक्रिया इसमें प्रमुख रही. अब फिलहाल कुछ दिनों से ट्विटर किसी गलत बात को लेकर चर्चा में नहीं है.

सोनी और जी का विलय
जी और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया लिमिटेड ने एक रणनीतिक विलय की घोषणा की है. ऐसा दावा किया गया है कि सोनी पिक्चर्स और जी एंटरटेनमेंट समूह द्वारा विलय के बाद बनाई गई कंपनी का शुरुआती बाजार मूल्यांकन 50,000 करोड़ रुपये होगा.

जोमैटो और ब्लिंकिट का विलय
जोमैटो ने 11 अगस्त को घोषणा करते हुए कि उसने रैपिड कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट का अधिग्रहण कर लिया है. गौरतलब है कि ब्लिंकट को पहल ग्रोफर्स के नाम से जाना जाता था. इस अधिग्रहण में ब्लिंकट के गोदाम और सहायक सेवाओं का कारोबार भी जोमैटो को मिल गया. बोर्ड की अनुमति के बाद 4,447 करोड़ रुपये में ब्लिंकिट का अधिग्रहण कर जोमैटो ने जून में इसकी औपचारिक घोषणा की. जोमैटो ने जून में समझौते के तहत ब्लिंकट के ऑक्सीलरी बिजनेस को 61 करोड़ रुपये में खरीदा था.

माइंडट्री और एलटीआई का विलय
आईटी क्षेत्र से जुड़े दो बड़े नाम एलएंडटी इंफोटेक (एलटीआई) और माइंडट्री का विलय 14 नवंबर को नियामक और शेयरधारक मंजूरी के बाद आधिकारिक बन चुका है. बाजार के हालिया मूल्यांकन के अनुसार संयुक्त एलटीआईमिंडट्री भारत की पांचवीं सबसे बड़ी आईटी प्रदाता कंपनी हो गई है. विलय के हिस्से के रूप में माइंडट्री के प्रत्येक शेयरधारक को माइंडट्री के प्रत्येक 100 शेयरों के लिए एलटीआई के 73 शेयर दिए जाएंगे. एलएंडटी के पास विलय के बाद स्वामित्व अधिकार रहेगा, जिसमें इसकी हिस्सेदारी 68.73 प्रतिशत होगी.  24 नवंबर को माइंडट्री शेयरधारकों की पहचान की तारीख तय की गई थी. यानी माइंडट्री शेयर होल्डर्स जिन्हें एलटीआई के इक्विटी शेयर दिए जाएंगे.

HIGHLIGHTS

  • 2022 में ही अगले साल आर्थिक मंदी की आशंका जता रहे विशेषज्ञ
  • फिर भी यह साल कई बड़े विलय और अधिग्रहण का साक्षी भी बना
  • एक नजर 2022 के बड़े वित्तीय सौदों और अधिग्रहण के सौदों पर
उप-चुनाव-2022 Year Ender 2022 Recession Mergers Acquisition MNC विलय अधिग्रहण मंदी मल्टीनेशनल कंपनी
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