Asia Cup History : एशिया कप 2023 का 30 अगस्त से आगाज होगा. वहीं इसका फाइनल मुकाबला 17 सितंबर को खेला जाएगा. इस बार यह टूर्नामेंट पाकिस्तान और श्रीलंका की मेजबानी में खेला जाएगा. एशिया कप का मुख्य आयोजक पाकिस्तान है, लेकिन वहीं सिर्फ 4 ही मुकाबले खेले जाएंगे. बाकी के 9 मुकाबले श्रीलंका में खेला जाएगा. वहीं भारत अपना सभी मैच श्रीलंका में खेलेगा. एशिया कप का फाइनल मुकाबला भी श्रीलंका की मेजबानी में खेला जाएगा. इन सबके बीच फैन्स को सबसे ज्यादा इतंजार भारत बनाम पाकिस्तान के मैच का है. दोनों टीनों के बीच यह हाईवोल्टेज वाला मुकाबला 2 सितंबर को श्रीलंका के कैंडी में खेला जाएगा.
एशिया कप की शुरुआत किस तरह हुई?
ऐसे तो ज्यादातर सभी फैंस को पता होगा कि एशिया कप की शुरुआत कब हुई है, लेकिन बहुत ही कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि आखिरी एशिया कप की शुरुआत किस हालात में हुए और इसमें अहम रोल किसका था. बता दें कि एशिया कप की शुरुआत एक जिद से शुरू हुई थी.
यह भी पढ़ें: Asia Cup 2023: इतिहास में पहली बार टीम इंडिया की जर्सी पर होगा पाकिस्तान का नाम, जानें क्या है वजह
BCCI अध्यक्ष साल्वे ने खाई कसम!
दरअसल, एशिया कप की शुरुआत 1984 में हुई थी. दरअसल हुआ यूं था कि बीसीसीआई के तब के अध्यक्ष एनकेपी साल्वे 25 जून 1983 को लॉर्ड्स में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले वनडे वर्ल्ड कप फाइनल मैच को स्टैंड से देखना चाहते थे, लेकिन उन्हें टिकट नही मिली. फिर क्या साल्वे इस बात से काफी नाराज हो गए और उन्होंने यब बा ठान ली कि अब वह वर्ल्ड कप को इंग्लैंड से बाहर निकालर मानेंगे. हालांकि साल्वे अच्छे से जानते है कि यह इतना आसान नहीं होने वाला है.
एनकेपी साल्वे ने तत्कालीन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष नूर खान से बात की. पाकिस्तान भी इसके लिए मान गया. इसके बाद उन्होंने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) के हेड गामिनी दिसानायके को भी अपने साथ मिलाया. इसके बाद 19 सितंबर 1983 को नई दिल्ली में एशियन क्रिकेट कॉन्फ्रेंस (ACC) का गठन किया गया. अब यह एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के नाम से जाना है.
यह भी पढ़ें: World Cup 2023 के लिए रोहित शर्मा नहीं होंगे टीम इंडिया का हिस्सा, कप्तान ने खुद किया खुलासा
पाकिस्तान-श्रीलंका को मिलाकर हुई शुरुआत
भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका के अलावा इस टूर्नामेंट में बांग्लादेश, सिंगापुर और मलेशिया को भी शामिल किया. हालांकि तब इनमें से सिर्फ भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ही ICC के पूर्ण सदस्य रहे थे. एशिया में यह ACC बनने के बाद क्रिकेट की ताकतों में बटवारा होने लगा और आईसीसी को चुनौती मिलने लगा. इसे पहले क्रिकेट की पूरी ताकत सिर्फ ICC के पास ही थी.
ACC ने इट टूर्नामेंट में सिर्फ एशियाई टीमों को ही खेलने की अनुमति दी थी. एशिया कप का पहला सीजन 1984 में आयोजित किया गया था. यह वनडे फॉर्मेट में UAE की मेजबानी में खेला गया था. इसका पहला सीजन भारत ने अपने नाम किया. एशिया कप में भारत का दबदबा रहा है. अब तक एशिया कप के 15 सीजन खेले जा चुके हैं. जिसमें 7 बार भारत ने खिताब पर कब्जा जमाया है. जबकि श्रीलंका 6 बार और पाकिस्तान सिर्फ दो बार ही जीतने में कामयाब हुआ है.
Source : Sports Desk