Asia Cup 2023 की इमेज अब साफ हो गई है. ये टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल के तहत खेला जाएगा और इसके 4 मैच पाकिस्तान में और बाकी के 9 मुकाबले श्रीलंका में खेले जाएंगे. मगर, इस बीच मशहूर भारतीय कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने एशिया कप से आने वाले पैसों को लेकर कुछ ऐसा बताया है, जिसे जानने के बाद आप भी बीसीसीआई के इस मूव के फैन हो जाएंगे. तो आइए आपको बताते हैं कि एशिया कप से आने वाले पैसों का बीसीसीआई क्या करता है...
BCCI नहीं लेता एशिया कप का एक भी पैसा
अगर आपको पता चलें की Asia Cup से आने वाले पैसों को BCCI नहीं लेता, तो ये जानकर यकीनन आपको हैरानी होगी. मगर, पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने ये बताया है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड एशिया कप से आने वाले पैसे क्यों नहीं लेता है और उन पैसों का असल में होता क्या है? उन्होंने इसके बारे में बात करते हुए बताया,
"फाइनली Asia Cup का विवाद सुलझ गया है. मैं आपको एक बात बताता हूं, जब से एशिया कप शुरू हुआ है, तब से हर बार जब भी ब्रॉडकास्टर से इसका रेवेन्यू आता है. आज तक इसका एक भी पैसा BCCI ने नहीं लिया है. कभी भी बोर्ड एसीसी के पैसे नहीं छूती है. हर बार जब भी BCCI के हिस्से का कुछ होता है तो वह एसीसी को ही दे देती है. ताकि जिस देश में क्रिकेट डेवलपमेंट की आवश्यकता है. वह वहां पर खर्च कर सके. "
बाकी देश अपने पास ही रखते हैं पैसे
Asia Cup 2023 में भारत, पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, हॉन्गकॉन्ग, नेपाल की टीमें हिस्सा लेने को तैयार हैं. ऐसे में बीसीसीआई को छोड़कर बाकी सभी देश Asia Cup से आने वाले पैसे अपने पास ही रखते हैं. आकाश ने आगे बताया, "BCCI एक भी रूपया नहीं लेता है. उन्हें छोटे पैसे नहीं चाहिए. उनके पास पहले से बहुत पैसा है. लेकिन बाकी कोई भी देश ऐसा नहीं करता है. वह श्रीलंका हो, पाकिस्तान या कोई और वह सभी अपने सारे पैसे खुद रखते हैं."
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