एशिया कप 2023 का शेड्यूल सामने आ गया है. टूर्नामेंट का पहला मुकाबला 30 अगस्त को पाकिस्तान और नेपाल के बीच मुल्तान में खेला जाएगा. पहले टूर्नामेंट की शुरुआत 31 अगस्त से होने वाली थी, लेकिन अब इसका आयोजन एक दिन पहले यानि 30 अगस्त से होगा. एशिया कप के लिए भारत, पाकिस्तान और नेपाल को एक ग्रुप ए में रखा गया है. वहीं ग्रुप बी में श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश शामिल है. एशिया कप हाईब्रिड मॉडल पर खेला जाएगा, जिसके तहत 4 मुकाबले पाकिस्तान और बाकी के मैच श्रीलंका में होंगे. पाकिस्तान और श्रीलंका में मैच होने का सीधा मतलब ये है कि ट्रैवल प्लेयर्स के लिए थकान बढ़ाने वाली साबित हो सकती है.
क्रिकेट फैंस और कई पूर्व खिलाड़ी एशिया कप के शेड्यूल को अजीबोगरीब बता चुके हैं. पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सलमान बट ने शेड्यूल रिलीज किए जाने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को आड़े हाथों लिया था. बट ने कहा था कि, शेड्यूल थकानभरा है, जो ये दर्शाता है कि पीसीबी को अपने प्लेयर्स की परवाह ही नहीं है. अब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने भी शेड्यूल पर नाराजगी जाहिर की है.
BCB के क्रिकेट ऑपरेशंस हेड जलाल यूनुस ने भी एशिया कप के शेड्यूल को थकान भरा बताया है. यूनुस का मानना है कि टूर्नामेंट के हाइब्रिड मॉडल में काफी ज्यादा ट्रैवल करने से खिलाड़ियों पर विपरीत असर पड़ सकता है.
क्रिकबज ने यूनुस के हवाले से कहा, बांग्लादेश को अपना पहला मैच खेलने के लिए लाहौर जाना होगा. पहले दौर में दो मैच हैं, इसमें एक श्रीलंका में और दूसरा पाकिस्तान में है. हमें जाना ही होगा क्योंकि आप इसमें कुछ नहीं कर सकते. 31 अगस्त के बाद अगला मैच 3 सितंबर को है. हम चार्टर्ड प्लेंस से यात्रा करेंगे, यह एशियान क्रिकेट काउंसिल की जिम्मेदारी है. निश्चित रूप से हम क्वालिटी एयरलाइन से यात्रा करना चाहेंगे.अगर यह एक नेशनल एयरलाइन या चार्टर्ड प्लेन है तो निश्चित रूप से यह सभी के लिए अच्छा होगा.'
यूनुस ने कहा, 'एयर ट्रैवल करना और उड़ानों से 2 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचना खिलाड़ियों को मानसिक तनाव में डाल सकता है. हालांकि हमारी टीम को भी उसी के अनुसार तैयारी करनी होगी.'
बांग्लादेश टूर्नामेंट में अपना पहला मुकाबला 31 अगस्त को श्रीलंका के खिलाफ खेलेगी. ये मैच कैंडी में खेला जाएगा. वहीं इसके बाद टीम 3 सितंबर को अफगानिस्तान से दो-दो हाथ करेगी. बांग्लादेश बनाम अफगानिस्तान मैच लाहौर में होगा.
एक बात तो तय है कि खिलाड़ियों के लिए ट्रैवल वाकई में काफी थकानभरा होने वाला है. बता दें कि टूर्नामेंट का फाइनल 17 सिंतबर को खेला जाएगा. वहीं अक्टूबर-नवंबर में भारतीय सरजमीं पर वनडे वर्ल्ड कप होगा. विश्व कप से पहले ये थकान खिलाड़ियों के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है.
by AKHIL GUPTA
Source : Sports Desk