एशियाई खेलों में हेप्टाथलन का स्वर्ण पदक जीतने वाली स्वप्ना बर्मन मेडिकल जांच के लिए 24 सितम्बर को मुंबई जाएंगी. जांच के बाद इस पर फैसला होगा कि उनकी सर्जरी होनी है या नहीं. एशियाई खेलों में हेप्टाथलन में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं स्वप्ना 2017 के एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीतने के बाद से ही कमर के दर्द से जूझ रहीं हैं.
जकार्ता एशिया खेल शुरू होने से पहले स्वप्ना को दांत व मसूड़े और पीठ में दर्द की शिकायत थी. इसके बावजूद उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था. उन्होंने कुल 6026 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया था.
स्वप्ना ने कलकत्ता स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट क्लब की ओर से आयोजित एक सम्मान समारोह में संवाददाताओं से कहा, "इस महीने की 24 सितम्बर के आसपास मैं मुंबई जाऊंगी. वहां मैं अपनी चोट का स्कैन कराऊंगी और फिर यह फैसला लिया जाएगा कि मुझे सर्जरी की आवश्यकता है या रिहेबिलिटेशन की."
स्वप्ना 10 दिवसीय गणेश चतुर्थी महोत्सव के कारण इस समय मुंबई नहीं जा सकतीं. उन्होंने कहा कि चोट से उबरना उनकी प्राथमिकता है और इस साल तथा अगले साल वह किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगी.
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उन्होंने कहा, "मैं फिर से मैदान पर उतरने से पहले पूरी तरह से फिट होना चाहती हूं. एशियाई खेलों में स्वर्ण मेरा लक्ष्य था. अब मेरे पास समय है क्योंकि मुझे चोट से उबरना है, अन्यथा यह और ज्यादा घातक हो सकती है."
स्वप्ना के कोच सुभाष सरकार ने कहा कि अगले एक साल में कोई भी टूर्नामेंट उनका करियर खत्म कर सकता है.
सुभाष ने कहा, "उन्हें 2017 के बाद से ही कमर के निचले हिस्से में दिक्कतें आ रही हैं और मुझे पता है कि उन्होंने दर्द के बावजूद जकार्ता में कैसा प्रदर्शन किया. उन्हें पहले ठीक होने और उसके बाद अभ्यास शुरू करने की जरूरत है."
अपने अगले लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर सुभाष ने कहा कि चार साल बाद होने वाले एशियाई खेलों में फिर से स्वर्ण हासिल करना उनका लक्ष्य है और वे ओलंपिक के बारे में सोच नहीं रहे हैं.
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कोच ने कहा, "एशियाई खेलों में लगातार स्वर्ण जीतना उनका लक्ष्य है जो पहले कभी नहीं हुआ है. जहां तक ओलंपिक की बात है तो उसके लिए 6200 अंक तो क्वालिफिकेशन मार्क ही है. उन्हें पहले यह हासिल करने की जरूरत है."
Source : IANS