साल 2014 में खेले गए एशियाई खेलों में भारत ने 11 गोल्ड, 9 सिल्वर और 37 ब्रॉन्ज सहित कुल 57 पदक जीते थे। इनमें से एक स्वर्ण पदक भारत ने कबड्डी में भी जीता था। भारत के ऐतिहासिक प्रदर्शन पर हरियाणा सरकार ने अपने स्थानीय खिलाड़ियों को दो-दो करोड़ रुपये (गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को) का इनाम भी दिया था। गोल्ड जीतने वाली कबड्डी टीम में मंजीत छिल्लर और राकेश कुमार भी शामिल थे।
ये दोनों खिलाड़ी दिल्ली की तरफ से कबड्डी खेलते हैं, लेकिन इन दोनों ही खिलाड़ियों ने हरियाणा सरकार से इनाम के दो-दो करोड़ रुपये ले लिए थे। साल 2015 में हरियाणा सरकार से मिलने वाला मोटा इनाम लेने के लिए दोनों ही खिलाड़ियों ने हरियाणा का फर्जी डोमिसाइल सर्टिफिकेट बनवाया था। जब मंजीत और राकेश के डोमिसाइल सर्टिफिकेट की जांच की गई तो पता चला कि इन दोनों खिलाड़ियों का फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
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डोमिसाइल सर्टिफिकेट जांचने वाली कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि दोनों के दस्तावेज फर्जी हैं। रिपोर्ट मिलते ही खेल विभाग ने कार्रवाई शुरू कर रिकवरी नोटिस जारी कर दिया है। रिपोर्ट में बताया गया कि मंजीत छिल्लर दिल्ली का स्थाई पता दिल्ली है, जिसका विवरण उन्हें मिले अर्जुन अवॉर्ड के सर्टिफिकेट में भी है। वहीं दूसरी ओर राकेश भी दिल्ली के रहने वाले हैं। बहादुरगढ़ में रहने वाले राकेश के भाई के राशन कार्ड पर उनका नाम भी लिखा हुआ है।
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खिलाड़ियों का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि दोनों के डोमिसाइल सर्टिफिकेट गलत हैं। मंजीत और राकेश को इनाम में मिली दो-दो करोड़ रुपये वापस लिए जाएंगे। विज ने बताया कि इस विषय में दोनों खिलाड़ियों को रिकवरी नोटिस जारी कर दिया गया है।
Source : News Nation Bureau