भारतीय विकेटकीपर और बल्लेबाज ऋषभ पंत ने भारतीय टीम में अपनी कामयाबी का श्रेय भारत-ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ और अपने बचपन के कोच तारक सिन्हा को दिया है। कामयाबी का श्रेय देते हुए ऋषभ पंत ने कहा, 'मैंने शून्य से शुरुआत की थी, लेकिन जब आप कड़ी मेहनत के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं तो उसे हासिल कर लेते हैं। मैं राहुल द्रविड़ सर का शुक्रगुजार हूं और अपने बचपन के कोच राहुल सिन्हा का भी। उन्होंने मेरी जीवन में हर कदम पर मदद की है।'
20 साल के पंत ने ट्रेंट ब्रिट में अपने पहले टेस्ट में पहली पारी में 24 रन बनाए और फिर 7 कैच भी लपके।
उन्होंने कहा, 'इंग्लैंड में विकेटकीपिंग हमेशा कठिन होती है क्योंकि गेंद विकेट के पीछे लड़खड़ाते हुए आती है. मैं पिछले ढाई महीने से इंग्लैंड में भारत-ए के लिए खेल रहा हूं, जिससे काफी फायदा मिला है।'
उन्होंने कहा, 'मैं नेट पर अभ्यास कर रहा हूं कि तेज गेंदों से कैसे निपटना है और इसका फायदा मिल रहा है।'
टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण पर पंत ने कहा, 'यह बेहतरीन मौका है। मैं आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में इन सभी के साथ खेल चुका हूं, लेकिन देश के खिलाफ खेलने का अहसास ही अलग है। टेस्ट क्रिकेट खेलना मेरा सपना था।'
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बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में बल्लेबाज ऋषभ पंत ने शानदार रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया है। ऋषभ पंत ने अपनी पहली ही टेस्ट पारी में अपना खाता छक्के की मदद से खोला और सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने यह छक्का दूसरी गेंद पर ही जड़ा था। इस छक्के के साथ ऋषभ पंत खाता खोलने वाले दुनिया के 12वें और भारत के पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
Source : News Nation Bureau