किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है कि वो अपने देश के लिए खेले और लंबा खेले. क्रिकेट इतिहास में ऐसे कई खिलाड़ी हुई हैं जिन्होंने अपने अपने देश के लिए लंबे समय तक खेला है. भारत की तरफ से सचिन तेंदुलकर, पाकिस्तान के लिए जावेद मियांदाद और श्रीलंका के लिए सनथ जयसूर्या ऐसे ही कुछ नाम हैं. कुछ ऐसे भी क्रिकेटर हैं जो अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत बेहतरीन करते हैं लेकिन वे अपना करियर लंबा नहीं खींच पाते. ऐसे ही एक क्रिकेटर के बारे में हम आपको बता रहे हैं.
पहले ही मैच में जड़ा था दोहरा शतक
हम बात कर रहे हैं श्रीलंका के विकेटकीपर बल्लेबाज डीएसबीपी कुरुप्पु की. ये ब्रेंडन कुरुप्पु के नाम ले मशहूर रहे. ब्रेडन ने 1987 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था. अपने डेब्यू टेस्ट में उन्होंने 201 रन की नाबाद पारी खेली थी. डेब्यू पर किसी भी विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा दोहरा शतक लगाने का ये रिकॉर्ड है. लेकिन कुरुप्पु का टेस्ट करियर सिर्फ 4 टेस्ट मैच के बाद समाप्त हो गया. 4 टेस्ट में उन्होंने 320 रन बनाए. हालांकि उन्हें 54 वनडे मैच खेलने का मौका मिला था जिसमें 4 अर्धशतक लगाते हुए उन्होंने 1022 रन बनाए.
रिकॉर्ड पर नजर
ब्रेंडन कुरुप्पु का करियर बेहद छोटा रहा है लेकिन अपनी पहली टेस्ट पारी में शतक लगाकर कई रिकॉर्ड उन्होंने अपने नाम किए थे. इसमें कई अनचाहे रिकॉर्ड भी हैं. दोहरा शतक लगाने के बावजूद सबसे कम टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ी, सबसे धीमा दोहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ी, डेब्यू पर दोहरा शतक लगाने वाले पहले विकेटकीपर बल्लेबाज, डेब्यू टेस्ट में मिनट के हिसाब से (777) सबसे लंबी पारी खेलने का रिकॉर्ड भी ब्रेंडन कुरुप्पु के नाम है.
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