रिटायरमेंट के बाद भी अब भारतीय क्रिकेटर्स विदेशी लीगों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे... हाल ही में बीसीसीआई ने घोषणा की है कि वह रिटायरमेंट लेकर विदेशी लीग खेलने जाने वाले प्लेयर्स के लिए 'कूलिंग ऑफ पीरियड' का नियम लाने वाली है. इसके बाद से ही क्रिकेट के गलियारों में इस नियम को लेकर हलचल मच गई है. मगर, अब क्रिकेट एक्सपर्ट आकाश चोपड़ा ने उस वजह के बारे में बताया है, जिसके कारण BCCI ने 'कूलिंग ऑफ पीरियड' नियम को लागू करने का फैसला किया है.
BCCI नहीं लेना चाहता रिस्क
भारतीय क्रिकेट बोर्ड अपने कॉन्ट्रैक्टेड प्लेयर्स को विदेशी लीग में खेलने की इजाजत नहीं देता. ऐसे में पिछले कई सालों में देखा गया है की खिलाड़ी संन्यास लेकर विदेशी फ्रेंचाइजी लीगों में हिस्सा ले रहे हैं. मगर, अब BCCI ने इसके लिए भी नया रास्ता खोज निकाल लिया है और 'कूलिंग ऑफ पीरियड' नियम लाने वाला है. इसके तहत रिटायरमेंट के तुरंत बाद प्लेयर्स बाहर की लीगों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. इस मामले पर बात करते हुए आकाश चोपड़ा ने कहा,
"रिटायर्ड प्लेयर्स के लिए अलग पॉलिसी आने वाली है. इसकी वजह ये है कि लोग अब जल्दी रिटायरमेंट ले रहे हैं. अंबाती रायडू को ही देख लीजिए उन्होंने आईपीएल से संन्यास लेकर मेजर लीग क्रिकेट ज्वॉइन कर लिया. ये तो एक उदाहरण है, ऐसे तो अब कई प्लेयर्स हैं. BCCI इस बात से परेशान होगी कि ऐसे करने वाले खिलाड़ियों की संख्या बढ़ेगी."
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विदेशी लीगों में है इंडियन प्लेयर्स की डिमांड
आकाश चोपड़ा ने आगे कहा, "वो यहां की क्रिकेट छोड़कर विदेशी लीग्स में खेलने जाएंगे. क्योंकि दुनिया में जितनी भी नई लीग्स शुरू हो रही हैं, उसमें भारतीय खिलाड़ियों की डिमांड है. यदि भारतीय खिलाड़ी नहीं होते हैं तो फिर ब्रॉडकास्टर्स उतनी दिलचस्पी नहीं दिखाते. ज्यादातर लीग्स ओवरसीज प्लेयर्स पर ही डिपेंडेंट हैं. इसलिए BCCI कूलिंग ऑफ पीरियड लगाने वाली है. इसके तहत खिलाड़ियों को तुरंत किसी दूसरे देश में जाकर खेलने की इजाजत नहीं मिलेगी."
बताते चलें, अभी बीसीसीआई इस नियम को लाने के बारे में सोच रहा है. अभी नियम को लागू होने में वक्त लग सकता है.