IND vs ENG T20 : भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच कल पूरा हो गया. इस मैच के तीसरे दिन तक भारतीय टीम जीत रही थी, लेकिन दूसरी पारी की बल्लेबाजी ने टीम इंडिया के सपने को अधूरा ही छोड़ दिया. 2007 के बाद से टीम इंडिया इंग्लैंड को उसकी ही सरजमीं पर हराने का सपना देख रही थी. पर ऐसा हो ना सका. जैसा आप जानते ही हैं कि रोहित शर्मा कोरोना की वजह से इस मैच से बाहर थे और उनकी जगह बुमराह को कप्तान बनाया गया था. अब टेस्ट मैच के बाद भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 सीरीज भी शुरू होने जा रही है. 7 जुलाई को पहला टी20 मैच खेला जाएगा. इसके बाद 9 जुलाई और फिर 10 जुलाई को टी20 मैच है. सबसे बड़ी बात दूसरे और तीसरे टी20 मैच के बीच में कोई गैप नहीं है और एक बाद दूसरे दिन ही मैच होगा.
अगर आंकड़ों की बात करें तो अभी तक दोनों टीमें 19 बार टी20 मैचों में आमने सामने आई हैं. अभी तक के रिकॉर्ड में 10 बार भारतीय टीम ने जीत दर्ज की है, जबकि 9 बार इंग्लैंड की टीम ने जीत दर्ज की है. इस बार इंग्लैंड के दौरे पर भारतीय टीम के सामने या कहें तो चयनकर्ताओं के सामने एक बड़ी दिक्कत खड़ी हो सकती है. इस बार भारत ने कमाल किया है कि तीन मैचों की सीरीज में भी दो टीमें घोषित की हैं. पहले मैच के लिए रोहित शर्मा, ईशान किशन, रुतुराज गायकवाड़, संजू सैमसन, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, वेंकटेश अय्यर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, आवेश खान, अर्शदीप सिंह, उमरान मलिक टीम में शामिल हैं. वहीं, दूसरे और तीसरे टी20 के लिए विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, ऋषभ पंत को भी शामिल किया जाएगा.
अब यहां सबसे बड़ा सवाल टीम में सलेक्शन को लेकर है. विराट कोहली और श्रेयस अय्यर का बल्ला पिछले कुछ समय से खास नहीं चल रहा है. प्रैक्टिस मैचों को देखें तो संजू सैमसन और दीपक हुड्डा का प्रदर्शन लाजवाब रहा है. अब चयनकर्ताओं के सामने सवाल होगा कि जो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें टीम में जगह दी जाएगी या फिर जो नये नवेले खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें मौका मिलेगा. कई क्रिकेट प्रेमियों के अनुसार बीसीसीआई और चयनकर्ता निश्चित रूप से इस सवाल से परेशान होंगे.