IND vs AUS 4th Test Match : इंदौर में हुए तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 9 विकेट से हरा दिया. इससे ये भी साबित हो गया कि भले ही मैच भारत में हो रहा हो लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि टीम इंडिया हार नहीं सकती. साल 2017 के बाद ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर से भारत को धूल चटा दी. जब भी कप्तान स्मिथ थे. और अभी भी कप्तान स्मिथ हैं. खैर अब जो बात गई सो बात गई. अब भारत को आगे के मुकाबले के बारे में सोचना होगा, जो 9 मार्च से आखिरी टेस्ट मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर खेला जाएगा. इस मुकाबले में टीम इंडिया को वह गलती नहीं करनी है जो इंदौर के मुकाबले में की गई है.
निचले क्रम पर बल्लेबाजी है जरूरी
भारतीय टीम को निचले क्रम पर बल्लेबाजी बनानी होगी. जिस तरीके से पहला और दूसरा मुकाबला टीम इंडिया ने अपने नाम किया है, और तीसरा मुकाबला हारी है अगर उसमें अंतर देखेंगे तो निचले क्रम पर बल्लेबाजी का जिक्र जरूर आएगा. अश्विन, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने पहले दूसरे मुकाबले में अच्छी गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी भी की थी. और वहीं इंदौर के टेस्ट मैच में कहीं ना कहीं उसकी कमी खली.
विराट, रोहित को समझनी होगी अपनी जिम्मेदारी
टीम इंडिया की ताकत हमेशा से बल्लेबाजी रही है. ऐसे में रोहित शर्मा और विराट कोहली को अपनी जिम्मेदारी समझने का टाइम आ गया है. दोनों ही खिलाड़ी अभी तक टेस्ट सीरीज में कुछ कमाल नहीं कर सके हैं. इंदौर के मुकाबले में टीम को विराट कोहली की जरूरत थी, लेकिन विराट अपना विकेट फेंकते हुए चलते बने. अगर यही सिलसिला अहमदाबाद के मैच में भी रहा तो टीम इंडिया उस मुकाबले को भी शायद हार जाए.
अति आत्मविश्वास से बचना होगा
सबसे बड़ी गलती टीम इंडिया ने इंदौर के मुकाबले में अति आत्मविश्वास में आकर की है. भारत में मैच हो रहा है तो इसका मतलब यह नहीं है कि टीम इंडिया मुकाबला जीत ही जाएगी. सामने वाली टीम भी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच चुकी है. अगर कहीं से भी टीम इंडिया से चूक होती है तो ऑस्ट्रेलिया पलटवार करने में माहिर है. और इंदौर मुकाबले में हुआ भी वही. इसलिए अहमदाबाद के मुकाबले में टीम को अति आत्मविश्वास से बचना होगा. अपनी ताकत को कमजोरी ना बनाकर मैच खेलना होगा.