ऑस्ट्रेलिया के साथ खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच में भारत के कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मेहमान टीम का सिर्फ एक घंटा खराब था लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि टीम के खिलाड़ी या टीम बेकार है. अब दोनों टीमें शनिवार से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर आमने-सामने होंगी. विराट कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट गए हैं. उनके स्थान पर रहाणे टीम की कप्तानी करेंगे.
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रहाणे ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा आखिरी टेस्ट मैच में हमने दो दिन शानदार खेल खेला, लेकिन हमारा एक घंटा खराब रहा जहां हम मैच को पूरी तरह से गंवा बैठे. इसके बाद जो हमारी बात हुई है वह यह कि हमें व्यक्तिगत तौर पर और एक टीम के तौर पर अपना समर्थन करना है और अगले मैच में अपनी पूरी ताकत के साथ खेलना है जैसा हमने पहले टेस्ट मैच के लिए सोचा था, उसी पर बने रहना है. रहाणे पहली बार टीम की कप्तानी नहीं कर रहे हैं. वह 2017 में धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी टीम की कप्तानी कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि वह स्वाभाविक भावनाओं के साथ काम करेंगे.
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रहाणे ने कहा 2017 टेस्ट मैच से मैंने सीखा था कि एक कप्तान के तौर पर आपको अपनी प्रवृति के साथ ही बने रहना चाहिए और दबाव में शांत रहना चाहिए. इसलिए मुझे लगता है कि मुझे अपने तीरकों के हिसाब से चलना चाहिए जिन पर मेरा ध्यान होगा. मैंने उस टेस्ट मैच से काफी कुछ सीखा था. उन्होंने कहा मैं अपने आप फोकस नहीं कर रहा हूं बल्कि मेरा ध्यान पूरी टीम पर है. भारत की कप्तानी करना मेरे लिए गर्व की बात है. यह शानदार मौका और जिम्मेदारी है. मैं किसी तरह का दबाव नहीं लेना चाहता. हां हमारा एक सेशन खराब गया था, लेकिन हम अच्छा खेल रहे हैं और हमारी बल्लेबाजी तथा गेंदबाजी अच्छी है. मैं शांत रहता हूं लेकिन मेरी बल्लेबाजी आक्रामक है. हमारा सिर्फ एक घंटा खराब रहा था. यह सकारात्मक खेलने की बात है.
Source : IANS