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'बेटे के लिए मेरा करियर किया बर्बाद', BCCI अध्यक्ष पर रायडू ने लगाया बड़ा आरोप

इस बात में कोई संदेह नहीं है की Ambati Rayudu एक टैलेंटे प्लेयर रहे हैं. उन्होंने जितना भी क्रिकेट खेला, उसमें बेहतरीन प्रदर्शन किया. अब हर फॉर्मेट से रिटायरमेंट लेने के बाद सालों से अपने मन में दबा हुआ सच Ambati Rayudu ने सबके सामने रख दिया है.

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Sonam Gupta
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ambati rayudu big statement on shivlal yadav he destroy my career

ambati rayudu big statement on shivlal yadav he destroy my career( Photo Credit : Social Media)

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IPL 2023 के फाइनल में अंबाती रायडू (Ambati Rayudu) ने सभी फॉर्मेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था. मगर, अब रायडू ने जो सनसनीखेज खुलासा किया है, उसके बाद से चारों ओर उन्हीं की चर्चा हो रही है. रायडू ने BCCI के पूर्व चीफ सेलेक्टर और हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के चीफ पर उनके करियर को बर्बाद करने का आरोप लगाया है. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया है की अपने बेटे को टीम में शामिल करने के लिए उन्हें शुरुआती दिनों से ही परेशान किया जाता रहा है. 

बेटे के लिए किया मेरा करियर बर्बाद

इस बात में कोई संदेह नहीं है की Ambati Rayudu एक टैलेंटे प्लेयर रहे हैं. उन्होंने जितना भी क्रिकेट खेला, उसमें बेहतरीन प्रदर्शन किया. अब हर फॉर्मेट से रिटायरमेंट लेने के बाद सालों से अपने मन में दबा हुआ सच अंबाती रायडू ने सबके सामने रख दिया है. उन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा है कि, 'शिवलाल यादव ने अपने बेटे के लिए मुझे बर्बाद किया.

शिवलाल अपने बेटे को आगे बढ़ाना चाहते इस कारण उन्होंने मेरा करियर खराब किय. रायुडू ने कहा, 'मैंने जब अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी तभी से हैदराबाद क्रिकेट में राजनीति शुरू हो गई थी. शिवलाल यादव अपने बेटे अर्जुन यादव को टीम इंडिया में जगह दिलाने के लिए मुझे परेशान करना शुरू कर दिया. मैं अर्जुन से बेहतर खेल रहा था इस कारण मुझे लगातार परेशान किया गया.'

छोड़ना पड़ा हैदराबाद

Ambati Rayudu ने आगे बताया, 'साल 2003-04 में मैं इंडिया ए टीम में शामिल था. इस टीम की ओर से मैंने अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन अगले साल ही सिलेक्शन कमेटी में शिवलाल यादव के खास लोग जुड़ गए. अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी कोई मुझसे बात नहीं करता था. इस दौरान शिवलाल के भाई ने मुझे परेशान करते हुए गालियां तक दी. मुझसे कोई बात नहीं करता था और अगर कोई मेरे लिए आवाज भी उठाता था तो उसे टीम से बाहर कर दिया जाता था. इन सबसे परेशान होकर मैंने हैदराबाद छोड़कर आंध्र प्रदेश से खेलना शुरू किया.' बताते चलें, Ambati Rayudu आंध्र प्रदेश चले तो गए, लेकिन वहां उनकी टीम के कप्तान वेंकटेश प्रसाद से नहीं बनी. जो बाद में चीफ सिलेक्टर भी बने. ऐसे में उन्हें वापस हैदराबाद का रुख करना पड़ा.

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