टीम इंडिया के दिग्गज गेंदबाज और कई रिकार्ड अपने नाम कर चुके अनिल कुंबले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान सोमवार को छात्रों में ऊर्जा का संचार करने के लिए कुछ उदाहरण दिए थे, जिसमें उन्होंने अनिल कुंबले का जिक्र किया था और अनिल कुंबले ने जिस तरह से पट्टी बांध कर एक मैच में गेंदबाजी की थी उसका उल्लेख किया था. यह न सिर्फ अनिल कुंबले के लिए फख्र की बात है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी बड़ी बात है.
Honoured to have been mentioned in #ParikshaPeCharcha2020 Thankyou Hon. PM @narendramodi ji. Best wishes to everyone writing their exams. pic.twitter.com/BwsMXDgemD
— Anil Kumble (@anilkumble1074) January 22, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के बीच ऐतिहासिक साझेदारी और टूटे हुए जबड़े के बावजूद अनिल कुंबले के गेंदबाजी करने का उदाहरण देकर छात्रों को प्रेरित किया था. परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्रों के लिए ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने सकारात्मक सोच के संदेश पर जोर देने के लिए उन्हें 2001 में भारत-आस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज की याद दिलाई. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारी क्रिकेट टीम को झटके लग रहे थे. माहौल इतना अच्छा नहीं था. लेकिन क्या हम उन क्षणों को कभी भुला सकते हैं कि राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने क्या किया था? उन्होंने मैच का रुख ही बदल दिया था. छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2002 एंटीगा टेस्ट में अनिल कुंबले के प्रयास का भी जिक्र किया. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, इसी तरह से अनिल कुंबले का चोट के बावजूद गेंदबाजी करना, कौन भूल सकता है. प्रेरणा और सकारात्मक सोच में यही ताकत है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिक्र करते हुए कहा कि अनिल कुंबले ने 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टूटे जबड़े के साथ गेंदबाजी की और मैच ड्रा कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस दौरान उनके चेहरे पर पट्टी बंधी थी. मुश्किल हालत में होने के बावजूद भी अनिल कुंबले ने वेस्टइंडीज के विस्फोटक ब्रायन लारा को आउट किया था. इसके बाद भारत की हार आशंका खत्म हो गई और भारत यह मैच ड्रॉ कराने में कामयाब रहा.
कुंबले की जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, अनिल कुंबले बाउंसर की चपेट में आने के बाद घायल हो गए थे. यह तय नहीं था कि वह मैच में गेंदबाजी करेंगे या नहीं. अगर उन्होंने गेंदबाजी नहीं भी की होती तो भी देश उन्हें दोषी नहीं ठहराता, लेकिन उन्होंने खेलने का फैसला किया और ब्रायन लारा का विकेट लिया. उस विकेट के साथ उन्होंने मैच का रुख मोड़ दिया. मोदी ने कहा कि एक व्यक्ति का दृढ़ संकल्प दूसरों को भी प्रेरित कर सकता है.
Source : News Nation Bureau