गांगुली के उत्तराधिकारी के लिए धोनी परफेक्ट थे: अंजुम चोपड़ा

साल 2007 विश्व कप में भारत का सबसे खराब प्रदर्शन था और महेंद्र सिंह धोनी ने यहीं से ही भारतीय टीम का नेतृत्व करना शुरू किया.

author-image
Ankit Pramod
New Update
Ms Dhoni

एम एस धोनी( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

साल 2007 विश्व कप में भारत का सबसे खराब प्रदर्शन था और महेंद्र सिंह धोनी (Ms Dhoni) ने यहीं से ही भारतीय टीम का नेतृत्व करना शुरू किया. इसके बाद धोनी ने उसी साल भारत को टी 20 विश्व कप जिताया और फिर चार साल बाद 2011 में विश्व चैंपियन बनाया. विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी.

ये भी पढ़ें: धोनी से ज्यादा लकी क्यों रहे आशीष नेहरा, जानिए पूरा मामला

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा का मानना है कि 2007 की निराशा के बाद जिस तरह से धोनी ने टीम को बुलंदियों तक पहुंचाया, वह उनके चरित्र को दर्शाता है. अंजुम ने रविवार को आईएएनएस से कहा, " उनका परिणाम अपने आप बोलता है. उन्हें बार-बार देश से तारीफ मिली. उनकी सफलता न केवल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि आईपीएल में भी हैं."

यह भी पढ़ें-राजीव शुक्‍ला का बड़ा बयान, धोनी के लिए विदाई मैच नहीं

धोनी ने 2007 में राहुल द्रविड़ से वनडे टीम की कप्तानी और 2008 में अनिल कुंबले से टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली थी. वह 2014 में अपने संन्यास के समय तक टेस्ट टीम के कप्तान रहे और 2017 तक उन्होंने सीमित ओवरों की टीम की कप्तानी संभाली.उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि सौरव गांगुली के उत्तराधिकारी के लिए धोनी परफेक्ट थे. निश्चित रूप से, बीच में राहुल द्रविड़ थे, लेकिन इन सभी के छोड़ने या संन्यास लेने के बाद धोनी टीम को आगे लेकर गए. ना केवल टीम को आगे लेकर आगे गए बल्कि सीनियर खिलाड़ियों की बनाई विरासत को भी वह आगे लेकर गए"

यह भी पढ़ें ः CSK को चैंपियन बनाकर धोनी का IPL को भी अलविदा!

अंजुम ने कहा, " 2003 विश्व कप के बाद से भारतीय टीम ऊपर और नीचे होती रही, और फिर वह टीम को आगे लेकर गए और इस निराशा के बाद जिस तरह से धोनी ने टीम को बुलंदियों तक पहुंचाया, वह उनके चरित्र को दर्शाता है. पूर्व महिला टीम कप्तान ने साथ ही कहा कि धोनी में अब भी इस खेल को देने के लिए बहुत कुछ बचा हुआ है और टीम को उनकी बल्लेबाजी और विकेटीपिंग की कमी खलेगी. उन्होंने कहा, " निश्चित रूप से, धोनी की कमी महसूस होगी. न केवल एक कप्तान के रूप में बल्कि एक मैच विजेता और फिनिशर के रूप में भी उनकी कमी खलेगी.

Source : IANS

ms-dhoni-retirement बीसीसीआई क्रिकेट MS-Dhoni-Retired-from-international Cricket एस एस धोनी
Advertisment
Advertisment
Advertisment