भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) के खिलाफ पश्चिम बंगाल की अलिपुर कोर्ट ने घरेलू हिंसा मामले में वारंट जारी किया है. इसके तहत मोहम्मद शमी को 15 दिन के भीतर अदालत के सामने पेश होना होगा. अदालत ने मोहम्मद शमी के साथ उनके भाई हसीद अहमद को भी अदालत के सामने पेश होने के लिए वारंट जारी किया है. शमी की पत्नी हसीन जहां की शिकायत पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने तेज गेंदबाज के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद अदालत ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया है.
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मोहम्मद शमी के खिलाफ वारंट जारी होने के बाद अब उनकी पत्नी और भी आक्रामक हो गई हैं. हसीन ने कहा कि वह न्याय व्यवस्था की आभारी हैं, वह एक साल से ज्यादा समय से न्याय के लिए लड़ाई लड़ रही हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आप सब जानते हैं कि शमी सोच रहा है कि वो बड़ा क्रिकेटर है तो बहुत ताकतवर है, जबकि ऐसा नहीं है.
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हसीन जहां ने यह भी कहा कि वह पश्चिम बंगाल से नहीं होतीं, अगर ममता बनर्जी उनकी मुख्यमंत्री न होतीं. ममता बनर्जी के बगैर वे यहां सुरक्षित रूप से नहीं रह पातीं. उन्होंने आरोप लगाते हूए कहा कि उत्तर प्रदेश के अमरोहा में पुलिस ने उन्हें और उनकी बेटी को खूब परेशान करने की कोशिश की थी, लेकिन भगवान की कृपा थी कि वे सफल नहीं हुए.
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बता दें कि कोलकाता पुलिस ने इसी साल मार्च में क्रिकेटर मोहम्मद शमी के खिलाफ आईपीसी सेक्शन 498ए (घरेलू हिंसा), 354ए (यौन उत्पीड़न) के तहत आरोपपत्र दाखिल किया था. मोहम्मद शमी के खिलाफ यह आरोपपत्र उनकी पत्नी हसीन जहान द्वारा शिकायत दायर करने के एक साल बाद दाखिल किए गए हैं, जिसमें हसीन जहां ने शमी और उनके परिवार पर कई तरह के आरोप लगाए थे.
हसीन जहां ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिये शमी पर घरेलू हिंसा और कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध रखने का आरोप लगाया था.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो